Brown Butter Benefits In Hindi: बटर का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। बटर हमें आलू के पराठे, मक्के की रोटी की याद दिलाता है। सफेद मक्खन और पीला मक्खन आपने खाया ही होगा, सफेद, पीला मक्खन दूध की वैरायटी के अनुसार भी होता है। देसी मक्खन सफेद और बाजार में बिकने वाले मक्खन पीले होते हैं। पाश्चराइज होने की वजह से मक्खन का रंग पीला हो जाता है। परंतु जो भी हो मक्खन हमारे खाने के स्वाद को चार गुना बड़ा ही देता है फिर चाहे -बटर पनीर, दाल मखनी या ब्रेड मक्खन ही क्यों ना हो। आज हम बात करने जा रहे हैं इससे जुड़ी अन्य सभी जानकारी जैसे-कैसे बनता है, इसका इस्तेमाल सबसे ज्यादा कहां होता है! आइए जाने विस्तार से।
अक्सर आपने अपने घरों में मक्खन बनते देखा ही होगा। महिलाएं मलाई से मक्खन बनाने की प्रक्रिया अक्सर अपने घर में करती हैं, और यह मक्खन बिल्कुल फ्रेश भी होता है ।परंतु जब हम मक्खन को गर्म करते हैं तो इस बात का ध्यान रखना होता है कि कहीं वह ज्यादा गर्म ना हो जाए नहीं तो वह जल जाएगा। लेकिन आपको बता दें कि जिसे आप जला हुआ मक्खन समझते हैं उसका इस्तेमाल विदेशों में कई सारी रेसिपी में की जाती है। जी हां यह जानकर आपको हैरानी होगी पर आपको बता दें कि जिसे हम जला हुआ मक्खन समझते हैं, उसे फ्रांस में बेउरे नोसे कहते हैं ।और इसका यूज फ्रेंच कुजीन में एक सांस के रूप में किया जाता है। इस क्लासिकल सॉस का इस्तेमाल मीठे और नमकीन दोनों तरह के डिशेज में किया जाता है। आपको बता दें कि फ्रेंच में इसे हेजलनट बटन भी कहते हैं। स्वाद में नटी, टोस्टेड फ्लेवर और अरोमा की वजह से हेज़लनट बटर कहते हैं ।इसे बनाने के लिए हमें सिर्फ अनसाल्टेड बटर की आवश्यकता होती है अनसाल्टेड बटर का इस्तेमाल करके आप ब्राउन बटर बना सकते हैं ।परंतु ध्यान देने वाली बात यह है कि ब्राउन बटर और जले हुए मक्खन के बीच एक बहुत ही फाइन लाइन होती है। इसलिए जब भी आप इसे बनाए तो इस बात का विशेष ध्यान रखें कि बटर जले ना और ब्राउन भी हो जाए ।इसका यूज आप बहुत सारी रेसिपी को स्वादिष्ट बनाने के लिए कर सकते हैं।
अगर आपने फ्रांस की यात्रा की है, और हेज़लनट बटर का स्वाद चखा है ,तब तो आप आसानी से इसके स्वाद को समझ सकेंगे। हालांकि आपको बता दें कि कुछ लोग इसे टॉफी से भी तुलना करते हैं ।इसका टोस्टेड और मीठा स्वाद इसके फ्लेवर को आम मक्खन से काफी अलग करता है। इसका स्वाद आपको जला हुआ नहीं लगेगा, अगर यह जल भी जाए तो इसे कॉफी फिल्टर के माध्यम से सही भी किया जा सकता है।
आप ने अपने घर में तो देखा ही होगा कि दूध से मक्खन निकाला जाता है। फिर मक्खन को कढ़ाई में डालकर गर्म किया जाता है। धीरे-धीरे इसका फेट नीचे बैठने लगता है, और ऊपर बटर का कलर ब्राउन होने लगता है। ब्राउन होते हुए मक्खन को हमेशा स्लो हिट पर रखना चाहिए। बीच-बीच में बटर को चम्मच से चलाते रहें। मक्खन का कैरेमल रंग और नटी स्मेल आने लगे तो फ्लेम को ऑफ कर दें। ध्यान रखें मक्खन जलने ना पाए। इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर आप आसानी से ब्राउन बटर तैयार कर सकते हैं।
अब तक आप को बनाने के तरीके से इसका अंतर समझ आ गया होगा। ब्राउन मक्खन भी रेगुलर मक्खन की तरह ही कढ़ाई में गर्म करके बनाया जाता है। क्लेरिफाइड और ब्राउन मक्खन दोनों बनाने की प्रक्रिया मक्खन को सबसे पहले पिघलाने से शुरू की जाती है। हालांकि मिल्क फैट और मिल्क सॉलिड से तो दोनों ही अलग हो जाते हैं। क्लेरिफाइड मक्खन सिर्फ बटर फैट को सुरक्षित रखता है, जिसमें मिल्क सॉलिड बाहर रहता है।
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