Summer Health Tips: गर्मी में बहुत से ऐसे फल आ जाते हैं जो न केवल पौष्टिक होते हैं, बल्कि स्वादिष्ट और रसीले भी होते हैं। तरबूज और पपीता जैसे फल भी इनमें शामिल हैं। गर्मी में फल तो वैसे बहुत से मिलते हैं, मगर सबसे अधिक पसंद तरबूज और पपीता किए जाते हैं। गर्मी का सीजन आता नहीं है कि मांग इनकी बढ़ जाती है। पानी की मात्रा तरबूज में खूब होती है, जिससे शरीर हाइड्रेट रहता है। पपीता भी कई तरह की परेशानियों से निजात दिलाता है। फिर भी तरबूज और पपीता का यदि अधिक सेवन किया जाए तो कई तरह के नुकसान भी शरीर को उठाने पड़ते हैं। यहां हम आपको इसी के बारे में बता रहे हैं।
जो लोग तरबूज का सेवन अधिक मात्रा में करते हैं, उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। कुछ लोगों को तरबूज खाने से एलर्जी हो जाती है। हल्के से लेकर गंभीर चकत्ते शरीर में उभर आते हैं। चेहरे में सूजन आ जाती है। लाइकोपीन नामक एक यौगिक तरबूज में होता है, जिससे लाभ मिलते हैं, मगर कई साइडइफेक्ट का कारण भी यह यौगिक बन जाता है। इसके कारण मतली, अपच, उल्टी और दस्त आदि होने लगते हैं। तरबूज का अधिक सेवन किया जाए तो पोटैशियम का स्तर शरीर में सामान्य से अधिक होने पर हाइपरकलेमिया की शिकायत हो जाती है, जिससे दिल से संबंधित समस्याएं होने लगती हैं।
जिन लोगों को अस्थमा या एलर्जी की शिकायत है, तरबूज की तासीर ठंडी होने के कारण और सांस की नली में सूजन पैदा करने की वजह से इसका सेवन उन्हें नहीं करना चाहिए। मीठा खाने के बाद जो लोग पानी पीते हैं, उन्हें भी तरबूज का सेवन नहीं करना है। तरबूज खाने के तुरंत बाद पानी पीने से उल्टी हो सकती है। रात का फल जिन्हें खाने की आदत है, उन्हें भी तरबूज इसलिए नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इससे कफ की समस्या बढ़ सकती है। चावल यदि आप यदि खा रहे हैं तो तरबूज से दूरी बना कर रखना ही उत्तम है, क्योंकि इसके बाद तरबूज खाने से लाभ की जगह नुकसान हो सकते हैं।
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पपीता में फाइबर अधिक होने की वजह से इसके अधिक सेवन से पेट खराब हो सकता है। पपीते की बाहरी त्वचा में लेटेक्स एक्स होता है, जो पेट दर्द का कारण भी बनता है। शुगर लेवल को पपीता घटाता है। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों को डॉक्टर से परामर्श लेकर ही इसका सेवन करना चाहिए। पपीता में पपेन नामक एंजाइम होता है जो कि संभावित एलर्जी के नाम से भी जाना जाता है। अधिक मात्रा में पपीते का सेवन करने से अस्थमा, जोर-जोर से सांस लेने जैसी सांस संबंधी कई परेशानियां हो सकती हैं। इसके अधिक सेवन से रिएक्शन होने पर चक्कर आने, सूजन, चकत्ते, खुजली और सिरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। गर्भवती महिलाओं को हेल्थ एक्सपर्ट पपीते का सेवन नहीं करने की सलाह देते हैं, क्योंकि पपीते के बीज और जड़ से भ्रूण को नुकसान पहुंच सकता है।
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