How To Grow Tej Patta Plant At Home In Hindi: भारतीय किचन में तेजपत्ता का इस्तेमाल वेज से लेकर नॉनवेज तक बहुत से डिशेज में किया जाता है। यह एक तरह से रोजमर्रा के इस्तेमाल वाला मसाला है। सब्जी, दाल आदि में तड़का लगाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। आप चाहें तो घर में गमले में भी तेजपत्ता का पौधा उगा सकती हैं। इसके लिए आपको बस हमारे बताए गार्डनिंग टिप्स को फॉलो करना होगा।
तेजपत्ते का पौधा लगाने के लिए आपको उसके बीज, खाद, एक बड़े साइज का गमला और मिट्टी चाहिए होगी। बीज से ही किसी पेड़ या पौधे की शुरुआत होती है। इसलिए किसी भी पौधे को लगाने के लिए बीज का सही चुनाव करना बेहद ज़रूरी हो जाता है। आप बीज या पौधा , दोनों में से कोई भी विकल्प चुन सकती हैं। बस ये दोनों ही स्वस्थ और अच्छी क्वालिटी के होने चाहिए।
जिस गमले में आप पौधा लगाने की सोच रही हैं उस मिट्टी को अच्छी तरह खोदकर मुलायम कर लें। एक से दो दिन बाद उस मिट्टी में एक माप खाद डालकर अच्छे से मिक्स कर दें। खाद मिक्स करने के बाद तेजपत्ता के बीज को लगभग 1-2 इंच मिट्टी में गहरा दबाकर ऊपर से मिट्टी डाल दें। मिट्टी डालने के बाद पानी भी ज़रूर डालें। अगर आप सीधे तेजपत्ता का पौधा लगा रही हैं तो सबसे पहले मिट्टी में एक से दो मग खाद को डालकर अच्छे से मिक्स कर दें। अब गमले में पौधे को बीचो-बीच डालकर पकड़े रहें और साइड-साइड में खाद युक्त मिट्टी को डालकर अच्छे से दबा दें। मिट्टी दबाने के बाद एक से दो मग पानी डालकर छोड़ दें।
गमले में लगा पौधा सही तरीके से बढ़े इसके लिए सही खाद का सही मात्रा में इस्तेमाल भी बहुत ज़रूरी है। केमिकल युक्त खाद के इस्तेमाल से तेजपत्ता का पौधा मर भी सकता है। ऐसे में आप जैविक खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं। जानवरों के गोबर से बनी खाद और कम्पोस्ट खाद पौधों के लिए बहुत अच्छे होते हैं।फल के छिलके, बची हुई चाय पत्ती, बचा हुआ चावल आदि को भी आप खाद के रूप में इस्तेमाल कर सकती हैं।
तेजपत्ता के पौधे को मौसमी कीड़ों से बचाने के लिए समय समय पर कीटनाशकों का भी छिड़काव जरूरी है। केमिकल स्प्रे के बजाय आप नेचुरल होममेड कीटनाशक भी स्प्रे कर सकती हैं। इसके लिए आप नीम का पत्ता, नींबू का रस, पुदीना का पत्ता, बेकिंग सोडा, सिरका आदि चीजों से कीटनाशक स्प्रे बनाकर इसका पौधे पर छिड़काव कर सकती हैं।
तेजपत्ता का पौधा लगाने के बाद समय-समय पर उसे पानी और खाद देते रहें। जब पौधा लगभग 2-3 फीट हो जाए तो आप आसपास की मिट्टी को एक बार से दो बार खोदकर खाद को मिक्स कर दें। पौधा जब तक 2-3 फीट बड़ा न हो जाए तब तक आप तेज धूप से उसे दूर ही रखें। पौधे के आसपास उगने वाले जंगली घास को ज्यादा बड़ा न होने दें। ये पौधे को मिलने वाले पोषक तत्वों को खुद इस्तेमाल करने लगते हैं जिससे तेजपत्ता का पौधा कमजोर होने लगता है। आठ से दस महीने में पौधे में खाने योग्य पत्ते होने लगते हैं। आप पत्तों को पेड़ से भी सूखने के लिए रख सकती हैं या तोड़कर तेज धूप में भी रख सकती हैं, और फिर जब चाहे इस्तेमाल कर सकती हैं।
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