Paresh Rawal On Amitabh Bachchan In Hindi: अभी पिछले दिनों अभिनेता परेश रावल नीलेश मिश्रा के शो में मेहमान बनकर आए थे। इस शो में उन्होंने अपने जीवन के सभी अनुभवों को साझा किया। इस दौरान होस्ट निलेश मिश्रा ने उनसे दूसरे दिग्गज अभिनेताओं के विषय में भी कई सवाल किये और परेश ने काफी शालीन भाव में सभी सवालों के जवाब दिये।
इसी दौरान बातचीत महानायक अमिताभ बच्चन की ज़िंदगी के सबसे बुरे दौर के विषय में होने लगती हैं। वो तब का समय था जब अमिताभ भी बिज़नेस करना चाहते थे और उन्होंने इसके लिए काफी अधिक मात्रा में कर्ज़ भी ले लिया था। हालांकि कर्ज़ लेना उनके लिए काफी बुरा फैसला साबित हुआ क्योंकि उनका बिज़नेस फेल हो गया। स्थिति इतनी खराब हो गई थी की वे सालों तक कर्ज़ भी नहीं उतार सके। इसी समय को याद करते हुए एक्टर परेश रावल ने कहा कि, “अमिताभ बच्चन ने अपने लेनदारों के लिए कभी बुरा नहीं बोला, हर एक लेनदार के बकाया राशि को गरिमा के साथ भुगतान किया।”
परेश रावल ने निलेश मिश्रा के साथ किये गए इंटरव्यू में कहा कि एक कलाकार के रूप में उनके उल्लेखनीय कौशल से परे, अमिताभ बच्चन से सीखने के लिए बहुत कुछ है। 90 के दशक के दौरान बच्चन की बहुप्रचारित वित्तीय संकटों को याद करते हुए, रावल ने कहा कि बच्चन अपने उस हालात को काफी अच्छे तरह से संभाला।
नीलेश मिश्रा की द स्लो इंटरव्यू(The Slow Interview with Neelesh Misra) सीरीज़ पर एक उपस्थिति में, परेश रावल ने बच्चन के बुरे समय के विषय में चर्चा की। उन्होंने हिंदी में कहा, “क्या किसी ने सोचा था कि अमिताभ बच्चन के साथ कभी ऐसा हो सकता है? वे क्या था और क्या बन गए… वह एक उत्कृष्ट उदाहरण है। आप उनसे बहुत कुछ सीख सकते हैं, खासकर गरिमा के बारे में।”उन्होंने आगे कहा, “मुझे याद है कि मैंने उनसे एक बार इसके बारे में पूछा था। मैंने उनसे पूछा कि जब चीजें बहुत मुश्किल हो गईं तो क्या उन्होंने अपने परिवार पर विश्वास किया। और अमिताभ ने कहा, ‘क्यों? उन्हें अपना जीवन जीने दो।’ देखिये उन पर लोगों का इतना पैसा बकाया था, लेकिन उन्होंने कभी किसी को बुरा नहीं कहा। एक बार नहीं। वे बड़े आदमी हैं। वह कानून के पीछे छिप सकते थे, हर तरह के केस से छूट प्राप्त कर सकता थे, लेकिन उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति को वापस भुगतान करना चुना। ये अमिताभ का व्यक्तित्व हैं। आखिर वह हरिवंश राय बच्चन के बेटे हैं। क्या आदमी है।” रावल ने कहा कि आज के दौर के किसी भी अभिनेता में वो शिष्टाचार या गरीमा नहीं हैं जो अमिताभ बच्चन में हैं।
बच्चन ने 90 के दशक में अपनी बिज़नेस कंपनी ABCL की शुरुआत की। इसके लिए उन्होंने कई लोगों से कर्ज़ लिया। अमिताभ की कंपनी शुरुआत से ही घाटे में रही और अंत में बंद करनी पड़ी। इसके बाद वे बड़े कर्ज़ में डूब गए। उनके हर लेनदारों की लाइने लगी रहती थी। सन् 2000 के बाद से अमिताभ की फिल्में हिट होने लगी और उनके पास पैसे आने लगे। इसी दौरान कौन बनेगा करोड़पति नामक शो भी शुरू हुआ जो हिट हो गया। इन पैसों से अमिताभ ने सभी कर्ज़ धीरे धीरे लौटा दिये।
बच्चन ने खुद एक कार्यक्रम में इस बारे में बात करते हुए कहा था, ‘यह एक कठिन समय था। एबीसीएल कर्ज में डूब गया। मैं दिवालिया हो गया था। जिन लोगों ने मेरे करियर के चरम पर मेरे साथ काम करने की इच्छा जताई थी, वे आए और मुझे गालियां दीं।”
“जब आप ऐसी समस्या में होते हैं, तो आप रात को सो नहीं पाते हैं। ऐसी ही एक रात में, मैंने खुद से पूछा ‘मैं कौन हूं’ और महसूस किया कि मैं यहां अभिनय करने आया हूं और मुझे उसी पर टिके रहना चाहिए। बिज़नेस मेरे लिए नहीं हैं।”
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