Village of Twins: ये दुनिया रहस्यों से भरी हुई है। पूरी दुनियाभर में कई ऐसे रहस्य हैं जो आज भी लोगों के लिए पहले बने हुए हैं। आज के समय में जब विज्ञान इतनी तरक्की कर चुका है ऐसे समय में भी कुछ ऐसे राज हैं जिनका पता आज तक कोई नहीं लगा पाया है। वैसे तो हमने आपको दुनिया में होने वाले कई अजीबो-गरीब वाक्यों और किस्सों के बारे में बताया हैं, जिन्हें जानकर आपको उन बातों पर यकीन नहीं होगा। लेकिन वो राज आज भी एक अनसुलझी पहेलियों की तरह हैं जिनको सुलझाना किसी के बस की बात नहीं है।
आज हम आपको फिर एक ऐसे रहस्य के बारे में बताएंगे जहां पर होने वाली घटना ने सबको हैरत में डाल दिया है। ये मामला है भारत के एक गांव का। जहां पर लोगों के घरों में बच्चों का जन्म तो होता है लेकिन वहां पर लोगों के जुड़वा बच्चे ही पैदा होते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं पूरा मामला…
भारत देश में एक गांव हैं जिसे ‘विलेज ऑफ ट्विंस’, ‘ट्वीन टाउन’ के नाम से जाना जाता है। भारत के केरल राज्य में स्थित इस गांव में हर घर में जुड़वा बच्चे ही पैदा होते हैं। इसके पीछे क्या वजह है इस बारे में आज तक कोई पता नहीं लगा पाया है। यहां पर पैदा होने वाले अधिकतर बच्चे जुड़वा ही हैं।
आश्चर्य कर देने वाली बात तो यह है कि जो लोग इस गांव से जुड़े हुए थे और अब वो इस गांव को छोड़कर जा चुके हैं और कहीं और बस गए हैं, लेकिन उन्होंने भी जुड़वा बच्चों को ही जन्म दिया है। बता दें कि इस गांव का नाम कोडिन्ही हैं लेकिन यहां पर जुड़वा बच्चे होने के चलते लोग इस ट्वीन टाउन के नाम से जानने लगे हैं। कोडिन्ही भारत के केरल में मलप्पुरम जिले का एक गांव है। यह गांव तिरुंगण्डी शहर के पास में स्थित है।
इस गांव में जब जुड़वा बच्चों को लेकर के आंकड़े निकाले गए तो पाया गया कि पिछले 65 सालों में इस गांव में लगभग 250 जुड़वा बच्चे पैदा हुए हैं। हालांकि डॉक्टर्स की मानें तो इस गांव में इससे भी ज्यादा जुड़वा बच्चे इस गांव में रहते हैं। 2008 में किए गए सर्वे में जो आंकड़े निकल कर के आए उसमें सामने आया कि इस गांव में लगभग 2000 के आसपास परिवार रहते हैं।
इस गांव को लेकर जब यह बात फैली तो डॉक्टरों ने इसके पीछे की वजह जानने की कोशिश भी की, उन्होंने इस मिस्ट्री को सुलझाने की बहुत कोशिश करी कि आखिर ऐसी क्या वजह है जिसके चलते यहां पर लोगों को जुड़वा बच्चे ही पैदा होते हैं। लेकिन वे इस बात का पता लगा पाने में असफल रहें। उन्हें इस बारे में कुछ भी पता नहीं लग पाया, क्योंकि वहां के लोगों की सारी रिपोर्ट्स और जांचे सामान्य लोगों की तरह ही थीं।
एक सर्वे के मुताबिक साल 2008 में इस गांव में 300 डिलीवरी हुई थी, जिनमें से 15 बच्चे जुड़वा पैदा हुए थे। इससे पहले के 5 सालों के आंकड़ों में नजर डालें तो उस गांव में 60 जुड़वा बच्चों के जोड़े पैदा हुए थे। हर साल इस गांव में जुड़वा बच्चों के पैदा होने का ये आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।
गांव के लोगों मे बताया कि इस गांव में जुड़वा बच्चों के पैदा होने का सिलसिला 3 जनरेशन पहले से चला आ रहा है। डॉक्टर्स इस बात का वैज्ञानिक तौर पर पता नहीं लगा पाए हैं लेकिन उनका कहना है कि गांव के लोग कुछ ऐसा खाते या पीते हैं जिससे उनके जुड़वा बच्चे पैदा हो रहे हैं।
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