पेट केयर

अगर आपको भी लगता है कुत्तों से डर, तो इस तरीके से उन्हें बनाये अपना दोस्त।

Cynophobia kya hai: क्या आप साइनोफोबिया (Cynophobia) के बारे में जानते हैं ? शायद यह शब्द आज आपने पहली बार सुना हो, लेकिन यह बहुत ही कॉमन शब्द है और होता है कुत्तों से डर। साइनोफोबिया शब्द भले ही आपके लिए नया हो लेकिन आप उन लोगों के बारे में जरूर जानते होंगे जिन्हे कुत्तों से डर लगता है। डर का आलम कुछ इस प्रकार से होता है कि भले ही कुत्ता सामने बैठ कर पूँछ हिला रहा हो लेकिन लोग उसे देखकर दूर भाग खड़े होते हैं। साइनोफोबिया एक वैलिडेट डर है, तो चलिए ज्यादा देर न करते हुए जानते हैं की आखिरकार ये साइनोफोबिया क्या है? और इसे कम करने का उपाय क्या है?

साइनोफोबिया क्या है? (Cynophobia kya hai?)

Image Source: claritychi

साइनो शब्द एक ग्रीक शब्द है जिसका हिंदी में अर्थ कुत्ता होता है और फ़ोबिया का अर्थ तो आपको पता ही होगा। फ़ोबिया मतलब किसी चीज़ का अत्यधिक डर। साइकोलॉजी के अनुसार अधिकतर लोग कुत्तों से इस प्रकार डर सिर्फ इसलिए महसूस करते हैं क्योंकि उनका पिछला एक्सपीरियंस कुत्तों के साथ सही नहीं था। हाँ कुछ लोग बिना किसी पास्ट एक्सपीरियंस के ही इस तरह के डर से डरने लगते हैं।

इन तरीकों को अपनाकर दूर कर सकते हैं कुत्तों से डर(Dogs Se Dosti Kaise Kare)

1. अपने डर को पहचानने की कोशिश करें

अगर आप कुत्ते से डरते हैं तो आप सबसे पहले पहचानें की आखिरकार इस डर की वजह क्या है ? क्या किसी स्पेशल एक्टिविटी की वजह से डर लगता है या फिर कोई कॉमन डर है। अगर आप अपने डर को पहचान लेते हैं तो तो साइनोफोबिया (Cynophobia) को काबू में कर सकते हैं।

2. कुत्तों की बॉडी लैंग्वेज को पहचानना सीखें

जैसा की आपको पता ही होगा की डॉग्स हमेशा नॉन वर्बल कम्युनिकेशन करते हैं। अगर डॉग्स जीभ की मदद से आपके शरीर को लिक कर रहे हैं तो इसका मतलब होता है की उन्हें भूख लगी है। अगर डॉग्स खुश हैं तो वो आपके आगे पीछे राउंड लगाते हैं आपके ऊपर चढ़ने की कोशिश करते हैं और अगर डॉग्स का मूड सही नहीं रहता है तो वो आपके साथ आई कॉन्टैक्ट नहीं करेंगे। साइनोफोबिया (Cynophobia) को कम करने के लिए डॉग्स के मूड को समझना बहुत जरुरी होता है।

Image Source: TheCynophobiaClinic

3. खुद की बॉडी लैंग्वेज का भी रखें ध्यान

साइनोफोबिया (Cynophobia) को दूर भगाने में खुद की बॉडी लैंग्वेज बहुत कारगर होती है। अगर कोई डॉग आपके करीब आ रहा है तो आपको उससे डरने की कोई जरूरत नहीं है, आपको सिर्फ खुद को स्थिर रखना है। आपको अपनी आँखें डॉग के ऊपर रखनी है लेकिन उसे घूरना नहीं है, अगर आप कुत्ते से डायरेक्ट आई कॉन्टैक्ट करते हैं तो उन्हें लगेगा की आप उस पर हमला करने वाले हैं। डॉग्स के डर को कम करने में खुद की बॉडी लैंग्वेज बहुत सहायक होती है।

4. छोटे पपीज़ के साथ समय बिताएं

सीधे बड़े उम्र के कुत्तों के साथ बॉन्डिंग करने की कोशिश न करें। छोटे पपीज़ के साथ समय बिताकर आप थोड़ा कम्फर्टेबल महसूस कर सकते हैं। पपीज़ के साथ रेगुलर समय बिताने से आपका डर धीरे धीरे समाप्त हो जायेगा।

5. प्रोफ़ेशनल्स से मदद लें

अगर किसी भी तरीके से आपका साइनोफोबिया (Cynophobia) कम नहीं हो रहा है तो आप किसी प्रोफ़ेशनल व्यक्ति से सहायता ले सकते हैं।

Facebook Comments
Adarsh Tiwari

सॉफ्टवेयर की पढ़ाई करते करते दिमाग हैंग सा होने लगा तो कहानियां पढ़ने लगा. फिर लिखने का मन किया तो लिखना शुरू कर दिया। अब आप पढ़कर बताइए की कैसा लिख रहा हूँ.

Recent Posts

महाभारत काल से जुड़ा हुआ है कुरुक्षेत्र के माँ भद्रकाली पीठ, जानिए इसके इतिहास के बारे में

Famous Shakti Peeth in Haryana: इस समय पूरे देश भर मे चैत्र नवरात्रि के त्यौहार…

4 days ago

अब आसान तरीके के साथ घर में बनाइये टेस्टी स्ट्रॉबेरी क्रश, सेहत के लिए है रामबाण

Strawberry Crush Recipe In Hindi: स्ट्रॉबेरी एक ऐसा फल है जिसे हर एक आयु वर्ग…

5 days ago

सोने के पहले तकिये के नीचे रखिए मोर पंख, चुटकियों में बदल जाएगी आपकी किस्मत

Takiye Ke Niche Mor Pankh Rakhne Ke Fayde: ज्योतिष शास्त्र में जीवन के हर एक…

5 days ago