Hanuman Phal Khane Ke Fayde: भारतीय फल बाजार में इन दिनों एक ऐसे फल का बोलबाला है जिसके बारे में बहुत से लोगों को कोई ख़ास जानकारी नहीं है। उस फल का नाम है सरसोप या ग्रेविओला आम बोलचाल की भाषा में इसे हनुमान फल एवं लक्ष्मण फल के नाम से भी जानते हैं। इस फल की बनावट अनानास की तरह होती है जिसकी बाहरी त्वचा मोटी और अंदर से गूदेदार होता है। इस फल की उत्पत्ति ब्राज़ील में हुई थी और हमारे देश में भी इसका उत्पादन दक्षिण भारत में होता है। यह एक उष्ण कटबंधीय फल है। हनुमान फल का उपयोग विभिन्न प्रकार के फूड कन्फेक्शनरी के तौर पर किया जाता है। आज के इस लेख में हम आपको हनुमान फल के औषधीय गुणों के बारे में विस्तार से बताएंगे।
100 ग्राम हनुमान फल में 81.16 ग्राम पानी, 1 ग्राम प्रोटीन, 14 ग्लूकोज़ ऑक्सीजन, 0.6 ग्लूकोज़ ऑक्सीजन, 21 ग्लूकोज़ ऑक्सीजन, 278 ग्लूकोज़ ऑक्सीजन, 27 ग्लूकोज़ ऑक्सीजन, 0.1 ग्लूकोज़ ऑक्सीजन, 20.6 ग्लूकोज़ विटामिन सी और 14 एमसीजी फोलेट होता है। एक स्टडी के अनुसार हनुमान फल में लगभग 212 प्रकार के फाइटोकेमिकल्स होते हैं। जो शरीर को विभिन्न प्रकार के रोगों से लड़ने की ऊर्जा प्रदान करते हैं।
कई लोग हनुमान फल को नेचर की कीमोथेरेपी कहते हैं, ऐसा कहा जाता है कि इस फल और इसकी पत्तियों का सेवन करने से 12 प्रकार के कैंसर को कम किया जा सकता है। बताया जाता है कि यह फल ब्रेस्ट कैंसर, लंग्स कैंसर, अग्नाशय के कैंसर से हमें बचा सकता है। आम तौर पर कैंसर रोगियों को कीमोथेरेपी की प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ता है जो कि बहुत ही पीड़ादायक होती है और इस प्रक्रिया के दुष्प्रभाव भी बहुत होते हैं। हालाँकि इस फल के सेवन से कोई भी दुष्प्रभाव हमारे शरीर में नहीं होता है।
UTI यानी की यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन आज महिलाओं की सबसे आम स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। हनुमान फल का नियमित सेवन करने से महिलाओं को इस समस्या से निजात मिल सकता है। इस फल के अंदर विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में होता है जो यूरिन में एसिड की मात्रा को संतुलित रखता है। जब एसिड की मात्रा में बढ़ोत्तरी होती है तो महिलाओं में इस इंफेक्शन का खतरा बहुत बढ़ जाता है।
इस फल में विटामिन सी की पर्याप्त होने की वजह से यह शरीर के पाचन तंत्र के लिए बहुत अच्छा होता है। इसका नियमित सेवन करने से digestive disorders होने का खतरा कम हो जाता है। फल के अंदर फाइबर की मौजूदगी से कब्ज़ (constipation) जैसी समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
बहुत सी महिलाएं पीरियड्स के दौरान Water Retention कारण फूला हुआ महसूस करती हैं। इस बीच पीरियड्स के दौरान हनुमान फल के सेवन से Water Retention को कम किया जा सकता है। हनुमान फल में मौजूद पोटेशियम और फाइबर सूजन को कम करने में मददगार साबित होते हैं।
डिस्क्लैमर :- इस लेख को सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी चीज़ के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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