शशश…! सालों से खाली है यह आइलैंड, कभी रहा करता था 5 हजार लोगों का परिवार

दुनिया, भगवान के द्वारा बनाया हुआ अद्भुत संसार है. इस दुनिया में शहर हैं, गांव हैं, कस्बे हैं और साथ ही हैं कुछ रहस्य भी. ये रहस्य ऐसे हैं जो लोगों को डरावना अनुभव कराते हैं. कुछ लोग इस रहस्य को चमत्कार के चश्मे से देखते हैं. ये रहस्य ऐसे होते हैं जिनके राज खोलने की कोशिश हर कोई करता है लेकिन सिर्फ हताशा ही उनके हाथ आती है. इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको एक ऐसे द्वीप की सैर पर लेकर जा रहे हैं जो काफी रहस्यों से भरा हुआ है.

दुनिया में कई द्वीप मौजूद हैं जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. लेकिन दुनिया में कुछ आइलैंड ऐसे भी हैं जो अपने रहस्य को लेकर चर्चित रहते हैं. इन्ही में से एक द्वीप का नाम हाशिमा द्वीप. हाशिमा द्वीप दुनिया के उस देश में स्थित है, जो देश औद्योगिकीकरण और शिक्षा में सबसे अव्वल रहता है. लोग इस देश को जापान बोलते हैं. हाशिमा द्वीप का आकार किसी बैटलशिप जैसा है इसीलिए इस द्वीप को बैटलशिप आइलैंड भी कहा जाता है.

नागासाकी के तट में है स्थित

हाशिमा द्वीप जापान के पॉपुलर शहर नागासाकी के तट पर स्थित है. नागासाकी का अपना अलग इतिहास रहा है. नागासाकी, जापान का वही शहर है जो बुरी तरह से तबाह हो गया था. दूसरे विश्व युद्ध में हिरोशिमा और नागासाकी में अमेरिका द्वारा बम गिराए गए थे. नागासाकी एक जापानी शब्द है जिसका अर्थ होता है ‘लंबा प्रायद्वीप’. नागासाकी दक्षिण पश्चिम क्यूशू द्वीप में समुद्र के किनारे पर है. अगर नागासाकी की वर्तमान जनसंख्या की बात की जाए तो ये आकंड़ा 412,643 के पास पहुंचता है.

पहले थी आबादी अब गायब

16 एकड़ में फैले इस द्वीप को 1959 में सबसे ज्यादा आबादी वाला द्वीप घोषित कर दिया गया था. इसका कारण यह था कि इस द्वीप में कोयले की खादान थी. तकरीबन 87 साल तक इस द्वीप में कोयले के खनन का काम जोरों-शोरों से चला. इस फैक्ट्री में काम करने वाले तकरीबन पांच हजार से ज्यादा मजदूर यहीं पर अपना डेरा जमा कर रहते थे, लेकिन जैसे ही वह फैक्ट्री बंद हुई, वहां रह रहा हर परिवार कहीं और शिफ्ट हो गया. तब से अब तक यह द्वीप वीरान पड़ा है.

कंक्रीट की इमारत बनी डरावनी

nationa lgeographic

हाशिमा द्वीप में सबसे पहली कंक्रीट की इमारत तब बनी थी जब मिस्तुबिशी नामक कंपनी ने साल 1890 में यह द्वीप खरीदा था और इस द्वीप पर नौ मंजिला कंक्रीट की इमारत खड़ी कर दी. यह इमारत जापान में पहली सबसे बड़ी नौ मंजिला कंक्रीट की इमारत थी. कंक्रीट एक ऐसा इमारत निर्माण सामग्री है, जिसमें पानी मिलाकर छोड़ देने पर कठोर बन जाता है. इससे बनी हुई इमारतें बहुत मजबूत होती है. लेकिन जापान में हर दिन तूफान का डर रहता है. इसी तूफान के कारण द्वीप में मौजूद कंक्रीट की इमारतों को भी काफी नुकसान पहुंचा. जिसके कारण यहां का माहौल किसी भूतिया द्वीप के जैसा रहता है. इस द्वीप में स्कूल, अस्पताल और रेस्टोरेंट सब मौजूद थे.

पर्यटकों के लिए फिर खुला द्वीप

हाशिमा द्वीप के डरावने माहौल के कारण यह द्वीप कई सालों तक बंद कर दिया गया. लेकिन हाल ही में इसको जापान सरकार ने पर्यटकों के लिए फिर से खोल दिया. 22 अप्रैल 2009 को जापान सरकार ने इस विषय पर निर्णय लिया. हालांकि, इस द्वीप पर अभी भी काफी कम गिनती में लोग आते हैं. लेकिन जो भी आते हैं वे इस द्वीप को देखकर इसका गुणगान करते हैं. इस द्वीप के बारे में ये भी कहा जाता है कि यहां कई फिल्मों की शूटिंग भी हुई है. जापान में इस द्वीप को टूरिस्ट प्लेस बनाने की चर्चाएं तेज हैं.

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Shikha Yadav

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