भारत में धर्म का विशेष महत्व है। यहां लोग तीर्थाटन खूब करते हैं। तीर्थाटन करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। समय के साथ इसके स्वरूप में परिवर्तन जरूर हुआ है, लेकिन आस्था आज भी जस-की-तस है। यही वजह है कि केंद्र सरकार की ओर से भी तीर्थ यात्रियों के लिए कुछ ऐसे नए कदम उठाए गए हैं, जिससे उनके लिए ये तीर्थ यात्राएं पहले से अधिक आसान और सुविधाओं से परिपूर्ण हो गई हैं।
महाकाल एक्सप्रेस का परिचालन शुरू हो चुका है। इसके बाद जो अगली ट्रेन परिचालन के लिए तैयार हो रही है, वह है रामायण एक्सप्रेस (Ramayana Express)। आईआरसीटीसी की ओर से इस टूरिस्ट ट्रेन को चलाया जा रहा है, जिसकी शुरुआत 28 मार्च से होने जा रही है।
श्री रामायण एक्सप्रेस (Ramayana Express) कई मायनों में खास है। इसमें कई अनोखी चीजें देखने को मिलने वाली हैं। भगवान राम की पूरी जीवन यात्रा को इस ट्रेन के डिब्बे पर विनाइल रैंपिंग के माध्यम से दिखाया जाने वाला है। यही नहीं, ट्रेन के अंदर भजन-कीर्तन भी होते रहेंगे और पूरा भक्तिमय माहौल बना रहेगा। एसी कोच भी श्री रामायण एक्सप्रेस में जोड़े जा रहे हैं। इससे श्रद्धालु जैसी सुविधा चाहें, उसके मुताबिक यात्रा कर पाएंगे। 16 रात और 17 दिनों का ट्रेन का यह सफर होने वाला है।
भगवान श्री राम से जुड़े स्थानों का यह ट्रेन श्रद्धालुओं को दर्शन कराने वाली है। जिन जगहों का दर्शन इस ट्रेन के जरिए यात्री कर पाएंगे, उनमें नंदीग्राम का भारत मंदिर, अयोध्या की रामजन्म भूमि और हनुमान गढ़ी, नेपाल का जनकपुर, सीतामढ़ी का माता सीता का मंदिर, प्रयाग का त्रिवेणी संगम, भारद्वाज आश्रम एवं हनुमान मंदिर, बनारस का तुलसी मानस मंदिर व संकट मोचन मंदिर, नासिक का पंचवटी, चित्रकूट का रामघाट और सती अनुसूया मंदिर, श्रृंगवेरपुर का श्रृंगी ऋषि मंदिर और हम्पी एवं रामेश्वरम आदि शामिल हैं।
कई तरह की सुविधाओं से यह ट्रेन परिपूर्ण है। यात्रियों को इसमें शाकाहारी भोजन मिलने वाला है। इसके अलावा धर्मशाला और होटल की भी सुविधाएं उन्हें प्रदान की जाएंगी। साथ ही स्थानीय यात्रा के लिए उनके लिए बस भी उपलब्ध कराए जाएंगे। स्लीपर क्लास में इस टूर पैकेज में 360 सीटें शामिल हैं। किसी भी यात्री को इस यात्रा के लिए 16 हजार 65 रुपये का भुगतान करना पड़ेगा। वहीं, यदि वे एसी क्लास से यात्रा करते हैं तो उन्हें 26 हजार 775 चुकाने पड़ेंगे। एसी-3 में इस ट्रेन में 330 सीटें दी गई हैं।
श्रीलंका की भी यात्रा इस ट्रेन से होने वाली है। जी हां, यहां के लिए से 40 सीटें रखी गई हैं। जो यात्री श्रीलंका की यात्रा करने के इच्छुक होंगे, उन्हें इस यात्रा के 15वें दिन फ्लाइट से कोलंबो ले जाने की व्यवस्था होगी। श्रीलंका में अगले दिन यहां यात्री नुवारा एलिया, कैंडी एवं नोगोम्बो की यात्रा कर पाएंगे। श्रीलंका में ये श्रद्धालु अशोक वाटिका के साथ सीता माता के मंदिर और विभीषण मंदिर का भी दर्शन कर पाएंगे। इसके लिए हर यात्री को 37 हजार 800 रुपये का अतिरिक्त भुगतान भी करना पड़ेगा। रामायण एक्सप्रेस में यात्रा करने के लिए बीते वर्ष जब बुकिंग शुरू हुई थी तो बस सात दिन में ही इसकी सारी सीटें बुक हो गई थीं।
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