Affiliate Marketing Kya Hai : आज डिजिटल मीडिया के जमाने में पैसा कमाना बेहद ही आसान हो गया है। लेकिन इसके लिए आपके पास बेहतर तकनीक और सूझबूझ भी होनी चाहिए। इन्हीं में से एक तरीका है एफिलिएट मार्केटिंग का इसके जरिए कोई भी व्यक्ति बेहद ही आसान तरीके से अपने ब्लॉग या वेबसाइट के जरिए पैसा कमा सकता है। एफिलिएट मार्केटिंग के माध्यम से कोई भी व्यक्ति किसी ऑर्गेनाइजेशन के प्रोडक्ट को अपने ब्लॉग या वेबसाइट के जरिए प्रमोट करता है और कंपनी अलग-अलग प्रोडक्ट के हिसाब से अलग-अलग कमीशन प्रमोटर को देती है। कंपनियां पेमेंट कई बार तो प्रतिशत में भी करती है और कई बार एक निर्धारित रकम के तहत भी पेमेंट किया जाता है। एफिलिएट मार्केटिंग के तहत कई सारी बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स का प्रचार और प्रसार करवाती हैं।
जो कंपनियां या ऑर्गेनाइजेशन अपने प्रोडक्ट को प्रमोट करना चाहती हैं वह एफिलिएट प्रोग्राम के तहत ब्लॉग या वेबसाइट चलाने वाले संस्थान से संपर्क करते हैं। कई बार ब्लॉगर्स और वेबसाइट चलाने वाले संस्थान भी इस तरह की कंपनियों से संपर्क करते हैं जो एफिलिएट प्रोग्राम ऑफर करती हैं। इसके बाद कंपनी जिससे भी प्रोडक्ट को प्रमोट करवाना चाहती है उसका एक लिंक ब्लॉगर या वेबसाइट चलाने वाले संस्थान को देती है। ब्लॉगर अपने वेबसाइट पर इस लिंक को शेयर करते हैं। इसके बाद जब वेबसाइट पर विजिट करने वाले विजिटर्स कंपनी के प्रोडक्ट वाले उस लिंक पर क्लिक करते हैं तो विजिटर सीधे कंपनी के वेबसाइट पर चला जाता है और इस हिसाब से जितने भी विजिटर एफिलिएट प्रोग्राम ऑफर करने वाली कंपनी या संस्थान के वेबसाइट पर विजिट करता है। उतना ही ज्यादा कमिशन वेबसाइट या ब्लॉगर को कंपनी द्वारा प्रदान किया जाता है। जैसा कि हमने आपको पहले भी बताया कि यह कमीशन प्रतिशत में भी होता है और फिक्स्ड अमाउंट भी।
अपने ब्लॉग या वेबसाइट के जरिए किसी भी प्रोडक्ट को प्रमोट करने वाले वेबसाइट ओनर या ब्लॉगर को एफिलिएटिज़ भी कहते हैं। अलग-अलग कंपनियों के द्वारा एफिलिएट प्रोग्राम मुहैया करवाने वाले जगह को एफिलिएट मार्केट प्लेस कहा जाता है और एफिलिएट प्रोग्राम मुहैया करवाने वाली कंपनी प्रमोशन के लिए जो आईडी प्रोवाइड करवाती है। उसे एफिलिएट आईडी कहते हैं।
कई सारे ब्लॉगर्स के मन में यह भी सवाल आता है कि क्या एक ही वेबसाइट पर एफिलिएट मार्केटिंग और ऐडसेंस की मदद से कमाई की जा सकती है, या नहीं? इसका जवाब है हां, बिल्कुल की जा सकती है। एफिलिएट मार्केटिंग और ऐड नेटवर्क को एक साथ इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि ऐड नेटवर्क्स के मुकाबले एफिलिएट मार्केटिंग के जरिए बेहतर कमाई की जा सकती है।
एफिलिएट मार्केटिंग से जुड़ने के लिए आपको बस इससे जुड़ी कुछ चीजों के बारे में जानकारी इकट्ठा करनी होती हैं। कई सारी कंपनियां एफिलिएट प्रोग्राम, ब्लॉगर्स और वबसाइट ओनर्स को मुहैया करवाती है यदि आप किसी कंपनी के एफिलिएट प्रोग्राम से जुड़ना चाहते हैं। तो आपको केवल गूगल पर जाकर के उस कंपनी का नाम और एफिलिएट टाइप करने की जरूरत है। उस कंपनी के द्वारा मुहैया करवाई जा रही एफिलिएट प्रोग्रामिंग की जानकारी आपके कंप्यूटर स्क्रीन पर आ जाएगी। इसके अलावा भी भी कई सारी वेबसाइट एफिलिएट प्रोग्राम मुहैया करवाती है।
इस प्रोग्राम को मुहैया करवाने वाली कंपनी केवल आपको अपने एडवरटाइजमेंट का लिंक प्रोवाइड करवाती है। अब आप इस लिंक पर कितने यूजर्स और विवर्स को अट्रैक्ट कर सकते हैं। यह आपके ऊपर डिपेंड करता है या कहें तो यह पूरी प्रक्रिया आप की वेबसाइट पर आने वाली ट्रैफिक पर डिपेंड करती है। जितना ज्यादा ट्रैफिक आपके वेबसाइट पर आता है उतना ही ज्यादा यूजर्स आपके वेबसाइट पर नजर आने वाले लिंक पर विजिट करेंगे और जितना ज्यादा विजिट होगा। उतना ही ज्यादा कंपनी आपको पेमेंट करेगी। तो इस प्रोग्राम को लेने के साथ-साथ यह भी जरूरी है कि आपके वेबसाइट पर आने वाली ट्रैफिकभी बेहतर होनी चाहिए।
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