Water Retention Ke Karan Lakshan Gharelu Ilaj In Hindi: एक स्वस्थ मानव शरीर में सीमित पानी की मात्रा होना बेहद जरूरी है। इसलिए अक्सर बड़े-बूढ़े या डॉक्टर्स हमें समय-समय पर पानी पीते रहने की सलाह देते हैं। पानी, खाने से मिले पोषण को घुलने में और शरीर की गंदगी को बाहर निकालने में हमारी मदद करता है। लेकिन कई बार जब हमारे शरीर के अंदर का पानी पसीने, मूत्र या आंसू के रूप में बाहर नहीं निकल पाता और शरीर के ही किसी हिस्से में जमा होने लगता है, इस समस्या को वॉटर रिटेंशन कहा जाता है। मेडिकल भाषा में इसे एडिमा भी कहते हैं। कई बार यह समस्या खुद-ब-खुद 2-4 दिन में ठीक हो जाती है, लेकिन यदि ऐसा एक हफ्ते से ज्यादा समय के लिए हो तो बिना समय गवाए डॉक्टर से परामर्श लेने में ही भलाई होती है।
नोएडा के नामचीन हॉस्पिटल के एक सीनियर डॉक्टर के अनुसार, वॉटर रिटेंशन की समस्या हॉर्मोनल चेंज या अधिक मात्रा में नमक के सेवन के कारण हो सकती है। हमारे शरीर में काफी अधिक मात्रा में पानी होता है, लेकिन इस पानी का एक सीमित मात्रा में होना बेहद जरूरी है। क्योंकि शरीर में पानी की मात्रा में असंतुलन कई प्रकार की समस्याएँ उत्पन्न कर सकता है। जिसके कारण आपके शरीर में सूजन आने के साथ ही वजन भी बढ़ सकता है और इस वजह से आप सुस्त हो सकते हैं। वॉटर रिटेंशन एक सामान्य रोग है जो खराब डाइट, पीरियड्स, आनुवंशिकी जैसे कई कारणों से हो सकता है। लेकिन चिंता की कोई बात नहीं क्योंकि आप अपनी जीवनशैली में थोड़े से बदलाव कर इस बीमारी से आसानी से निजात पा सकते हैं।
वॉटर रिटेंशन को कम करने के लिए पोटेशियम युक्त फल व सब्जियों का अधिक मात्रा में सेवन करें। खाद्य पदार्थों का सेवन करना, सप्लीमेंट्स लेने से ज्यादा बेहतर व प्रभावी होगा।
पोटेशियम के साथ-साथ विटामिन-बी6 युक्त चीजों का सेवन बढ़ाने से भी वॉटर रिटेंशन कम हो सकता है।
शरीर में अत्यधित मात्रा में सोडियम होने से वॉटर रिटेंशन हो सकता है, इसलिए एक सीमित मात्रा में ही नमक का सेवन करें। जंक फूड में नमक की मात्रा काफी ज्यादा होती है जो शरीर में जाकर सोडियम लेवल बढ़ाती है। इसलिए जितना हो सके जंक फूड से दूर रहें और इसकी जगह अपनी डाइट में पोषण तत्त्वों से भरपूर चीजें शामिल करें। लेकिन ध्यान रखें कि इन पौष्टिक चीज़ों में भी नमक की मात्रा ज्यादा ना हो।
हर्बल चाय बेहद फायदेमंद होती है और इसे नियमित रूप से पीने से वॉटर रिटेंशन की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
कसावटदार स्टॉकिंग पहनने से वॉटर रिटेंशन को दूर करने में मदद मिलती है। अक्सर वॉटर रिटेंशन के मरीज ओवर वेट होते हैं, ऐसे में अपनी लाइफस्टाइल को चेंज करना बेहद जरूरी है।
उम्मीद है आपको वॉटर रिटेंशन की समस्या से निजात पाने में मदद मिलेगी। अपने विचार हमें कमेन्ट बॉक्स में भेजें।
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