Chhapaak Controversy: दीपिका पादुकोण इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म छपाक के प्रमोशन में काफी व्यस्त चल रही हैं। दीपिका अपनी इस फिल्म के प्रमोशन को लेकर खुद भी काफी ज्यादा ध्यान दे रही हैं, क्योंकि इस फिल्म से वह इमोशनली भी काफी अटैच हैं। वैसे तो दीपिका की यह फिल्म तभी से चर्चा में है जब से इस फिल्म की अनाउंसमेंट हुई है। फिल्म की स्टोरी लाइन ही लोगों को इस फिल्म की ओर आर्कषित करती है।
जहां दीपिका अपनी फिल्म के प्रमोशन में व्यस्त हैं वहीं फिल्म की रिलीज के दो हफ्ते पहले ही फिल्म विवादों में घिर गई है। फिल्म की कहानी पर चोरी करने का आरोप लगा है। बता दें कि राकेश भारती नाम के लेखक ने दीपिका की फिल्म छपाक पर कहानी चोरी करने का आरोप लगाया है। जिसके चलते उन्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। राकेश भारती ने आरोप लगाया है कि एसिड अटैक सर्वाइवर की जिस कहानी पर फिल्म बनी है, वह कहानी उन्होंने लिखी है, लेकिन फिल्म में उनको क्रेडिट नहीं दिया गया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने करीब 4 साल पहले कहानी को रजिस्टर्ड कराया था।
भारती ने फिल्म छपाक को लेकर जो याचिका दायर की है उसमें दावा किया गया है कि उनके दिमाग में इस फिल्म का शुरुआती टाइटल ‘ब्लैक डे’ सोचा था और इसी नाम से फिल्म बनाने का विचार किया था। जिसके बाद फरवरी 2015 में उन्होंने इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (आईएमपीपीए) में इसका रजिस्ट्रेशन कराया। भारती की मानें तो वो तभी से इस स्क्रिप्ट पर काम कर रहे हैं और इसके नरेशन के लिए कई आर्टिस्ट्स और फॉक्स स्टार स्टूडियो समेत कई प्रोड्यूसर्स को अप्रोच कर चुके हैं। भारती की मानें तो किन्हीं वजहों से वो इस प्रोजेक्ट को शुरू नहीं कर पाए। भारती ने बताया कि उन्होंने फॉक्स स्टार स्टूडियो को भी यह आइडिया सुनाया था।
भारती के वकील अशोक सरोगीने ने बताया कि, ‘भारती को जब पता चला कि फॉक्स स्टार स्टूडियो व अन्य लोगों के साथ मिलकर मेघना गुलजार के निर्देशन में उनके आइडिया पर फिल्म बनाई जा रही है तो उन्होंने इस बात की शिकायत प्रोड्यूसर्स से की, लेकिन जब उनकी तरफ से कोई एक्शन नहीं लिया गया तो उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। भारती ने अपनी अपील में फिल्म में राइटर के तौर पर क्रेडिट देने के साथ-साथ एक एक्सपर्ट अप्वॉइंट कराने की गुजारिश भी की है, जो फिल्म की कहानी और उनकी स्क्रिप्ट का तुलनात्मक परिक्षण कर सके। बता दें कि कोर्ट में इस मामले सुनवाई 27 दिसंबर को होगी।
बता दें कि हाल ही में मेघना ने एक इंटरव्यू में खुलासा करते हुए बताया कि फिल्म छपाक लक्ष्मी की बॉयोपिक नहीं है। मेघना ने बताया कि यह उनकी बायोपिक नहीं है। हमने मूल कहानी से कोई छेड़छाड़ नहीं की है। कानूनी कार्यवाही और अदालती कार्रवाई की बातें हमने आधिकारिक रिकॉर्ड से ली हैं। किसी सच्ची घटना पर आधारित फिल्म जितनी सच्ची और प्रमाणित हो, उतना अच्छा है।
देश में वैसे तो कई एसिड अटैक हुए हैं लेकिन मेघना ने फिल्म बनाने के लिए लक्ष्मी को ही क्यों चुना? इस बारे में मेघना बताती हैं कि, लक्ष्मी अग्रवाल मामले में पहली बार सत्र न्यायालय ने हमलावर को 10 साल की सजा सुनाई। लक्ष्मी के केस के बाद ही सर्वोच्च न्यायालय ने तेजाब की बिक्री पर रोक लगाने के लिए जनहित याचिका दायर की। किसी तेजाब हमले की पीड़िता में पहली बार लक्ष्मी अग्रवाल की सर्जरी हुई। उनकी कहानी से लोग खुद को कनेक्ट कर सकते हैं, इसलिए फिल्म के लिए लक्ष्मी की कहानी को ही लिया गया।
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