केरल भारत का दक्षिण क्षेत्र में बसा एक खूबसूरत राज्य है। केरल में प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक यहाँ पर घूमने आते है, तथा यहाँ के ऊँचे ऊँचे पहाड़, लहलहाते खेत, समुद्र की गहराई में पर्यटक मोहित हो जाते है। यहाँ के लोग मलयालम भाषा बोलते है। केरल के लोग पर्यटकों को अपने स्वादिष्ट व्यंजनों से ही अपनी ओर आकर्षित कर लेते है। यहाँ का प्रसिद्ध भोजन है :- इडली, सांभर, डोसा इत्यादि। तथा यहाँ पर नारियल की उपज बहुत अधिक मात्रा में होती है, इसी कारण यहाँ को लोग नारियल के तेल में भी भोजन पका कर केले के पत्ते पर खाना परोस कर खाना बहुत पसंद करते हैं। केरल वासी ने आज भी अपनी संस्कृति को बचाये रखा हैं।
केरल में पर्यटन स्थलों की कमी बिलकुल नहीं हैं, यदि आप केरल घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आपको कम से कम 10 दिन का समय लेकर केरल घूमना चाहिए तभी आप केरल को नजदीक से तथा बेहतर तरीके से जान पाएंगे।
अल्लेपी जाना जाता हैं अपने बैकवाटर्स एवं हाउसबोट के लिए। यह एक ऐसा पर्यटन स्थल हैं जहा पर्यटक को अवश्य आना चाहिए। जब आप हाउसबोट बुक करते हैं तो आपके स्वागत में वहाँ के स्टाफ आपको एक फूलों की माला पहनाकर आपको नारियल पानी देकर आपका स्वागत करते हैं। तथा स्वागत करने का यह तरीका पर्यटकों का मन मोह लेता हैं। हाउसबोट की यात्रा एक दिन की होती हैं। अल्लेपी को “लार्ड कर्जन” ने “पूरब की वेनिस” के नाम से सम्बोधित किया। इसके अलावा आप अल्लेपी में अम्बलपुक्षा श्री कृष्णा मंदिर, कृष्णापुरम पैलेस, मरारी समुद्र तट, चर्च इत्यादि जगह जाना न भूलें।
जब भी हिल स्टशनों की बात आती है तो लोगो के मन में शिमला, नैनीताल, लेह-लद्दाख इत्यादि जगह के नाम आते हैं। किन्तु केरल का प्रसिद्ध एवं सुन्दर हिल स्टेशन मुन्नार पर्यटकों के बीच बहुत प्रसिद्ध है।मुन्नार केरल-तमिलनाडु के बॉर्डर पर स्थित हैं। मुन्नार दक्षिण भारत का सबसे बड़े चाय बागान में से एक हैं। यह शहर तीन नदियों के तट पर बसा एक शहर हैं :- मद्दुपेट्टी, नलथन्नी तथा पेरियावुरु। यहाँ पर प्रायः ठण्ड का मौसम रहता हैं, तो आप गर्मी के समय यहाँ बिल्कुल जा सकते हैं। पहाड़ो पर घूमने के शौक़ीन पर्यटकों के लिए यह बहुत अच्छा विकल्प है।
कुमारकोम एक बेहद ओर सूंदर पर्यटन स्थल है। यह वेम्बानद झील के किनारे पर बसा एक छोटा ओर खूबसूरत शहर है। यह जगह पहले रबड़ प्लांटेशन के लिए प्रसिद्ध हुआ करता था, किंतु अब यह जगह पक्षी अभ्यारण्य के रूप में विकसित हो चूका है। अल्लेपी के साथ साथ कुमारकोम भी सूंदर पानी का क्षेत्र है तथा इसी कारण यह दोनों सबसे अधिक प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। अल्लेपी से कुमारकोम तक हाउसबोट यात्रा का आनंद आपको अवश्य लेना चाहिए। पर्यटकों का यहाँ का मुख्य आकर्षण केंद्र है यहाँ का स्नेक-बोट रेस, जिसे देखने के लिए आपको अगस्त एवं सितम्बर में आना होगा।
