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समान तत्वों की राशियां हैं वृषभ और सिंह, जानिए दोनों के बीच कैसे रहती है रिश्ते की अनुकूलता

Leo and Taurus Compatibility In Hindi: एस्ट्रोलॉजी एक ऐसा माध्यम है जिसकी मदद से हम आसानी के साथ अपने पार्टनर की तलाश को समाप्त कर सकते हैं। इसकी मदद से हम 12 राशियों में से अपने पार्टनर को चुन सकते हैं और साथ ही अपने पार्टनर की सभी पॉजिटिव और निगेटिव चीज़ों को सरलता के साथ पॉइंट आउट कर सकते हैं। आज के इस लेख में हम आपको वृषभ और सिंह राशियों के जातकों के बीच रिश्ते की अनुकूलता को विस्तार से बताएंगे।
वृषभ और सिंह राशि, वृषभ और सिंह राशि क्रमशः अग्नि और पृथ्वी तत्वों की राशियां हैं, इन दोनों राशियों के जातक एक दूसरे के प्रति बेहद ही ईमानदार होते हैं।

वृषभ और सिंह राशि के जातकों के बीच की जोड़ी(Leo and Taurus Compatibility In Hindi)

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वृषभ और सिंह राशि के जातक एक दूसरे के साथ बेहतर रिश्ता बनाते हैं। इन दोनों राशियों के जातक एक दूसरे के प्रति बहुत ही लॉयल और ट्रस्टवादी होते हैं, ये सभी गुण उनके रिलेशन को एक बेहतर आयाम तक पहुंचाते हैं।

  1. राशिचक्र की दो प्रमुख राशियां वृषभ और सिंह के जातक एक दूसरे के ओपोजिट होने के बावजूद सम्पर्क में आते ही एक दूसरे के प्रति मजबूत लगाव महसूस करते हैं।
  2. ये दोनों ही राशि के जातक एक दूसरे के अपोजिट होते हैं, इसी वजह से ये दोनों एक दूसरे के लिए एक पूरक की तरह काम करते हैं। इन दोनों राशियों के जातक एक दूसरे की ताकत और कमजोरियों को बैलेंस करने में सहायक साबित होते हैं।
  3. सिंह राशि के जातकों को रिश्ते में सेफ्टी की आवश्यकता होती है और वृषभ राशि के जातक उसकी सभी जरूरतें आसानी से पूरी कर देते हैं।
  4. वृषभ राशि के जातक अपने प्रेमी के प्रति पूरी तरह से कमिटेड होते हैं और ये अपने रिश्ते में किसी भी तरह की असामनता को स्वीकार नहीं कर सकते हैं। वृषभ राशि का न्यायपूर्ण रवैया हमेशा ही अपने पार्टनर के प्रति गहरी आस्था रखते हैं।

वृषभ और सिंह राशि के बीच बानी जोड़ी के फायदे(Leo and Taurus Compatibility Benefits In Hindi)

वृषभ और सिंह राशि के जातकों के बीच का रिश्ता शुरू से ही एक इंट्रेस्टिंग फैक्टर रहा है क्योंकि दोनों ही लोग मजबूत, दृढ़ और सही निर्णय लेने वाले हैं। सिंह राशि के जातक एक ओर जहाँ प्रोमिनेंस और सीकर प्रवित्ति के होते हैं तो वहीं दूसरे ओर वृषभ राशि के जातक अपने पार्टनर से केयर और प्यार की लालसा रखते हैं।

  1. सिंह अग्नि तत्व की राशि है जबकि वृषभ एक पृथ्वी तत्व की राशि है। दोनों राशियों के जातकों के बीच संबंध बेहतर रहते हैं।

2.सिंह राशि के जातकों का स्वभाव उग्र होता है जबकि वृषभ राशि के जातक स्वभाव से थोड़े धीमे और स्थिर रहते हैं। वृषभ राशि के जातकों को लाइम लाइट में रहना पसंद नहीं होता है जबकि उन्हें अपने सिंह राशि के पार्टनर को ऊपर उठाने के लिए प्रयत्न करना पड़ेगा। यही गुण इन दोनों जातकों के बीच के रिश्ते को स्टेबल बनाए रखता है।

  1. इन दोनों जातकों के बीच का रिश्ता बेहद ही इंट्रेस्टिंग और इमोशनल होता है।

वृषभ और सिंह राशि के बीच बानी जोड़ी के नुकसान

आमतौर पर यह देखा जाता है कि सिंह राशि के जातक डोमिनेटिंग होते हैं और उनका यही स्वभाव वृषभ राशि के जातकों के लिए मुसीबतें पैदा कर देता है। वृषभ राशि के जातकों को स्वतंत्र रहना पसंद होता है।

  1. सिंह राशि के जातक बॉर्न लीडर होते हैं जबकि वृषभ राशि के जातकों को आजादी पसंद होती है। वृषभ राशि के लोगों को किसी का आदेश मानना पसंद नहीं होता है।
  2. सिंह राशि के जातक लगातार खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं जबकि वृषभ राशि के जातक बेहद जिद्दी स्वभाव के होते हैं। मिस अंडरस्टैंडिंग की वजह से इनके रिश्ते में दरार आ सकती है।
  3. सिंह राशि के सभी जातक गतिशील प्रवित्ति के होते हैं जबकि वृषभ राशि के जातक थोड़े धीमे होते हैं, इसी वजह से इनके रिश्ते में तनाव हो सकता है।

वृषभ और सिंह राशि के जातकों के बीच वैवाहिक संबंध(Leo And Taurus Marriage Compatibility In Hindi)

सिंह राशि के जातक शुरुआत में कमिटेड होने के लिए तैयार नहीं होते हैं लेकिन जब वृषभ राशि के जातक उनके जीवन में आता है तो उनके विचार बदल जाते हैं। सिंह और वृषभ राशि के जातकों के बीच का वैवाहिक संबंध स्थिर हो सकता है।

  1. सिंह राशि के जातकों का पॉजिटिव एट्टीट्यूड रिश्ते को मजबूत बनाता है। हालाँकि कई बार सिंह राशि के जातकों का लापरवाह रवैया चीज़ों को विपरीत दिशा में ले जा सकता है।
  2. दोनों के बीच में बहुत अच्छी बॉन्डिंग होती है जिसकी वजह से रिश्ते में हमेशा ही मिठास बनी रहती है।

तो यह थी(Leo and Taurus Compatibility In Hindi) वृषभ और सिंह राशि के जातकों के बीच रिश्तों की अनुकूलता।

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Adarsh Tiwari

सॉफ्टवेयर की पढ़ाई करते करते दिमाग हैंग सा होने लगा तो कहानियां पढ़ने लगा. फिर लिखने का मन किया तो लिखना शुरू कर दिया। अब आप पढ़कर बताइए की कैसा लिख रहा हूँ.

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