इस दिवाली बनाएं नमकीन और कुरकुरी चकली, बच्चों के साथ बड़े भी ख़ुशी से खिल उठेंगे
Chakli Recipe in Hindi: पारंपरिक भारतीय व्यंजनों की तो पूरी दुनिया दिवानी है। चकली भी उन्हीं में से एक ख़ास किस्म का नाश्ता है, जो गुजरात में चकरी और महाराष्ट्र व उत्तरी भारत में चकली के नाम से फेमस है। चकली होली दिवाली जैसे त्यौहारों पर अलग-अलग तरह के आटों से बनाई जाती है। यह स्वाद में नमकीन व कुरकुरी होती है। आमतौर पर चकली गेहूं के आटे से बनाई जाती है, लेकिन दक्षिण भारत में यह चावल के आटे से बनती है और वहाँ इसे मुरुक्कू कहा जाता है। आज हम जानेंगे गेहूं के आटे से बनी चकली रेसिपी।
चकली बनाने के लिए आवश्यक सामग्री(Chakli Recipe in Hindi)
1 कप गेहूं का आटा
1 टेबलस्पून सफेद तिल
1 टेबलस्पून हरी मिर्च और अदरक का पेस्ट
1 टीस्पून लाल मिर्च
¾ कप दही
¼ टीस्पून हल्दी पाउडर
स्वादानुसार नमक
1½ टेबलस्पून तेल और तलने के लिए तेल अलग से
चकली बनाने की विधि (Chawal ki Chakli Kaise Banaye)
सबसे पहले कूकर में 2 कप पानी डाल कर उसे गैस पर रख दें और इसमें स्टैंड लगा दें।
अब एक डब्बे (ऐसा डब्बा लें जो कूकर में स्टैंड के ऊपर एकदम फिट आ जाए) में आटा डालकर उसे इस स्टैंड पर रख दें और डब्बे व कूकर का ढक्कन बंद कर दें।
हम इसे 15-20 मिनट तक मीडियम गैस पर पकाएंगे।
4-5 सीटी लगने पर गैस बंद कर दें और कूकर को 5-10 मिनट तक ठंडा होने के लिए छोड़ दें।
अब कूकर का ढक्कन खोल कर किसी साफ कपड़े की मदद से स्टैंड के ऊपर रखे गए डब्बे को बाहर निकालें और डब्बे का ढक्कन भी खोल दें।
एक परात या बड़ी थाली लें और उसमें डब्बे का आटा पलट लें। आप देखेंगे कि भाप में पकने पर आटा कड़क हो गया है।
आटे को मूसल से तोड़ कर बारीक कर लें और छान लें अगर कोई बड़ा टुकड़ा बचा हो तो उसे फिर से मूसल से तोड़ें और छान लें।
अब इस आटे में हरी मिर्च-अदरक का पेस्ट, लाल मिर्च, तिल, नमक, हल्दी, दही और तेल सब डाल कर अच्छे से मिलाएं और सख्त आटा गूथ लें।
इस आटे को गूथने में पानी नहीं डलता है तो यदि आपका आटा अच्छे से नहीं गुथ पाया है तो थोड़ा दही और मिला लें (याद रखें की आटा गूथने के लिए दही की मात्रा आटे की गुणवत्ता पर निर्भर होती है)।
अब एक चकली या सेव बनाने वाली मशीन लें और इसमें स्टार के आकार के छेद वाली जाली लगा लें।
मशीन के अंदर और जाली दोनों को तेल लगा कर चिकना कर लें ताकि आटा मशीन या जाली में ना चिपके।
अब आटे को लंबाई में गोल करें और मशीन में डालकर मशीन का ढक्कन बंद कर दें।
अब एक प्लेट लें और एक हाथ में मशीन पकड़कर दूसरे हाथ से मशीन का हैंडल घुमाएं और जलेबी की तरह हाथों को गोल घुमाते हुए चकली बना लें (यदि आपको गोल चकली बनाने में परेशानी हो रही हो तो पहले सीधी रेखा बनाकर देखें। हाथ सैट होने के बाद गोल चकली बना लें)।
आप अपने अनुसार छोटी या बड़ी किसी भी साइज़ की चकली बना सकते हैं।
अब एक कढ़ाई में तेल गरम करें। गैस को मीडियम रखें और चकली डालने से पहले एक छोटी लोई तेल में डालकर देखें। अगर लोई बिना रंग बदले तुरंत तेल की ऊपरी सतह पर आ जाती है तो आपका तेल चकली तलने के लिए तैयार है। अगर लोई भूरे रंग की हो जाए मतलब तेल तेज गरम है और अगर यह ऊपर नही आई मतलब तेल कम गरम है।
तेल के पर्याप्त गरम होने कर बाद इसमें 4-5 चकली डालकर सुनहरा व कुरकुरा होने तक दोनों तरफ से पलट-पलट कर तलें और एक प्लेट में निकाल लें।
इसी तरह से सारी चकली तलकर प्लेट में निकाल लें और इन्हें सामान्य तापमान पर ठंडा होने के लिए रख दें।
ठंडा होने पर चकलियों को एक एयर टाइट कंटेनर में भर कर रख दें और जब मन हो तब खाएं।
यह चकली करीब 20 दिन तक फ्रेश बनी रहती हैं। आप चाहें तो इसे रोज सुबह या शाम चाय के साथ भी खा सकते हैं।