वायनाड कन्नूर और कोझिकोड ज़िलों के बीच स्थित एक शहर है, तथा यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यहाँ के झरने, गुफाये, रिजोर्ट्स इत्यादि पर्यटकों का मुख्य आकर्षण केंद्र है। यदि आप केरल घूमने का प्लान बना रहें है तो वायनाड का नाम तो आपको अपनी सूचि में रखना ही चाहिए। वायनाड अपने मसालों के बागान के लिए भी बहुत प्रसिद्ध है। पूरा वायनाड का क्षेत्र पहाड़ो से ढका हुआ है। यहाँ तक की वन रिज़र्व का एक हिस्सा वायनाड केरल एवं तमिलनाडु की सीमा पर स्थित है।
केरल राज्य का प्रसिद्ध बंदरगाह कोच्ची दक्षिण-पश्चिम तट पर स्थित है। कोच्चि शहर 600 साल पुराना शहर है। इस शहर को अरब सागर की रानी कहा जाता है, तथा यह शहर केरल की विणिज्यिक, वित्तीय और औद्योगिक राजधानी है। यहाँ पर आर्ट गैलरी, अपमार्केट स्टोर्स और कुछ मन को मोहने वाले हेरिटेज आवास देख सकते है।
वर्कला प्रसिद्ध है अपने स्वच्छ समुद्र तट एवं बीच के लिए। जो पर्यटक बीच का आनंद उठाना चाहते है उन्हें इस जगह अवश्य जाना चाहिए। इस बीच पर आपको पैराग्लाइडिंग तथा पैरासेलिंग का एक अच्छा विकल्प मिलता है जिसका आप आनंद उठाना अवश्य चाहेंगे। तिरुवनंतपुरम से लगभग 50 मील की दूरी पर स्थित वर्कला अपने ऊँचे चट्टानों के लिए विश्व भर के पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर केंद्रित करता है। आप इस बीच पर नाव की सवारी तथा आयुर्वेदिक मालिश का भी आनंद उठा सकते है तथा यह अनुभव आपको जीवन भर याद रहेगा। इसके अलावा आप यहाँ पर मंदिरो में जाकर ईश्वर की आराधना भी कर सकते है। जैसे की :- जनार्दन स्वामी मंदिर, विष्णु मंदिर, शिवगिरि मैथ इत्यादि कुछ प्रसिद्ध मंदिर है जहाँ आपको जाकर आपके मन को शांति प्राप्त होगी।
समुद्र से लगभग 1100 मीटर की दूरी पर वागमन एक सूंदर पर्यटन स्थल है जो पर्यटकों को अपनी खूबसूरती की ओर खींचता है। यह एक वन है जो मानव निर्मित है, यदि आप वन प्रेमी है तो आपको यहाँ अवश्य ही आना चाहिए। यहाँ पर पर्यटकों का मुख्य आकर्षण केंद्र है यहाँ का मर्मला झरना। यहाँ पर भी आप पैराग्लाइडिंग कर सकते है तथा यही नहीं ” AASTA ” यहाँ पर प्रत्येक वर्ष अंतराष्ट्रीय पैराग्लाइडिंग आयोजित करता है।
केरल की राजधानी त्रिवेंद्रम भी पर्यटकों के बीच बहुत प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल। यह शहर साथ पहाड़ियों पर निर्मित एक महानगर है जिसका इस्तेमाल केवल समुद्री खोजकर्ताओं द्वारा किया जाता था, किन्तु अब यह बेहद प्रसिद्ध पर्यटन स्थल में से एक है। यहाँ पर घूमने के लिए समुद्र के बीच , अविश्वसनीय संग्रहालय, खूबसूरत महल, तथा अनेको मंदिर देखने लायक है। यदि आपकी रूचि इतिहास में रही हो या फिर आपको केरल का इतिहास करीब से जानने का मन करे तो यहाँ बने कुथिरमलिका पैलेस तथा नेपियर संग्रहालय आप ही के लिए है। कुथिरमलिका पैलेस में बेशकीमती पेंटिंग , पारम्परिक फर्नीचर तथा शाही परिवार के अन्य सामान संग्रह किये गए है। तथा यह संग्रहालय पद्मनाभस्वामी मंदिर के करीब स्थित है। नेपियर संग्रहालय पर्यटकों के मन में अपना घर कर चुकी है, इसका कारण है कि त्रिवेंद्रम में सबसे ज्यादा घूमने वाली जगह में से एक है नेपियर संग्रहालय। इस संग्रहालय में इतिहास से जुड़े कई तत्त्व आपको मिल जायेंगे, जैसे हाथी दांत, प्राचीन आभूषण, लकड़ी की नक्काशी जो एक दुर्लभ है आधुनिक समय में, यह सब यहाँ पर संग्रह किया हुआ है।
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