कंटेनमैंट जोन में बंद रहेंगे स्टेशंस, मेट्रो ने जारी की नई गाइडलाइंस
अनलॉक- 4 के अंतर्गत 7 सितंबर से मैट्रो(Metro) सेवाएं फिर से शुरू होने जा रही हैं। गृह मंत्रालय(Home Ministry) द्वारा शनिवार को कुछ नई गाइडलाइंस के साथ मेट्रो ट्रेनों को फिर से चलाने की अनुमति मिल गई है।
अनलॉक– 4 के अंतर्गत, 7 सितंबर से एक खास श्रेणीबद्ध तरीके से मैट्रो का संचालन पूरे देश में एक बार फिर से शुरू होने जा रहा है। आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (Ministry of Housing and Urban Affairs) ने बुधवार को मेट्रो(Metro) संचालन के लिए नई गाइडलाइंस की घोषणा की। विस्तृत एसओपी जारी करने के साथ ही अब वे स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अपना ब्योरा जारी कर सकते हैं।
नई मैट्रो गाइडलाइंस कुछ इस प्रकार हैं:
एक से अधिक लाइन वाले महानगरों को 7 सितंबर से श्रेणीबद्ध तरीके से अलग-अलग लाइनें खोलनी चाहिए ताकि 12 सितंबर तक सभी कॉरिडोर चालू हो जाएं। शुरू में मैट्रो के दैनिक घंटे कम हो सकते हैं, जिन्हें स्थिति को देखते हुए 12 सितंबर तक धीरे-धीरे बढ़ाया जा सकता है। स्टेशनों और ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ से बचने के लिए ट्रेनों की फ्रिक्वेंसी नियमित किए जाएंगे।
कंटेनमैंट जोन में स्टेशन और एंट्री एक्जिट गेट बंद रहेंगे।
सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने के लिए, स्टेशनों और ट्रेनों में उपयुक्त चिह्न लगाए जाएंगे।
फेस मास्क पहनना सभी यात्रियों और कर्मचारियों के लिए अनिवार्य होगा। मेट्रो रेल निगम बिना मास्क के पहुंचने वाले लोगों के लिए भुगतान के आधार पर फेस मास्क की व्यवस्था कर सकती है।
स्टेशंस में प्रवेश पर थर्मल स्क्रीनिंग के बाद केवल उन्हीं लोगों को अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी जो पूर्ण रुप से स्वस्थ होंगे। जिनमे कोविड-19 के थोड़े भी लक्षण पाए गए उन्हें पास के कोविड केयर सेंटर/अस्पताल जाने की सलाह दी जाएगी। आरोग्य सेतु ऐप के उपयोग को प्रोत्साहित किया जाएगा।
यात्रियों द्वारा उपयोग के लिए स्टेशनों में प्रवेश पर सैनिटाइजर की व्यवस्था की जाएगी। ह्यूमन इंटरफेस वाले सभी क्षेत्रों जैसे उपकरण, ट्रेन, कार्य क्षेत्र, लिफ्ट, एस्केलेटर, रेलिंग, एएफसी गेट, शौचालय आदि का भी नियमित सैनिटाइजेशन किया जाएगा।
स्मार्ट कार्ड और कैशलेस/ऑनलाइन लेनदेन के उपयोग को प्रोत्साहित किया जाएगा। टोकन और कागज की पर्ची/टिकट का उपयोग भी उचित स्वच्छता के साथ किया जाएगा।
स्टेशनों पर पर्याप्त समय उपलब्ध कराया जाए ताकि सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए, बोर्डिंग/डिबोर्डिंग की जा सके। मेट्रो रेल निगम उचित सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने के लिए कुछ स्टेशंस को छोड़ भी सकते हैं।
यात्रियों को सलाह दी जाती है की कम से कम सामान ले जाएं औए जल्दी व आसान स्कैनिंग के लिए धातु की वस्तुओं को ले जाने से बचें।
केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) और इंडियन सोसायटी ऑफ हीटिंग, रेफ्रिजरेशन और एयर कंडीशनिंग इंजीनियर्स (आईएसआरएईई) गाइडलाइंस के अनुसार एयर कंडीशनिंग प्रणाली में ताजी हवा का सेवन यथासंभव बढ़ाया जाएगा।
इलेक्ट्रॉनिक/प्रिंट/सोशल मीडिया, पोस्टर, बैनर, होर्डिंग, वेबसाइट आदि के माध्यम से यात्री और कर्मचारियों के लिए सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) अभियान शुरू किया जाएगा।
मेट्रो रेल निगम स्टेशन के बाहर भीड़ को कंट्रोल करने और आकस्मिकताओं से निपटने के लिए राज्य पुलिस और स्थानीय प्रशासन के साथ संपर्क बनाए रखेंगे।
जानकारी के लिए बता दें की सीमापुर बादली से हुडा सिटी सेंटर तक येलो लाइन का संचालन सात सितंबर से होगा और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर सेवाएं 12 सितंबर से फिर शुरू होंगी। उन्होंने कहा कि पहले चरण में दिल्ली मेट्रो सेवाएं दो पालियों में संचालित होंगी, सुबह 7-11 बजे तक और शाम को 4-8 बजे तक।