वो टॉप बोर्डिंग स्कूल्स जो बढ़ाते हैं हिंदुस्तान की शान
Top Boarding Schools In India: भारत की शिक्षा प्रणाली हमेशा से ही बाकी दुनिया से अलग रही है। यह पूरी तरह बच्चों के संपूर्ण विकास पर केंद्रित होती है। यह स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल सभी विषयों को पढ़ने और सीखने से शुरू होकर फेवरेट सबजेक्ट में स्नातक होने तक चलती है।
इस शिक्षण संस्कृति को सीखने के लिए, भारत में ना रहने वाले कई भारतीय लोग अपने बच्चों को भारतीय बोर्डिंग स्कूलों(Top Boarding Schools In India) में ही भेजना पसंद करते हैं। किसी भी अन्य जगह की तरह, बोर्डिंग स्कूल्स के भी कई अच्छे और बुरे पहलू होते हैं। लेकिन अगर हम केवल अच्छे पहलुओं पर ध्यान केन्द्रित करें तो ये बोर्डिंग स्कूल्स ना सिर्फ बच्चों को इंडिपेंडेंट और बोल्ड बनाते हैं बल्कि उन्हें अपने दम पर चुनौतियों का सामना भी करना सिखाते हैं।
इतना ही नहीं, यहाँ पर बच्चों को लोगों के बीच उठने बैठने का और बात करने का सलीका व अपनी शिक्षा और कैरियर की ज़िम्मेदारी खुद पर लेना भी सिखाया जाता है। तो यदि आप भी एक एनआरआई हैं और अपने बच्चे के लिए भारत का बेस्ट बोर्डिंग स्कूल तलाश रहे हैं तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे ही कुछ स्कूलों के बारे में।
बेस्ट बोर्डिंग स्कूल्स की सूची
दून स्कूल, देहारादून: देहरादून में स्थित दून स्कूल का नाम देश के सर्वश्रेष्ठ बोर्डिंग स्कूलों में आता है। इसकी स्थापना सान 1935 में की गई थी और यह एक ऑल-बॉयज़ स्कूल है। स्कूल में छात्रों को आईबी (IB), आईसीएसई (ICSE) और आईजीसीएसई (IGCSE) बोर्ड के माध्यम से पढ़ाया जाता है। अधिक जानकारी के लिए आप इस स्कूल की अधिकारिक वेबसाइट doonschool.com पर लॉग-इन कर सकते हैं।
वेलहम गर्ल्स स्कूल, देहरादून: सन 1957 में स्थापित, यह स्कूल भी देहारादून में ही है। यह ऑल-गर्ल्स स्कूल है जो भारत में लड़कियों का सर्वश्रेष्ठ बोर्डिंग स्कूल माना जाता है। यह स्कूल अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों के अलावा छात्राओं को अतिरिक्त गतिविधियों में बढ़ावा देने के लिए भी प्रसिद्ध है। अधिक जानकारी के लिए इसकी वेबसाइट welhamgirls.com पर जाएं।
मेयो कॉलेज, अजमेर: यह भारत का सबसे पुराना ऑल-बॉयज़ बोर्डिंग स्कूल है जिसकी स्थापना 1875 में हुई थी। यहाँ सीबीएसई (CBSE) बोर्ड से पढ़ाया जाता है और यह छात्रों को दी जाने वाली खेल सुविधाओं के लिए विख्यात है। अधिक जानकारी इसकी वेबसाइट mayocollege.com पर मिलेगी।
लॉरेंस स्कूल, सनावर: यह स्कूल सन 1847 में हिमाचल प्रदेश में स्थापित क्या गया था। अपने इतिहास, प्रभाव और रिचनेस के कारण यह एशिया के सबसे प्रतिष्ठित स्कूलों की गिनती में आता है। यह को-एड स्कूल सीबीएसई (CBSE) से संबद्ध है और इसके बारे में जानने के लिए sanawar.edu.in पर जाएं।
कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी, मसूरी: यह लड़कियों का बोर्डिंग स्कूल है जहां कैथोलिक और नॉन-कैथोलिक दोनों वर्ग की छात्राएं पढ़ती हैं। सीबीएसई (CBSE) से संबद्ध इस स्कूल की स्थापना 1845 में हुई थी और इसकी फैकल्टी व एजुकेशनल प्रोग्राम काफी सराहे जाते हैं। इसकी वेबसाइट cjmwaverley.org है।
सिंधिया स्कूल, ग्वालियर: लड़कों के इस बोर्डिंग स्कूल का नाम भारत के टॉप बोर्डिंग स्कूलों में से एक है। सीबीएसई (CBSE) से संबद्ध यह स्कूल ग्वालियर के किले पर स्थित है और अपने मनमोहक वातावरण के लिए जाना जाता है। स्कूल की वेबसाइट scindia.edu है।
सेंट पॉल स्कूल, दार्जिलिंग: इस स्कूल की स्थापना सन 1823 में हुई थी और यह एशिया के सबसे पुराने स्कूलों में से एक है। यह एक ऑल-बॉयज़ स्कूल है और अपने पारंपरिक मूल्यों व अनुशासन के कारण इसे पूर्व का ईटन कहा जाता है। स्कूल में सीआईएससीई (CISCE) पाठ्यक्रम पढ़ाया जाता है और इसके बारे में जानने के लिए इसकी वेबसाइट stpaulsdarjeeling.com पर जाएं।