वरिष्ठ पत्रकार नरेश कौशल(Naresh Kaushal) को एक बार फिर से हिंदी अखबार ‘दैनिक ट्रिब्यून’(Dainik Tribune) का संपादक नियुक्त किया गया है। उन्होंने संपादक के तौर पर दूसरी बार 2 मार्च को अपना पदभार ग्रहण किया है। इससे पहले वह 2004 से 2012 तक भी ‘दैनिक ट्रिब्यून’ के संपादक रहे हैं।
नरेश कौशल ने 1979 में दैनिक ट्रिब्यून(Dainik Tribune) में उप-संपादक के रूप में अपना करियर शुरू किया था। बाद में उन्होंने प्रमुख संवाददाता, समाचार संपादक और सहायक संपादक के तौर पर भी इस अखबार को अपनी सेवाएं दी। इतने लंबे अनुभव के बाद 2004 में उन्हें इस अखबार का संपादक बनाया गया।
‘दैनिक ट्रिब्यून’(Dainik Tribune) के संपादक पद से 2012 में रिटायर होने के बाद भी नरेश कौशल ने पत्रकारिता से अपना नाता नहीं तोड़ा था। वे टेलीविजन चैनलों पर होने वाली डिबेट्स में नजर आते रहते थे। विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक विषयों पर विशेषज्ञ पैनलिस्ट के साथ-साथ वह फीचर लेखन से भी लगातार जुड़े हुए थे। शायद यही वजह रही कि अखबार ने दोबारा उन्हें इस पद के लिए चुना है।
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नरेश कौशल(Naresh Kaushal) को पत्रकारिता के क्षेत्र में 40 साल से भी ज्यादा लंबा अनुभव रहा है। खासकर एक राजनीतिक विश्लेषक के रूप में उन्होंने हरियाणा के घर घर में अपनी पहचान बनाई है। इस अलावा अलग अलग संगठनों में उन्होंने सलाहकार की भूमिका भी निभाई है। वह पंजाब विश्वविद्यालय के हिंदी और कम्युनिकेशन विभाग के टीचर सेलेक्शन कमेटी के सदस्य भी रह चुके हैं। नरेश कौशल हरियाणा और चंडीगढ़ मीडिया एक्रेडिटेशन कमेटी व चमन लाल डीएवी सीनियर पब्लिक स्कूल, पंचकूला की मैनेजिंग कमेटी के सदस्य के अलावा पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला में एग्जामिनर भी रह चुके हैं।
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