ट्रेवल

पुरातात्विक रत्नों में रुचि रखने वालों को, कर्नूल कि इन ऐतिहासिक स्थानों पर अवश्य जाना चाहिए।

Best Places To Visit In Kurnool In Hindi: कर्नूल नाम कंदनवोलू शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ है “ग्रीस का शहर”। कर्नूल भारत के आंध्र प्रदेश का एक खूबसूरत शहर व न्यायिक राजधानी है। इस शहर को रॉयल सीमा का प्रवेश द्वार कहा जाता है। यह करनूल जिले के जिला मुख्यालय के रूप में भी कार्य करता है। आंध्र प्रदेश के सपनों का शहर करनूल हैदराबाद से 210 किमी की दूरी पर और बेंगलुरु से लगभग 350 किमी दूर स्थित है। इस ऐतिहासिक शहर का एक गौरवशाली अतीत है ।इस पर पहले चोलो का शासन था, और बाद में 12वीं और 13वीं शताब्दी के दौरान काकतीय का और फिर 16वी शताब्दी में विजयनगर के शासकों ने शहर पर शासन किया। 1686 में मुगल सम्राट औरंगजेब के बादशाहत के अधीन आ गया। भारत का यह खूबसूरत राज्य अपनी धार्मिक मंदिरों, ऐतिहासिक इमारतों ,प्राकृतिक स्थल और समुद्री बीजों के लिए बहुत ही प्रसिद्ध है। 2000 साल से भी अधिक पुराना यह शहर ऐतिहासिक विरासत का घर माना जाता है ।कर्नूल आंध्र प्रदेश राज्य की राजधानी भी रही है| इसके बाद हैदराबाद यहां की राजधानी बनी। आज भी यहां विजय नगर राजाओं की शाही महल के अवशेष देखे जा सकते हैं। पत्थरों को गाड़ियों में आलमपुर ले जाते समय कर्नूल एक प्रमुख पड़ाव के रूप में कार्य करता था।

अगर आप कर्नूल की यात्रा करने के इच्छुक हैं,(Best Places To Visit In Kurnool In Hindi) तो आइए आपको कर्नूल की यात्रा के दौरान घूमने के लिए कुछ बेहतरीन जगहों के बारे में विस्तार से बताते हैं।

प्रसिद्ध यागंती मंदिर

Image Source: patrika.com

यागंती एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है। जो पांचवी और छठवीं शताब्दी पूर्व में बनाई गई है। इस मंदिर की मुख्य मूर्ति अर्धनारीश्वर की है ,यानी भगवान शिव और पार्वती एक ही मूर्ति में जुड़े हुए हैं। अर्धनारेश्वर की मूर्ति को एक ही पत्थर से उकेरा गया है। यागंती स्वामी के कर्नूल के सबसे खूबसूरत मंदिर में से एक है। परंतु अगर आप इस मंदिर की भव्यता को देखना चाहते हैं। तो एक बार यहां शिवरात्रि पर जरूर जाएं यहां भक्तों की भीड़ और आस्था आपको अत्यंत मनमोहक लगेगी।

रोलापांडू वाइल्ड लाइफ सेंचुरी

वनस्पति और जीव की कई विविध प्रजातियों के बीच प्रकृति के करीब रोला पांडू वाइल्ड लाइफ सेंचुरी एक अद्भुत अहसास कराता है। इसकी स्थापना 1988 में हुई थी, यह करनूल जिले में 614 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है। रोला पांडू विशेष रूप से द ग्रेट इंडियन बस्टर्ड और लेसर फ्लोरीकन की लुप्तप्राय प्रजातियों के घर होने के लिए जाना जाता है। ब्लैक बक्स से लेकर ,स्पैरो तक बोनट और मैना से लेकर इंडियन रोलर्स ,रसेल वाइपर ,और इंडियन कोबरा यहां संरक्षित प्रजातियों की एक श्रृंखला देखी जा सकती है। यह जगह खासतौर से प्रकृति के प्रेमी और जैव विविधता के करीब होने और सीखने की शौकीन लोगों के लिए है। रोला पांडू में एक दिन रुक कर प्रकृति को नजदीक से देख कर आनंद लिया जा सकता है।

