NASA Spacecraft 2024: मानव इतिहास में पहली बार चाँद पर कदम नील आर्मस्ट्रॉंग ने रखा था। इसके बाद अभी तक कोई दूसरा इंसान चाँद पर नहीं गया है। चूँकि अब सदी बदल गई है, नई-नई टेक्नोलॉजी डेवेलोप हो गई है इसलिए अब एक बार फिर से नासा चाँद पर इंसानों को भेजने की तैयारी में है। नासा का मिशन मून 2024 में लांच किया जाएगा लेकिन इसकी तैयारियों में नासा अभी से जुट गया है। आईये जानते हैं क्या है मिशन मून और इसके लिए क्या तैयारियां शुरू हो चुकी है।
मिली जानकारी के अनुसार अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा साल 2024 में एक स्त्री और एक पुरुष को चाँद पर भेजने की तैयारी कर रही है। हालाँकि ये मिशन साल 2024 में होना है लेकिन इसकी तैयारियां शुरू हो चुकी है। सूत्रों की माने तो नासा का ये मिशन मून विशेष रूप से चंद्रमा पर जीवन और सर्वाइवल के लिए कितनी उम्मीदें हैं इस बारे में पता लगाने के लिए तैयार किया जा रहा है। मिशन की सौ प्रतिशत सफलता के लिए स्पेशल स्पेस क्राफ्ट बनवाए जा रहे हैं। नासा ने मिशन मून के लिए तीन ख़ास कंपनियों को स्पेस क्राफ्ट बनाने का भार सौंपा है।
आपको बता दें कि, मिशन मून के लिए स्पेसक्राफ्ट तैयार करने का काम नासा ने जिन कंपनियों को सौंपा है, उनके नाम हैं स्पेस एक्स, ब्लू ओरिजिन और डायनेटिक्स। इन तीनों कंपनियों को नासा ने मिशन मून में लैंडिंग सिस्टम को तैयार करने के लिए शामिल किया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें, इन तीन कंपनियों द्वारा तैयार किये जाने वाले लैंडिंग सिस्टम के जरिए ही नासा चाँद पर अपने एस्ट्रोनोट्स को उतारेगा। गौरतलब है कि, इन तीनों कंपनियों को स्पेसक्राफ्ट तैयार करने के लिए नासा ने सात हज़ार करोड़ रूपये दिए हैं। स्पेसक्राफ्ट के डिज़ाइन को तैयार करने के लिए इन कंपनियों को महज दस महीने का वक़्त दिया गया है। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए नासा के एडमिनिस्ट्रेटर जिम ब्रिडेनस्टाईन ने बताया, ये पहली बारे होगा जब नासा चाँद पर एक स्त्री और पुरुष को भेजने जा रहा है। इस दौरान सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाएगा, इसलिए ऐसे स्पेसक्राफ्ट को बनवाया जा रहा है जिसे ऑपरेट करना भी आसान हो और वो सेफ भी हो। उन्होनें बताया कि, अपोलो 11 के बाद ये पहली बार है जब किसी स्पेसक्राफ्ट को बनाने पर इतनी रकम खर्च की जा रही जा रही।
इतना बड़ा मिशन और उससे भी बड़ी जिम्मेदारी इन कंपनियों के कंधे पर है। बता दें कि, मिशन मून के लिए इस डील में सबसे ज्यादा प्राथमिकता ब्लू ओरिजिन कंपनी को दी जा रही है। इस कंपनी के तीन लोग स्पेसक्राफ्ट के विशेष पार्ट्स तैयार करने में जुटे हैं। गौरतलब है कि, लॉकहीड जो टीम को लीड करेंगे वो स्पेस का क्रू केबिन तैयार करेंगे। इसके अलावा टीम के दो अन्य सदस्य नाथोप और ग्रुमेन कार्गो और फ्यूल मॉडल के साथ ही कण्ट्रोल, नेविगेशन महत्वपूर्ण हिस्से बनाने का काम करेंगे। सोलर पैनल और स्पेसक्राफ्ट के अन्य हिस्सों को बनाने का काम बाकी दोनों कंपनियों को सौंपी गई है। नासा की माने तो मिशन की सफलता के लिए स्पेसक्राफ्ट बनाने का काम शुरू हो चूका है और लगे दस महीने का लक्ष्य रखा गया है।
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