Badam Khane ke Fayde: बादाम एक फल है, जो दिखने में तो छोटा होता है लेकिन इसके फायदे ऐसे-ऐसे हैं। जिसके बारे में आप जानेंगे तो हैरान रह जाएंगे। बादाम की एक छोटी सी गिरी में कई सारे पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। बादाम कई तरह के होते हैं। भारत के कई भागों में मुंगफली को भी बादाम ही कहा जाता है। लेकिन हम आपको बतादें कि इस आर्टिकल में हम बादाम(आल्मण्ड) की बात कर रहें हैं। यह अंडाकार का होता है, छिल्का उतार देने के बाद यह सफेद रंग का दिखने लगता है।
बादाम फलों के रोजेशी परिवार से आता है। इस परिवार में बादाम के अलावा आडू, सेब, नाशपाती, चेरी और खुबानी भी शामिल है। विश्व भर में बादाम की उत्पत्ति मध्य एशिया और चीन में की जाती है। संयुक्त राज्य में भी बड़े पैमाने पर बादाम की खेती की जाती है। इसके बाद बादाम की खेती करने के मामले में स्पेन और इरान का नम्बर आता है। भारत में बादाम की खेती सबसे ज्यादा जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में की जाती है।
बादाम का सेवन ज्यादातर कच्चे किया जाता है। लेकिन इसे कई तरह के व्यंजनों में डालकर भी खाया जा सकता है। भारत में बादाम से कई तरह की मिठाइयां और नमकीन भी बनाए जाते हैं। बादाम की मदद से मक्खन, दूध और तेल भी तैयार किया जाता है। बादाम सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है, इसमें प्रोटीन मिनरल्स विटामिन और फाइबर प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं। नियमित रूप से बादाम खाने से शरीर का कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है। नियमित रूप से बादाम का सेवन करने से कार्डियोवस्कुलर रोगों एवं कैंसर को रोकने में मदद मिलती है। इतना ही नहीं डायबिटीज के मरीजों के लिए बादाम एक बेहद ही बढ़िया स्नैक्स है।
बादाम की खूबियों के बारे में घर के बड़े बूढ़े हमेशा से बताते रहे हैं। यही कारण है कि बच्चा-बच्चा भी बादाम की खूबियों के बारे में जानता है। यह दिमाग के लिए सर्वोत्तम आहार है। बादाम में मौजूद विटामिन-ई की मात्रा दिमाग को सेंसिटिव बनाती है। साथ ही यह संज्ञानात्मक गिरावट को रोकने में मदद करता है और याददाश्त की क्षमता को बढ़ाता है। बादाम में जिंक की भरपूर मात्रा होती है। जो दिमाग की कोशिकाओं को हानिकारक हमलों से बचाता है। इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन बी6 दिमाग की कोशिकाओं की मरम्मत भी करता है।
अनेक तरह के पोषक तत्वों से भरपूर बादाम के सेवन से वजन कम किया जा सकता है। दरअसल बादाम को डाइट के तौर पर लिया जा सकता है। बादाम का थोड़ा सा ही सेवन करने से पेट भर जाता है और आप ज्यादा खाना खाने से बचते हैं। इसमें मौजूद जिंक और विटामिन बी आपके शुगर लेवल को मेंटेन रखते हैं।
बादाम का सेवन एक नियमित मात्रा में गर्भवती महिलाएं भी कर सकते हैं। इसमें मौजूद फोलिक एसिड होने वाली संतान को हृष्ट-पुष्ट को बनाता है। साथ ही बच्चे में होने वाले विकार या जन्म दोष को समाप्त करता है। जो महिलाएं गर्भावस्था के दौरान बादाम का सेवन करती हैं। उनके शिशु में एनटीडी (तंत्रिका ट्यूब दोष) की संभावना कम हो जाती है। गर्भवती महिलाओं को अपने आहार में बादाम शामिल करना चाहिए। यदि आप गर्भवती हैं, तो इसका सेवन आपके शिशु के अच्छे स्वास्थ्य के लिए अवश्य करें।
बादाम में फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है। जिसके कारण यह ना केवल कब्ज से राहत दिलाता है। बल्कि कब्ज होने से भी बचाव करता है। बादाम का सेवन करने से कॉलन कैंसर होने की संभावना बहुत कम हो जाती है। इसके अलावा इससे एसिडिटी और सीने में जलन की समस्या में भी आराम मिलता है।
बाजार में बादाम से कई गुना ज्यादा कीमत पर बादाम का तेल मिलता है। लेकिन बादाम के तेल में मौजूद फास्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज और पोटेशियम शरीर में मौजूद हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। डॉक्टर भी ऑस्टियोपोरोसिस और अन्य हड्डी से सम्बंधित रोगों से बचने के लिए रोज़ाना साबुत बादाम खाने की सलाह देते हैं। बादाम का तेल नवजात शिशु की हड्डियों को मजबूत बनाता है।
बादाम का तेल ना केवल हड्डी और त्वचा को पोषण देता है। बल्कि यह आपके त्वचा को सुंदर बनाता है और झुर्रियों से मुक्त भी रखता है। नियमित रूप से अगर आप बादाम के तेल से मसाज करते हैं। तो यह सनबर्न की समस्या को भी दूर कर देता है। बादाम के तेल में एक खूबी यह भी है। कि यह आपके त्वचा को ऑयली नहीं होने देता और आप इसके इस्तेमाल के बावजूद भी पिंपल जैसे समस्या से खुद को सुरक्षित रख पाते हैं।
बादाम का तेल कई तरह की समस्याओं से निदान दिलाता है। डॉक्टर्स बालों की समस्या के लिए भी बादाम के तेल का प्रयोग करने की सलाह देते हैं। इससे बाल झड़ने की समस्या हो या रूसी की हर समस्या में लाभ मिलता है।
बादाम में मौजूद विटामिन ई, बायोटिन, मैंगनीज, तांबा, फैटी एसिड बालों के लिए अनुकूल पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। बादाम में निहित ज़िंक नई कोशिकाओं के नवीकरण को बढ़ाता है, बालों को झड़ने से बचाता है और उन्हें मज़बूत व घना बनाने में योगदान देता है।
नियमित रूप से बादाम खाते रहने से शरीर में मौजूद हानिकारक कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रण में रहता है। इसके अलावा यह शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल लेवल को मेंटेन करता है।
बादाम का हलवा या कच्चा बादाम ना केवल मधुमेह को नियंत्रण में रखता है। बल्कि यह जिन कारणों से मधुमेह होता है उन पर अंकुश भी लगाता है। इसमें मौजूद स्वस्थ वसा , विटामिन, फाइबर और बादाम में कई खनिज ग्लूकोज के अवशोषण और प्रसंस्करण को नियमित करने में मदद करते हैं।
वैसे तो बादाम से होने वाले नुकसान बहुत कम है लेकिन अगर आवश्यकता से अधिक इसका सेवन कर लिया गया तो यह काफी नुकसान पहुंचा सकता है। डॉक्टर के मुताबिक बादाम गर्म होता है। अगर जरूरत से ज्यादा इसका सेवन कर लिया जाए, तो इससे कब्ज, पेट में सूजन और लूज मोशन कि समस्या हो सकती है।
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