Sawan Kab Se Shuru Hai 2025
हमारी सनातन संस्कृति में सावन का पावन महीना अत्यंत महत्त्वपूर्ण माना जाता है। यह महीना भगवान शिव की आराधना के लिए समर्पित होता है। ऐसी पौराणिक मान्यता है कि सावन में भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।
सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को अत्यंत प्रिय है। इस महीने में शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, धतूरा, और दूध चढ़ाकर शिव भक्ति की जाती है।
| सोमवार | तारीख | पूजा का शुभ मुहूर्त |
|---|---|---|
| पहला सोमवार | 14 जुलाई | सुबह 05:15 AM – 07:00 AM (अभिजीत मुहूर्त में भी कर सकते हैं) |
| दूसरा सोमवार | 21 जुलाई | सुबह 05:20 AM – 07:10 AM |
| तीसरा सोमवार | 28 जुलाई | सुबह 05:25 AM – 07:15 AM |
| चौथा सोमवार | 4 अगस्त | सुबह 05:30 AM – 07:20 AM |
सावन मास की शुरुआत: 👉 10 जुलाई 2025 (गुरुवार)
सावन मास की समाप्ति: 👉 8 अगस्त 2025 (शुक्रवार)
वैदिक पांचांग की गणना सौर और चंद्र मास के आधार पर की जाती है। चंद्रमास 354 दिनों का होता है तो वहीं सौरमास 365 दिनों का होता है। ऐसे में चंद्रमास और सौरमास के बीच 11 दिनों का अंतर होता है और 3 सालों के बाद जब यह अंतर 33 दिनों का हो जाता है तो अधिमास आता है।
यह भी पड़े
नवजात शिशु की त्वचा (baby skin) को छूने का अहसास दुनिया का सबसे सुखद अनुभव…
एक नए माता-पिता के तौर पर, बच्चे के रोने की आवाज़ से ज़्यादा परेशान करने…
घर में एक नन्हे मेहमान का आना दुनिया की सबसे बड़ी खुशियों में से एक…
हिसार, हरियाणा – हरियाणा के हिसार जिले के भाटोल जाटान गांव की कीर्ति बामल, जो…
मध्य प्रदेश, जिसे हम गर्व से Heart of Incredible India कहते हैं, अब सिर्फ घूमने…
अगर आप भारतीय रेलवे की ऑनलाइन टिकट बुकिंग सेवा IRCTC का इस्तेमाल करते हैं, तो…