Litti Chokha Recipe in Hindi: लिट्टी चोखा एक ऐसा व्यंजन है जिसके बारे में हर किसी ने एक ना एक बार जरूर सुना होगा। यह व्यंजन पूर्वांचल का व्यंजन है इसकी लेकिन इसके स्वाद और पौष्टिकता के कारण इसे आज दुनियाभर के लोगों के बीच खाया जाता है। इस व्यंजन की खास बात यह है कि इसे बनाना बेहद ही आसान है और खाने में यह लगता भी काफी स्वादिष्ट है। यह व्यंजन ज्यादातर बिहार और झारखंड में बनाया और खाया जाता है। झांरखंड में इसे लोग इस लिए खाते हैं क्योंकि झारखंड भी कभी बिहार का हिस्सा हुआ करता था। आज झारखंड तो अलग है लेकिन बिहार की संस्कृति और खान-पान आज भी झारखंड के लोगों के बीच चलन में है। लिट्टी-चोखा को उत्तर प्रदेश में भी काफी चाव के साथ खाया जाता है।
यहां कुछ जगहों पर इसे बाटी भी कहते हैं साथ ही इसे बनाने का तरीका भी अलग-अलग होता है। ऐसा नहीं है कि केवल यूपी में ही लिट्टी चोखा को अलग अलग तरीके से बनाया जाता है। यहां के अलावा बिहार और झारखंड में भी कई तरह की रेसिपी के साथ बनाया जाता है। बिहार और झारखंड में लिट्टी के अंदर भरे जाने वाले स्टफ(सत्तू) को पराठे में भर कर भी बनाया जाता है। जिसे सत्तू पराठा कहते हैं। तो चलिए ज्यादा देर ना करते हुए अब शुरू करते हैं लिट्टी चोखा बनाने के विधी के बारे में बात करने की। सबसे पहले लिट्टी के अंदर भरे जाने वाले स्टफ की रेसिपी के बारे में जानते हैं।
कैसे तैयार करे लिट्टी का स्टफ(सत्तू)।
सत्तू को देसी चना(काला चला) के द्वारा बनाया जाता है। इसके लिए आप 200 ग्राम चना लेकर उसे अच्छे से धोकर सुखा लें। अब इसे बालू में भूंज कर चाल लें। चालने के बाद या तो मिक्सर में या घरेलु मिल में इसे पीस लें। आपका होम मेड सत्तू तैयार है, सत्तू बनाने की यह विधी थोड़ी लंबी है तो कई सारे लोग बाजार से रेडीमेड सत्तू खरीद लेते हैं। बाजार से सत्तू खरीदते वक्त एक बात का ध्यान रखें कि सत्तू चने का ही होना चाहिए।
• 4 हरी मिर्च
• 1 प्याज बारीक कटी हुई
• सत्तू 200 ग्राम (चने का)
• अदरख लहसुन का पेस्ट 50 ग्राम
• मंगरैल-अजवाइन आधी चम्मच
• नमक स्वाद अनुसार
• नींबू का रस 5 चम्मच
• सरसो का तेल 2 चम्मच
स्टफ बनाने के लिए सबसे पहले एक बर्तन में सत्तू को एक बड़े बाउल में पलट लें। अब इसमें एक-एक कर के स्टफ के लिए ली गई सभी सामग्री को डाल लें। इसमें हरी मिर्च, प्याज, अदरख-लहसुन का पेस्ट, मंगरैल अजवाइन, नमक, नींबू का रस और सरसो का तेल डाल कर अच्छे से मिला लें। जब यह मिश्रण तैयार हो जाए तब इसमें हल्का पानी डाल कर इसमें नमी ले आएं। ध्यान रखें कि इसे गीला नहीं करना है केवल नमी लानी है तकि स्टफ को भरने में आसानी रहे। अब बारी है लिट्टी बनाने की तो चलिए अब जानते हैं कि कैसे तैयार