बेलम की गुफाएं

Image Source: Herzindagi

बेलम गुफाएं भारत में सबसे बड़ी और लंबी केव सिस्टम है। यह गुफा भारत के राष्ट्रीय महत्वपूर्ण केंद्रीय संरक्षित स्मारकों में से एक है। बेलम गुफाओं में चूना पत्थर पर पानी की धारा, के कठिन पैटर्न को दर्शाया गया है। कई रास्ते हैं जो आपको प्रकृति की सरासर इच्छा और इसके द्वारा बनाई जा सकने वाली सुंदरता आप को अचंभित कर सकती हैं। इस गुफा में साढे 3 किलोमीटर की यात्रा सफलतापूर्वक कि जा सकती हैं। परंतु केवल डेढ़ किलोमीटर की यात्रा आम पर्यटकों के लिए उपलब्ध है। कुछ स्थानों पर बेलन गुफाओं की गहराई 46 मीटर तक जाती है। इस बिंदु को पाताल गंगा के नाम से जाना जाता है।गुफा के बाहर भगवान बुद्ध की एक विशाल 40 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है।

ओरवकल्लू रॉक गार्डन

यह गार्डन चट्टानों से भरा है, जो इसे आकर्षण का केंद्र बनाता है। यह गार्डन पिकनिक स्पॉट के रूप में फेमस है। ऐसे में यदि आप कर्नूल घूमने गए हैं ,तो आपको अपनी फैमिली के साथ यहां जरूर आना चाहिए। ओरवकल्लू रॉक गार्डन शहर से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । यह उद्यान, नौका विहार और गुफा संग्रहालय के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर आप बच्चों के साथ बोटिंग के साथ म्यूजियम का भी लुफ्त उठा सकते हैं।

कर्नूल पर्यटन स्थल महानदी

यह एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है,। प्रकृति की खूबसूरती को गोद में भरी हुई ,इस जगह को प्रकृति प्रेमियों के लिए वरदान माना जाता है। नल्लामाला पहाड़ियों के पूर्व में स्थित महानंदी का यह शांत गांव प्राकृतिक सुंदरता और विशिष्ट वनस्पतियों और जीवो का घर माना जाता है। यहां भगवान नंदी का प्रसिद्ध मंदिर भी है| जिसे नव नंदूलू कहा जाता है। इस मंदिर को 10 वीं शताब्दी की शुरुआत में स्थापित किया गया था।

कोंडा रेड्डी किला

कर्नूल में घूमने के लिए यह सबसे अच्छी जगह में से एक माना जाता है। यह करनूल रेलवे स्टेशन से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां जाने के लिए यातायात का अच्छा साधन भी है। यह किला विजयनगर सम्राट के दौरान बनाया गया था। और इसमें एक छिपी हुई सुरंग थी जो तुंगभद्रा नदी के नीचे से गुजरती थी। यहां का वातावरण और खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य अंतर्मन को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।

करनूल की जलवायु साल भर मध्यम बनी रहती है हालांकि इस प्राचीन शहर को देखने के लिए जनवरी से मार्च का समय सबसे अच्छा है। यदि आप करनूल पर्यटन स्थल में पुरातात्विक रत्नों के अनुसरण में रुचि रखते है, तो एक बार करनूल की यात्रा अवश्य करें।

उम्मीद है आपको करनूल से जुड़ी सभी जानकारी पसंद आई होगी, इस तरह की पर्यटन स्थल की जानकारी के लिए जुड़े रहे हमारे वेबसाइट रैपिडलीक्स से ।

Facebook Comments
Manisha Tripathi

Recent Posts

सनबर्न ने छुटकारा दिलाता है बर्फ, जानिए चेहरे पर इसका इस्तेमाल कैसे करें

Benefits Of Ice On Face In Hindi: चेहरे को सुंदर बनाने के लिए लोग तरह-तरह…

3 days ago

इस खास तरीके से बनाएं होम मेड स्प्रिंग रोल शीट, रखें अपनी सेहत का ध्यान

Spring Roll Sheets Recipe in Hindi: स्प्रिंग रोल हर एक आयु वर्ग के लोगों के…

4 days ago

राम रक्षा स्त्रोत के पाठ से बनेंगे सभी बिगड़े काम, जानिए इस पाठ के महत्व के बारे में

Shri Ram Raksha Strot Padhne Ke Fayde: सनातन धर्म में सभी देवी देवताओं की पूजा…

6 days ago

महाभारत काल से जुड़ा हुआ है कुरुक्षेत्र के माँ भद्रकाली पीठ, जानिए इसके इतिहास के बारे में

Famous Shakti Peeth in Haryana: इस समय पूरे देश भर मे चैत्र नवरात्रि के त्यौहार…

2 weeks ago