Lichi ke Fayde: वैसे तो हर तरह के फलों का एक मौसम होता है। लेकिन आज हाइब्रिड खेती के जमाने में हर फल हर मौसम में उपलब्ध रहते हैं। लेकिन लीची एक ऐसा फल है जो केवल एक ही सीजन में मिलता है। हालांकि कुछ जगहों पर यह सालों भर उपलब्ध होता है लेकिन सालों भर मिलने वाला निजी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद नहीं होता है। लीची का वैज्ञानिक नाम लीची चिनेन्सिस (Litchi Chinensis) है और यह सोपबैरी (Soapberry) परिवार की सदस्य है। इसके पेड़ की ऊंचाई 15-20 मीटर तक होती है और इसकी पत्तियां लगभग 15-25 cm लंबी होती हैं। लीची खाने में काफी रस भरा होता है यह नरम सफेद और गुलाबी रंग का होता है। औसतन इसका आकार 2 इंच ऊंचा और 2 इंच चौड़ा होता है। जानकारों की माने तो लीची उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंध है जलवायु में बढ़ने वाला एक फल है। बेहद कम लोग ही जानते हैं कि लीची का पौधा सबसे पहले चीन में उगाया गया था। यहां करीब 4000 से ज्यादा वर्षों से लीची की खेती की जा रही है। चीन के अलावा लीची का मुख्य उत्पाद भारत और दक्षिणी अफ्रीका के कुछ हिस्सों में होता है। भारत में लीची का सबसे अधिक उत्पादन बिहार में होता है। इसके अलावा लीची पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, असम और त्रिपुरा आदि राज्यों में भी उगाई जाती है।
लीची में मुख्य तौर पर विटामिन सी, विटामिन बी6, नियासिन, राइबोफ्लेविन, फोलेट, तांबा, पोटेशियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम और मैंगनीज सहित खनिज और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा लीची आहार फाइबर (dietary fiber), प्रोटीन और पॉलीफेनॉलिक यौगिकों का अच्छा स्रोत है।
लीची में फाइबर की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। जो कि शरीर में पाचन प्रक्रिया को बढ़ाता है। इसके सेवन से आपके आंखों को कार्य करने में आसानी होती है। परिणाम स्वरूप पाचन तंत्र में खाना बेहद आसानी से पच जाता। इसमें मौजूद फाइबर चिकनी एवं छोटी आत की मांसपेशियों को भी उत्तेजित करने का काम करता है। जिसके कारण भूख बढ़ती है। इसके सेवन से गैस्ट्रिक की समस्या भी खत्म होती है।
लीची में मौजूद सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में से एक है विटामिन सी, जो कि आपके रोग प्रतिरोधक प्रणाली को बढ़ावा देता है। क्योंकि विटामिन सी एक प्रमुख एंटीऑक्सीडेंट है तो इससे सफेद रक्त कोशिकाओं की गतिविधि भी प्रोत्साहित होती है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखने के लिए जरूरी है।
लीची खाने में जितना ही स्वादिष्ट होता है उसमें उतने ही सारे विटामिन और पौष्टिक तत्व भी पाए जाते हैं। इसमें मौजूद पॉलीफेनोलॉलिक यौगिकों और प्रोएथोकाइनाइडिन वास्तव में विटामिन सी की तुलना में अधिक शक्तिशाली होते हैं और मुक्त कणों को निष्क्रिय करने और शरीर को विभिन्न बीमारियों से बचाते हैं। शरीर में पाए जाने वाले मुक्त कण सेलुलर चयापचय के हानिकारक उप-उत्पाद हैं जो कैंसर, हृदय रोग, संज्ञानात्मक विकार और समय से पहले बुढ़ापे का कारण बन सकते हैं। लीची इन है खत्म करने में मदद करता है।
एक शोध संस्था द्वारा लीची में पाए जाने वाले प्रोएथोकेनडिंस (proanthocyanidins) नामक पोलीफेनॉल्स पर बड़े पैमाने पर अध्ययन किया गया। इस दौरान अध्ययन में पाया गया कि लीची वायरल बीमारियों के खिलाफ लड़ने का काम करता है। जिसके कारण वायरल बीमारियां लीची का सेवन करने वाले व्यक्ति के शरीर में घर नहीं कर पाती हैं।
