Leander Paes ATP: भारतीय टेनिस स्टार लिएंडर पेस(Leander Paes) को भला कौन नहीं जानता। टेनिस (Tennis) के प्रति उनका जुनून हमेशा देश का झंडा बुलंद ही करता रहा है। लिएंडर पेस 46 साल के हो चुके हैं लेकिन उम्र के इस दौर में भी उनका प्रदर्शन वाकई काबिले तारीफ है। आलम ये है कि आज भी विपक्षी खिलाड़ी उनके दमदार खेल को देखकर उनकी तारीफ किए बिना नहीं रहते। लेकिन अब 19 सालों बाद कुछ ऐसा हुआ है जिसे देखकर हर कोई हैरान है और सोचने पर मजबूर हो रहा है। जी हां…..19 साल तक एटीपी डबल्स रैंकिंग में शीर्ष सौ में टिके रहने के बाद अब लिएंडर पेस इस सूची से बाहर हो गए हैं। और ये जानकर हर कोई हैरान है। 19 साल बाद पहली बार लिएंडर पेस रैंकिंग (Leander Paes Ranking) में शीर्ष सौ खिलाड़ियों में जगह नहीं बना सके हैं। उन्हे पांच स्थान का नुकसान हुआ है जिससे अब वो पांच स्थान के नुकसान के बाद 101वीं नंबर पर पहुंच गए हैं। फिलहाल लिएंडर पेस के 856 अंक हैं। जबकि उनसे आगे रैंकिंग में तीन भारतीय खिलाड़ी और हैं। जिनमें रोहन बोपन्न (Rohan Bopanna) 38वें, दिविज शरण(Divij Sharan) 46वें और पूरव राजा(purav Raja) 93वें नंबर पर कायम हैं। खास बात ये है कि इनमें से पूरव राजा आठ स्थान की छलांग के बाद इस स्थान पर पहुंचे हैं।
पिछली बार लिएंडर पेस अक्टूबर 2000 में एटीपी डबल्स रैंकिंग(atp doubles rankings) के शीर्ष सौ से बाहर हुए थे। हालांकि तब इस भारतीय दिग्गज की रैंकिंग 118 थी। वहीं 2000 से पहले साल 1990 से लेकर साल 2000 के बीच लिएंडर पेस और महेश भूपति (Mahesh Bhupathi) की जोड़ी ने टेनिस के डबल्स सर्किट पर राज किया। और दुनिया इस जोड़ी की कायल भी थी। वहीं अगस्त 2014 तक लिएंडर पेस टॉप 10 में शामिल थे लेकिन फिर वो टॉप 10 से बाहर हो गए और इसके दो साल के अंदर ही वो टॉप 50 खिलाड़ियों की सूची से भी बाहर हो गए। लेकिन 19 सालों में ये पहला मौका है जब वो टॉप 100 से भी बाहर हो गए हैं।
भारतीय टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस 18 ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके हैं। लेकिन इस साल सितंबर में यूएस ओपन (US Open) के बाद से अब तक को टेनिस कोर्ट में नज़र नही आए हैं। लेकिन जल्द ही उन्हे पाकिस्तान के खिलाफ आगामी डेविस कप मुकाबलों में देखने की संभावना बनी है।
अगर एटीपी सिंगल रैंकिंग की बात करें तो प्रजनेश गुणेश्वरन (Prajnesh gunneswaran) का जलवा कायम है। चेन्नई के बाएं हाथ के इस खिलाड़ी की रैंकिंग 95 है। जबकि सुमित नागल (Sumit nagal) दो स्थान के फायदे के साथ 127वें नंबर पर पहुंच गए हैं। रामकुमार रामनाथन 9 स्थान के फायदे के साथ 190वें, शशि कमार मुकुंद दो स्थान के फायदे के साथ 250वें और साकेत मिनेनी एक स्थान के नुकसान के साथ 267वें नंबर पर मौजूद हैं।
Facts About Chandratal Lake In Hindi: भारत में हज़ारों की संख्या में घूमने की जगहें…
Blood Sugar Control Kaise Kare: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में कई बीमारियों को समाज…
Gond Katira Khane Ke Fayde: आयुर्वेद विज्ञान से भी हज़ारों साल पुराना है। प्राचीन ग्रंथों…
Diljit Dosanjh Concert Scam: भारतीय गायक दिलजीत दोसांझ किसी परिचय के मोहताज नहीं है। वे…
Vayu Kon Dosha Kya Hota Hai: पौराणिक मान्यताओं व ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा माना…
Parsi Death Ceremony in Hindi: दुनिया तेजी से बदल रही है और इसी क्रम में…