Benefits Of Moong Dal In Hindi: कहते हैं कि दालों से ज्यादा पौष्टिक कुछ नहीं होता। दालों से हमें वे सभी पौष्टिक तत्व मिलते हैं जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए चाहिए होते हैं। लेकिन इन सभी दालों में जो दाल सबसे ज्यादा पौष्टिक होती है वह है मूंग की दाल। इस दाल में विटामिन ‘ए’, ‘बी’, ‘सी’ और ‘ई’ से लेकर पॉटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, कॉपर, फोलेट, फाइबर आदि ढेरों पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं। इसी के साथ इसमें कैलरी की मात्रा बेहद कम होती है और यह कई बीमारियों को हमसे दूर रखने में भी मदद करती है। तो आइए आज आपको बताते हैं मूंग की दाल के फायदे(Benefits Of Moong Dal In Hindi)।
मूंग की दाल में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और फ्लेवोनॉयड्स पाए जाते हैं, जो स्ट्रेस को दूर करने में मदद करते हैं। यही स्ट्रेस अक्सर हृदय रोग का कारण होता है। एक शोध के मुताबिक मूंग दाल का सूप पीने से गर्मी के कारण होने वाले तनाव में भी राहत मिलती है।
गर्मी के मौसम में हीट स्ट्रोक होना बेहद आम बात है। मूंग की दाल इस हीट स्ट्रोक से बचने में मदद करती है। एक शोध के मुताबिक मूंग की दाल में विटेक्सिन(vitexin) और आइसोविटेक्सिन(isovitexin) नामक दो घटक पाए जाते हैं, जो हीट स्ट्रोक के खतरे को दूर करने में मदद करते हैं। गर्मी के मौसम में मूंग दाल सूप पीना बेहद लाभदायक होता है।
मूंग की दाल में हाइपोकोलेस्ट्रोलेमिया नामक पदार्थ पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने नहीं देता और कंट्रोल करने में मदद करता है।
मूंग की दाल में एंटीहाइपरटेंसिव गुण पाया जाता है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के साथ उसे बढ़ने से भी रोकता है।
गर्भावस्था के दौरान, भ्रूण के अच्छे विकास के लिए महिलाओं को खूब सारे फोलेट युक्त पदार्थ खाने के लिए कहा जाता है। एक शोध के अनुसार 100 ग्राम मूंग की दाल में 625 माइक्रोग्राम फाेलेट होता है, जो की मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। लेकिन ध्यान रहे गर्भावस्था में हमेशा उबले हुए मूंग दाल स्प्राउड्स ही खाएं क्योंकि कच्चे स्प्राउड्स आपका पेट खराब कर सकते हैं।
बाकी दालों की अपेक्षा मूँगदाल हल्की होती है और आसानी से पाच जाती है। इसे खाने से शरीर में फैटी एसिड ब्यूटेरेट (Fatty acid butyrate) का उत्पादन बढ़ता है, जो पाचन में मदद करता है और शरीर में गैस नहीं बनने देता। इसके अलावा इसमें भरपूर मात्रा में मौजूद प्रोटीन व फाइबर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने का काम करता है। मूंग की दाल मे ट्रिप्सिन इन्हिबिटर्स (trypsin inhibitors), हीमगलगुटिनिन (hemagglutinin), टैनिन (tannins) और फाइटिक एसिड (phytic acid) जैसे पदार्थ भी पाए जाते हैं, जो पाचन तंत्र काे ठीक करने के साथ ही शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। मूंग की दाल में नींबू का रस मिलाकर खाने से दाल का टेस्ट तो बढ़ता ही है साथ ही साथ इसके फायदे भी बढ़ जाते हैं।
एक शोध के अनुसार, काली मूंग की दाल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटीडायबिटिक गुण रक्त में मौजूद ग्लूकोज का लेवल कम करने में मदद करते हैं और उसे कंट्रोल में रखते हैं।
मूंग दाल में पाए जाने वाले पॉलीफेनोल्स में एंटीमाइक्रोबियल, एंटी बैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं, जो कई तरह के फंगल संक्रमण को दूर करने में मदद करते हैं।
एक शोध के अनुसार, मूंग दाल में मौजूद पॉलीफेनॉल्स, जैसे विटेक्सिन, गैलिक एसिड व आइसोविटेक्सिन में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होता है, जो शरीर में सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है।
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