CoronaVirus: आतंक का दूसरा नाम बन चूका कोरोना वायरस चीन समेत दुनिया के 20 देशों में फ़ैल चूका है। जहाँ चीन में इस घातक वायरस से मरने वालों की संख्या 1,000 के पार पहुंच चुकी है वहीँ अकेले चीन में ही लगभग 42,708 लोग इस वायरस से संक्रमित है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जिनेवा में एक बैठक भी की है, जिसमें जांच में तेज़ी, दवाई और टीके की उपलब्ध पर ज़ोर दिया गया।
जानिए क्या है यह कोरोना वायरस
इस वायरस की पहचान सबसे पहले चीन के वुहान शहर में हुई थी, जहां पर लगातार लोगों में सांस की तकलीफ के मामले सामने आ रहे थे। रिसर्च से पता चला है कि यह वायरस कोरोना परिवार की एक नई नस्ल है जिसकी पहचान अभी तक इंसानों में नहीं हो पाई थी। कोरोना वायरस से संक्रमण होने पर शुरुआत में बुखार आता है और फिर उसके बाद सूखी खांसी जोर पकड़ने लगती है, हफ़्ते भर तक ऐसी ही स्थिति रही तो सांस की तकलीफ़ शुरू हो जाती है जो जान लेवा बन सकती है। हांगकांग के प्रसिद्ध मेडिकल ऑफिशियल्स ने चेतावनी दी है कि यह वायरस 4 मिलियन (4,546,278,240) से अधिक लोगों को संक्रमित करने की क्षमता रखता है और यह काफी तेजी से फैल रहा है।
जानिए इस वायरस से बचने के उपाय
भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोरोना वायरस (CoronaVirus) से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। इनके मुताबिक,
- हाथों को साबुन से अछि तरह धोएं, जिसमें आप अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
- खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू का इस्तेमाल करें।
- जिन व्यक्तियों में जुखाम या फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें.।
- अंडे और मांस के सेवन से बचें। जंगली जानवरों के संपर्क में आने से भी बचें।
यह भी पढ़े:
लोगों को मौत की नींद सुला रहे कोरोनावायरस ने यहां बचाई एक लड़की की इज्जत, जानें पूरा मामला
यात्री ने चिल्लाया- मुझे कोरोना वायरस है, पायलट ने तुरंत वापस घुमा लिया प्लेन
Coronavirus के शक में महिला को किया बॉक्स में लॉक, चीन के जुल्म के कई वीडियो वायरल
कोरोना वायरस क्या है ? जानें इसके लक्षण, बचाव और कारण…(Coronavirus China)
जानिए क्यों मरीज़ों को पिलाया जा रहा है सॉफ्टशेल कछुए का सूप
चीन से आई रिपोर्ट्स के मुताबिक वहां के अस्पतालों में कोरोना वायरस (CoronaVirus) के मरीज़ों को कछुए का सूप पिलाया जा रहा है। पारंपरिक चीनी चिकित्सा के अनुसार, यह सूप सॉफ्टशेल कछुए से बनाया जाता है जोकि प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत मन जाता है। यह सूप मरीज़ों को दिन में दो बार पिलाया जाता है। वैसे तो अभी तक इस जानलेवा बीमारी का कोई पक्का इलाज सामने नहीं आया है, लेकिन इससे पीड़ित लोगों को इस बीमारी से लड़ने के लिए पौष्टिक आहार की सख्त ज़रूरत होती है जिसमें यह सूप बेहद असरदार साबित हो रहा है।