हेल्थ

गर्भवती महिला को किस महीने में, बालों में कलर कराना हो सकता है सेफ।

Hair color during pregnancy In Hindi: प्रेग्नेंसी के दौरान आपको अपना विशेष ध्यान रखना पड़ता है। ऐसे में कई ऐसी चीजें हैं ,जिनको करने की मनाई रहती है। प्रेग्नेंसी के समय डर बना रहता है कि कोई ऐसी गलती ना होने पाए जिससे हेल्थ पर असर पड़ने पाए। उन्हीं में से एक है बालों को कलर करने का। बालों को कलर करना एक ट्रेंड बन गया है, परंतु क्या प्रेगनेंसी के दौरान बालों को कलर किया जा सकता है। बालों को कलर करने में कई तरह के हार्ड केमिकल इस्तेमाल किए जाते हैं। इसमें कई सेशन भी लगते हैं। इसलिए प्रेगनेंट वूमेन के लिए इसे सेफ नहीं माना जाता है। हालांकि यह एक तरह का मिथ भी हैं।

अगर आपके भी मन में भी यह कंफ्यूजन है की प्रेगनेंसी के दौरान बालों को कलर करना उचित है या नहीं। तो आपको बता दें की प्रेगनेंसी के दौरान आप हेयर कलर को कुछ प्रिकॉशन के साथ इस्तेमाल कर सकते हैं। परंतु आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए, जैसे बालों को कलर करने के लिए सेफ कलर का ही प्रयोग करें। आइए जानते हैं कि क्या प्रेगनेंसी के दौरान बालों को कलर कर सकते हैं। और कलर के दौरान किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

क्या प्रेगनेंसी के दौरान बालों को कलर करना सेफ है।(Hair color during pregnancy In Hindi)

प्रेगनेंसी के दौरान हेयर कलर करने की बहुत ही छोटे सैंपल साइज हैं। डॉक्टर के अनुसार प्रेगनेंसी के दौरान बालों को कलर करने से इसका खतरा बहुत कम होता है। इसका प्रभाव आपके बच्चे पर बिल्कुल भी नहीं पड़ता है। डॉक्टर के अनुसार बालों में कलर लगाने के लिए केमिकल हेयर ड्राई के बजाय प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि यदि आप के बॉडी में इम्यून सिस्टम कमजोर हो ,तो हेयर ड्राई में इस्तेमाल किए गए किसी खास केमिकल से आपको नुकसान हो सकता है। अधिकतर हेयर ड्राई में साइड इफेक्ट होते भी हैं, तो वह बहुत कम होता है। गर्भवती महिलाओं को अपने हेयर ड्राई करने से पहले डॉक्टरों से संपर्क करने की सलाह दी जाती हैं। ताकि गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित हेयर ड्राई के चुनाव में वह आपकी मदद कर सके। डॉक्टर से सलाह लेने का एक दूसरा कारण यह भी है कि आपकी गर्भावस्था के दौरान बालों को कलर करने के लिए सबसे सुरक्षित समय का पता लगा सके।

प्रेगनेंसी के दौरान बालों को कलर करने के नेचुरल तरीके: आप नेचुरल तरीके से कलर करने के लिए वेजिटेबल्स डाई का भी इस्तेमाल कर सकती है। हिना भारतीय उपमहाद्वीप में बालों को रंगने का एक पारंपरिक तरीका है। यह पूरी तरीके से प्राकृतिक है और इसमें किसी भी प्रकार का केमिकल नहीं होता। हिना या मेहंदी के पाउडर की जगह पत्तियों का भी इस्तेमाल करके अपने बालों को अच्छा कलर दे सकते हैं।

प्रेगनेंसी के दौरान हेयर कलर करने में बरतें सावधानी: प्रेगनेंसी के दौरान अपने खानपान को लेकर सचेत रहना पड़ता है ।साथ ही साथ अपनी लाइफ स्टाइल को भी बेहतर तरीके से रखने पर ध्यान देना चाहिए। आज के समय में प्रेगनेंसी के दौरान महिलाएं खूबसूरत दिखने और फैशन ट्रेंड को बखूबी अपनाती हैं। ऐसे में हेयर कलर भी एक ट्रेंड चल पड़ा है।आइए जानते हैं प्रेगनेंसी के दौरान बालों में कलर लगाने के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।

  • प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में यानी 12 हफ्ते तक किसी भी तरह की हेयर कलर से बचना चाहिए। शुरुआती दिनों में मां और बच्चे दोनों ही बेहद कमजोर होते हैं। ऐसे में हाई केमिकल का इस्तेमाल मां और बच्चे दोनों की सेहत से खिलवाड़ करने जैसा हो सकता है।
  • बालों में हेयर कलर कलर करने के लिए ऐसे विकल्पों को चुने जो बालों की जड़ों तक ना पहुंचे। आप चाहे तो हाइलाइट्स, स्ट्रीकिंग अपने बालों में करा सकते हैं।
  • कलर करने के दौरान हवादार कमरे का ही चुनाव करें प्रेग्नेंसी के समय महिलाओं को बहुत तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जैसे सांस चढ़ना सिर-दर्द ,जी मिचलाना आदि।ऐसे में प्रेग्नेंट महिला को हवादार कमरे में रहना चाहिए।
  • कलर लगाने से पहले एक पैच टेस्ट जरूर कर ले । अपने हाथों पर या बॉडी पर किसी अन्य हिस्से पर थोड़ा सा कलर लगा कर जांच लें, कि कहीं आपको किसी तरह की परेशानी तो नहीं हो रही है। ऐसे में आगे आने वाली परेशानियों को रोका जा सकता है कि।

प्रेग्नेंसी एक सुखद एहसास है। यह कोई बीमारी नहीं है, जो कुछ भी करने की मनाई हो। परंतु बड़ी खुशियों के लिए एहतियात बरतनी पड़ती है। इस दौरान कुछ भी नया करने से पहले अपने डॉक्टर से विचार अवश्य करें। प्राकृतिक चीजें, जीरो रिस्क फैक्टर्स के साथ होते हैं। इसलिए नेचुरल चीजों को ज्यादातर अपनाएं।

Facebook Comments
Manisha Tripathi

Share
Published by
Manisha Tripathi

Recent Posts

हिमाचल प्रदेश की वो झील जहां अंधेरे में आती हैं परियां, जानें क्या है इस फेमस लेक का राज़

Facts About Chandratal Lake In Hindi: भारत में हज़ारों की संख्या में घूमने की जगहें…

1 week ago

घर में ही शुगर लेवल को ऐसे करें मैनेज, डॉक्टर के चक्कर काटने की नहीं पड़ेगी ज़रूरत

Blood Sugar Control Kaise Kare: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में कई बीमारियों को समाज…

1 week ago

इन बीमारियों का रामबाण इलाज है गोंद कतीरा, जानें इस्तेमाल करने का सही तरीका

Gond Katira Khane Ke Fayde: आयुर्वेद विज्ञान से भी हज़ारों साल पुराना है। प्राचीन ग्रंथों…

2 weeks ago

दिलजीत दोसांझ को फैन के साथ किया गया फ्रॉड, सिंगर के इस कदम ने जीता सबका दिल

Diljit Dosanjh Concert Scam: भारतीय गायक दिलजीत दोसांझ किसी परिचय के मोहताज नहीं है। वे…

2 weeks ago

आखिर क्या है वायु कोण दोष? जानिए ये कैसे होता है और इसके प्रभाव क्या हैं?

Vayu Kon Dosha Kya Hota Hai: पौराणिक मान्यताओं व ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा माना…

4 weeks ago