किया जाता है लिट्टी, सबसे पहले एक बर्तन में 400 ग्राम गेहूं का आटा ले लीजिए अब इसमें आधा चम्मच नमक मिला लीजिए। इस मिश्रण को पानी की मदद से गूंद लें ध्यान रखें कि जिस तरह से रोटी के लिए आटा तैयार किया जाता है यह आटा उससे थोड़ा टाइट(कड़ा) रहेगा। मध्यम आकार के 8 से 10 लोई तैयार कर लें। अब जिस तरह से किसी भी स्टफ को तैयार किया जाता है उसी तरह से सभी लोई को स्टफ कर लें। अब बारी है इसे सेकने की। लिट्टी को सेकने के लिए बार्बिक्यू ग्रिल का इस्तेमाल किया जा सकता है। हलांकि गांव देहात में आज भी इसे सेकने के लिए सीधे तौर पर आग में डाल दिया जाता है। लेकिन आग में हर कोई नहीं सेक सकता है। इसीलिए अगर आप पहली बार लिट्टी बनाने जा रहे हैं तो बार्बिक्यू का ही प्रयोग करें। अब बारी है चोखा बनाने की।
• 2 आलू मध्यम आकार के
• 2 टमाटर मध्यम आकार के
• 1 बैंगन छोटा
• 2 मिर्च
• 50 ग्राम धनिया पत्ती
चोखा बनाने के लिए सबसे पहले आलू को उबाल लें। इसके अलावा टमाटर और बैगन को आप ग्रिल पर ही सेक लें। जब यह अच्छी तरह से पक जाए तो ठंडे पानी में डालकर इसका छिलका उतार लें। अब एक साफ बर्तन में उबला हुआ आलू, टमाटर, बैंगन, कटी मिर्च को डालकर मैश कर लें। जब यह अच्छी तरह से मैश हो जाए तब इसमें नमक डाल कर अच्छी तरह से मिला लें। अब इसे धनिया पत्ती से गार्निश कर लें।
आपका लिट्टी चोखा बनकर तैयार है। अब बारी है इसे परोसने की जब लिट्टी को आप सादा भी खा सकते हैं। लेकिन इसका देसी स्वाद घी के साथ ही आता है। तो लिट्टी जब सिक कर तैयार हो जाए तो इसमें अच्छी तरह से घी लगा लें। अब एक प्लेट में लिट्टी और चोखा को परोसें, यह खाने के लिए तैयार है। आप चाहें तो इसके साथ धनिया पत्ती की चटनी भी खा सकते हैं। अगर आपको लिट्टी चोखा की यह रेसिपी मुश्किल लग रही हैं। तो आप ठीक ऐसा ही स्वाद सत्तू के पराठे और चोखा में भी पा सकते हैं। वहीं अगर आपके पास लिट्टी को सेकने के लिए बार्बिक्यू ग्रिल नहीं है तो आप इसे तेल में तल भी सकते हैं। लेकिन इसे तलते समय गैस की आंच मध्यम होनी चाहिए।
• लिट्टी सेकते समय लिट्टी पका है या नहीं इस बात का पता लिट्टी के फटने से लगता है।
• अगर आप आग पर लिट्टी सेक रहे हैं तो खाने से पहले उसे कपड़े की मदद से अच्छी तरह से पोछ लें।
• तेल में तली गई लिट्टी को अगर आप तलने से पहले पानी में उबाल लेते हैं तो लिट्टी थोड़ा नर्म बनता है।
• बैगन और टमाटर अगर आप पहली बार सेक रहे हैं तो आपको लग सकता है कि वह जल रहा है लेकिन ऐसा नहीं है।
• लिट्टी को अगर आप सफर के दौरान अपने साथ ले जा रहे हैं तो इसमें सेकने के तुरंत बाद ही घी लगा लें नहीं तो यह कड़क हो जाती है।
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