Revive Dying Tulsi Plant Tips In Hindi: हिन्दू धर्म में तुलसी का पौधा बेहद शुभ माना जाता है और इसकी पूजा भी की जाती है। वहीं आयुर्वेद में तुलसी के पौधे को औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है और इसको कई तरह की दवाइयाँ बनाने में उपयोग किया जाता है। इसलिए लगभग हर भारतीय घर में तुलसी का पौधा पाया जाता है।
लेकिन अक्सर लोगों की यह शिकायत रहती है कि तुलसी के पौधे को अच्छी तरह से खाद-पानी देने के बावजूद, यह बहुत जल्दी मुरझा जाता है। एक शोध के मुताबिक, तुलसी के मुरझाने के कई कारण हो सकते हैं जैसे – गर्मी में लू लगना, सर्दी में ओस पड़ना और बारिश में अत्यधिक पानी कि मात्रा।
दरअसल, तुलसी के पौधे को ना तो ज्यादा धूप चाहिए, ना ही ज्यादा हवा और ना ही जरूरत से ज्यादा पानी क्योंकि यह एक ट्रॉपिकल प्लांट है, जो कम पानी, कम धूप और कम हवा में भी आसानी से सरवाइव कर सकता है। लेकिन यदि आपका तुलसी का पौधा सूख रहा है, तो महज कुछ आसान से घरेलू नुस्खे अपनाकर इसे फिर से हरा-भरा बनाया जा सकता है। तो आइये आज जानते हैं तुलसी को रिवाइव करने के टिप्स।
· नीम से आएगी मुरझाए तुलसी के पौधे में जान
एक्सपर्ट्स के अनुसार, यदि हर महीने, 2 चम्मच सुखी हुई नीम की पत्ती का पाउडर तुलसी के पौधे में डाला जाए, तो ना केवल यह सूखने से बचेगा बल्कि इसमें नई पत्तियां भी आने लगेंगी। इसके लिए नीम की पत्ती को सुखकर उसका पाउडर बना लें और तुलसी के पौधे की मिट्टी में इसे अच्छी तरह से मिला दें, कुछ ही दिनों में तुलसी फिर से खिल उठेगी।
· ऑक्सीजन का रखें खास ख़्याल
अक्सर बरसात के मौसम में पौधे में पानी इकट्ठा होने के कारण उसके पत्ते झड़ने लगते हैं, क्योंकि उन्हें अत्यधिक मात्रा में मॉइश्चर मिल रहा होता है। जिसके कारण जड़ें ठीक से सांस नहीं ले पाती हैं और पौधा सूखने लगता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यदि तुलसी के पौधे से 15 सेंटीमीटर हट कर मिट्टी को 20 सेंटीमीटर तक खोदा जाए तो उसमें काफी मॉइश्चर होता है। ऐसे में यदि इसमें सूखी मिट्टी और बालू भर दी जाए तो पौधे की जड़ें दोबारा सांस लेने लगती हैं।
यदि बहुत ज्यादा पानी या मॉइश्चर के कारण तुलसी के पौधे में फंगल इंफेक्शन हो गया है, तो 15 ग्राम नीम की खली या नीम के बीज का पाउडर पौधे की मिट्टी में मिला दें। इसके अलावा आप चाहें तो नीम की पत्तियों को उबालकर पानी को ठंडा कर बोतल में भर लें और हर 15 दिन में एक बार पौधे की मिट्टी खोदकर उसमें 2 चम्मच यह पानी मिला दें। पौधा फिर से हारा-भरा हो जाएगा।
अक्सर हम पूजा-पाठ करते वक्त तुलसी के पौधे के आसपास अगरबत्ती, धूपबत्ती, दिया आदि जला देते हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स के अनुसार इन चीजों से निकलने वाला धुआँ तुलसी के पौधे को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए इन चीजों को पौधे से थोड़ा दूरी बनाकर जलाएँ। इसके अलावा रोज़ खाने के लिए तुलसी की पत्तियाँ तोड़ने से भी यह जल्दी मुरझा जाती है।
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यदि ऊपर दिए गए टिप्स को ठीक तरीके से फॉलो किया जाए तो एक महीने में ही मुरझाया हुआ तुलसी का पौधा फिर से हरा-भरा हो जाएगा।
तो देखा आपने मुरझाए हुए तुलसी के पौधे को फिर से हरा-भरा बनाना कितना आसान है। उम्मीद है तुलसी को रिवाइव करने के टिप्स(Revive Dying Tulsi Plant Tips In Hindi) आपको जरूर पसंद आएंगे। अपने विचार हमें कमेन्ट बॉक्स में जरूर बताएं।
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