धूप में ज्यादा समय बिताने के कारण शरीर में सनबर्न की समस्या उत्पन्न हो जाती है। अगर आप संवाद लेने से बचना चाहते हैं। तो विटामिन ई से परिपूर्ण लीची का जूस अपनी त्वचा में लगाएं। इससे आपको विटामिन ई की मात्रा भी मिलती है और साथ ही सनबर्न से होने वाले दाग भी खत्म हो जाते हैं।
प्रदूषण और तनाव के कारण आज लोग अपने बालों को काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं। आज के समय में ज्यादातर लोग बालों के झड़ने, डैंड्रफ और रूखापन के कारण परेशान रहते हैं परेशान रहते हैं। लीची एक बेहतरीन कंडीशनर के रूप में काम करता है। इसके उपयोग के लिए 8-10 लीची की लुगदी निकाले और उसे मैश करें और चमकदार और खूबसूरत बालों के लिए इससे कम से कम 15 मिनट तक अपने बालों पर अप्लाई करें।
शोधकर्ताओं के मुताबिक लीची में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कार्डियोवैस्कुलर स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का काम करते हैं। लीची में एक तरह का ऑलीगोनल नामक यौगिक भी पाया जाता है। जो कि नाइट्रिक ऑक्साइड को बढ़ावा देने का काम करता है। इससे आपकी रक्त वाहिका है बेहतर रूप से काम करने लगती हैं। परिणाम स्वरूप आपका हृदय स्वस्थ रहता है और रक्तचाप भी नियंत्रण में रहता है।
कॉपर एक ऐसा खनिज है जो कि हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक होता है। तांबे के बर्तन में पानी रखकर पीना हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद भी होता है। लीची में कॉपर की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। लीची में मौजूद तांबा सामग्री रक्त परिसंचरण को बढ़ावा दे सकती है और अंगों और कोशिकाओं के ऑक्सीजन को बढ़ा सकती है। जिससे ब्लड सरकुलेशन नियंत्रित रहता है।
अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो अपने डाइट लिस्ट में लीची को शामिल कर लें। बेशक निजी मीठा होता है लेकिन इसमें शुगर और कैलोरी की मात्रा बेहद ही कम होती है। जानकारों के मुताबिक 100 ग्राम लीची में केवल 66 कैलोरी मौजूद होती है। जैसा कि हमने आपको पहले भी बताया कि लीची में पानी और फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है। जो कि वजन कम करने में काफी उपयोगी होता है।
कई सारे लोगों का यौन संबंध बनाने का इच्छा समय से पहले समाप्त हो जाता है। कई अध्ययनों के दौरान या पता चला कि लीची मनुष्य की उत्तेजना शक्ति को बढ़ाता। जिसके परिणाम स्वरूप व्यक्ति में यौन संबंध बनाने की इच्छा पैदा होती है। इसके पीछे इसमें मौजूद पोटैशियम कॉपर और विटामिन सी जैसे महत्वपूर्ण घटकों का योगदान होता है।
Facts About Chandratal Lake In Hindi: भारत में हज़ारों की संख्या में घूमने की जगहें…
Blood Sugar Control Kaise Kare: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में कई बीमारियों को समाज…
Gond Katira Khane Ke Fayde: आयुर्वेद विज्ञान से भी हज़ारों साल पुराना है। प्राचीन ग्रंथों…
Diljit Dosanjh Concert Scam: भारतीय गायक दिलजीत दोसांझ किसी परिचय के मोहताज नहीं है। वे…
Vayu Kon Dosha Kya Hota Hai: पौराणिक मान्यताओं व ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा माना…
Parsi Death Ceremony in Hindi: दुनिया तेजी से बदल रही है और इसी क्रम में…