Annakoot Prasad List: हर साल सावन खत्म होते ही हिन्दुओं का पर्व त्योहार शुरू हो जाता है। साल के अंत में अक्टूबर और नवंबर के बाद एक सप्ताह ऐसा होता है जिसमें लगातार कई सारे पर्व और त्योहार होते हैं। इस साल वह महीना है अक्टूबर इस साल अक्टूबर का आखिरी यानि कि चौथा सप्ताह पर्व-त्योहार से भरा हुआ है। इस सप्ताह में ही पांच दिन के दीपावली पर्व का आगाज होना है, जिसका प्रारंभ धनतेरस के दिन से होता है और अंत भैया दूज को होता है। इस सप्ताह धनतेरस, प्रदोष व्रत, यम दीपम, काली चौदस, मासिक शिवरात्रि, दीपावली, नरक चतुर्दशी, लक्ष्मी पूजा, केदार गौरी व्रत, कमला जयंती, अन्नकूट या गोवर्धन पूजा और कार्तिक अमावस्या आने वाले हैं।
हर पर्व का अपने आप में एक अलग ही महत्व होता है। इन पर्वों के मौके पर हर घर में तरह-तरह के पकवान बनाए जाते हैं। इस सूची में एक पर्व है अन्नकूट पूजा जिसे गोवर्धन पूजा के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व दीपावली के ठीक दूसरे दिन मानाया जाता है। इस दिन एक विशेष तरह की सब्जी बनाई जाती है जिसे अन्नकूट की सब्जी कहते हैं। इस सब्जी को पूरी के साथ परोसा जाता है। इसी पूरी और सब्जी को अन्नकूट का प्रसाद कहा जाता है। यह मौसम ठंड की शुरूआत का मौसम होता है, इस दौरान बाजार में कई सारी नई सब्जियां आ जाती है। जैसे गोभी, मटर,गाजर, सैगरी, सेम इत्यादि, इन सब्जियों को खाने की शरूआत ही अन्नकूट की सब्जी को बना कर किया जाता है। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि कैसे अन्नकूट की सब्जी को कैसे तैयार किया जाता है।
अन्नकूट की सब्जी बनाने के लिए बाजार में जिनती तरह की सब्जियां हैं उन्हें थोड़ा-थोड़ा खरीद लें। इस दौरान भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में कई सारे दुकानदार इन सब्जियां का एक पैक बना कर भी बेचते हैं। इन सभी सब्जियों को एक साथ पका कर तैयार की जाती है अन्नकूट की सब्जी। उत्तर प्रदेश के मंदिरों और ज्यादातर घरों में अन्नकूट की सब्जी बनाई जाती है। सबसे पहले इन सब्जियां को धो कर भगवान कृष्ण को अर्पित किया जाता है फिर शुरू होता है इसे पकाने का सिलसिला। उत्तरप्रदेश में गोवर्धन पूजा के दिन यह प्रसाद हर मन्दिर और ज्यादातर घरों में बनाया जाता है. आइये अब शुरूआत करते हैं इस सब्जी की विधी के बारे में जानने की।
सबसे पहले इन सभी सब्जियों को अच्छी तरह से धो कर छील और काट लीजिए। ध्यान रखें कि इसमें टमाटर, अदरख और मिर्च को सब्जियों से अलग रखना है। सभी सब्जियों को मध्यम आकार में काटें लेकिन अदरख मिर्च और टमाटर को बारीक काट लें। एक कढ़ाई में तेल डालें और फिर इसमें जीरा, हींग और कटी हुई मिर्च का तड़का लगा लें। जब तड़का अच्छी तरह से पक जाए तब इसमें सब्जियों को डालें। कढ़ाई में सब्जियों को डालने के बाद इसमें नमक डाल कर अच्छी तरह से चला लें। अब सब्जी को ढक दें, करीब पांच मिनट बाद सब्जी के ढक्कन को हटा कर इसे फिर से चलाएं। अब एक बर्तन में सभी मसालों को डाल कर पानी में घोल लें।
पानी में मसालों को घोलना इस लिए जरूरी है ताकि मसाले जल ना जाएं। अब इन मसालों को कढ़ाई में डाल लें। सब्जी में अलग से थोड़ा और पानी मिलाएं। अब गैस के फ्लो को कम कर के इसे अच्छी तरह से पकाएं। करीब 20 मीनट तक सब्जी को रूक रूक कर चलाते रहें। ध्यान रखें की सब्जी जले ना। सब्जी अगर जल जाएगा तो उसका स्वाद पूरी तरह से खराब हो जाएगा। जब पके हुए मसालों की खुशबू आने लगे तब सब्जी में एक कप पानी और डालें, साथ ही इसमें आमचूर पाउडर और हरी मेथी को बारीक काट कर डाल लें। अब गैस को फ्लो को फूल कर लें और सब्जी में उबाल आने तक का इंतजार करें। जब सब्जी में उबाल आ जाए तो सब्जी को गैस से उतारें और पूरी के साथ गर्मा-गरम परोसें।
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