Kshamavani Divas: जैन परंपरा के द्वारा विश्वभर में एक विशेष पर्व मनाया जाता है। जिसक नाम है क्षमावणी पर्व, पर्व के नाम से ही आपको समझ में आ गया होगा कि यह पर्व नहीं बल्कि एक ऐसा दिन है जब क्षमा मांगी जाती है। जैन परंपरा के मुताबिक जैसे ही दशलक्षण पर्व की समाप्ति होती है उसके ठीक एक दिन बाद इस विशेष पर्व को मनाया जाता है। इस साल यह दिवस 12 सितंबर को मनाया जाएगा। दुनिया का यह एक मात्र ऐसा पर्व है जिस दिन ना तो किसी को शुभकामना दी जाती है ना ही बधाई और उपहार इस दिन इस सृष्टी के सभी जीव एवं जन्तुओं से माफी मांगी जाती है। इस दिन अपने द्वारा किए गए जाने अंजाने में किसी भी तरह के अपराधों के लिए समस्त जीव-जन्तुओं से माफी मांगी जाती है। इस दिन को मनाने के लिए एक सूत्र दिया गया है जो कहता है,
खम्मामि सव्वजीवाणं, सव्वे जीवा खमंतु मे।
मित्ती मे सव्वभूदेसु, वेरं मज्झम ण केण वि।।
“अर्थात: मैं सभी जीवों को क्षमा करता हूँ। सभी जीव मुझे भी क्षमा करें। मेरी सभी जीवों से मैत्री है। किसी के साथ मेरा कोई वैर भाव नहीं है।“ इस मंत्र के साथ इस दिन सभी जीव जन्तुओं से माफी मांगी जाती है। इस पर्व को मनाने के पीछे जैन धर्म का धार्मिक तर्क यह है कि एक लंबे समय तक अगर इंसान के मन में बदला और ईर्ष्या की भावना रहती है तो मनुष्य भावनात्मक रूप से काफी बिमार हो जाता है। इसीलिए मन को शांत रखना काफी जरूरी होता है और मन को शांत रखने के लिए यह जरूरी है कि आप सदैव माफी के भावना में रहें। माफी एक ऐसी चीज है जिसके जरिए हम बड़ी से बड़ी समस्या से निजात पा सकते हैं। जैन धर्म के लोगों का अनुरोध रहता है कि इस पर्व को राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाना चाहिए। इस पर्व को अंतरराष्ट्रीय तौर पर मनाते हुए इसका नाम ‘वर्ल्ड फोर्गिवनेस दिवस’ रख देना चाहिए।
इस दिन अगर आप भी जीव-जन्तुओं से क्षमा याचना करना चाहते हैं तो पृथ्वीलोक पर जन्में इन महापुरुषों के कथनों माध्यम से माफी मांग सकते हैं।
कमजोर कभी क्षमा नहीं कर सकता। क्षमा सशक्त व्यक्ति का गुण है।
भगवान महावीर मैं सब जीवों से क्षमा चाहता हूं, जगत के सभी जीवों के प्रति मेरा मैत्री भाव है। मेरा किसी से बैर नहीं है। मैं सच्चे हृदय से धर्म में स्थिर हुआ हूं। सब जीवों से मैं सारे अपराधों की क्षमा मांगता हूं। सब जीवों ने मेरे प्रति जो अपराध किए हैं, उन्हें मैं क्षमा करता हूं।
अगर हम वास्तव में प्यार करना चाहते हैं तो हमें सीखना चाहिए कि कैसे क्षमा करें।
ऑस्कर वाइल्ड अपने शत्रुओं को सर्वदा क्षमा कर दें, इससे अधिक उन्हें कुछ और परेशान नहीं करता।
रीन्होल्ड नेबर क्षमा प्रेम का अंतिम रूप है।
गलतियां हमेशा क्षम्य होती हैं, यदि व्यक्ति में इन्हें स्वीकारने का साहस हो। ग्रेस होप्पर अक्सर क्षमा मांगना, अनुमति मांगने से आसान होता है।
क्षमा करने से पिछला समय तो नहीं बदलता, लेकिन इससे भविष्य सुनहरा हो उठता है। एलेक्जेंडर पोप त्रुटि करना मानवीय है, क्षमा करना ईश्वरीय है।
Facts About Chandratal Lake In Hindi: भारत में हज़ारों की संख्या में घूमने की जगहें…
Blood Sugar Control Kaise Kare: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में कई बीमारियों को समाज…
Gond Katira Khane Ke Fayde: आयुर्वेद विज्ञान से भी हज़ारों साल पुराना है। प्राचीन ग्रंथों…
Diljit Dosanjh Concert Scam: भारतीय गायक दिलजीत दोसांझ किसी परिचय के मोहताज नहीं है। वे…
Vayu Kon Dosha Kya Hota Hai: पौराणिक मान्यताओं व ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा माना…
Parsi Death Ceremony in Hindi: दुनिया तेजी से बदल रही है और इसी क्रम में…