Google Kya Hai: आज से लगभग 15-20 साल पहले शायद किसी ने गूगल के बारे में सोचा भी नहीं होगा। उन दिनों इंटरनेट नया-नया आया था और लोगों को इसके बारे में कोई खास जानकारी भी नहीं थी। किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए लोग गूगल नहीं बल्कि किताबें खोजते थे या फिर किसी जानकार को तलाशते थे।
लेकिन आपकी समस्या हल करने के लिए सही जानकार मिलना और उससे सही जानकारी मिलना काफी कठिन हुआ करता था और इसमें काफी समय व्यर्थ हो जाता था। इस समस्या का समाधान निकाला दो होनहार लड़कों ने जिन्होने गूगल की खोज(Google Ki Khoj) की। आइए आज जानते हैं क्या है गूगल(Google Kya Hai), गूगल किसने बनाया(Google Kisne Banaya), गूगल की फुल फॉर्म क्या है(Google Ka Full Form Kya Hai) और कैसे हुई गूगल की शुरुआत।
गूगल दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है, जिसमें आप जो भी सर्च करेंगे, आपको निश्चित ही मिल जाएगा। इसके अलावा यह एक मल्टीनेशनल कंपनी है, जो सर्च इंजन के अलावा कई और बिज़नस, जैसे इंटरनेट एनलेटिक्स, क्लाउड कम्प्यूटिंग, आदि सेवाएं भी प्रदान करती है। गूगल ड्राइव, गूगल विज्ञापन सेवा, गूगल प्ले स्टोर, गूगल क्रोम, गूगल ऑपरेटिंग सिस्टम (एंडरॉइड), आदि सेवाओं के जरिए गूगल अपनी इन्कम जनरेट करती है।
सन 2016 में गूगल ने मोबाइल इंडस्ट्री में भी धमाकेदार एंट्री मारी और एक नया मोबाइल ‘गूगल पिक्सल’ पेश किया जिसने मार्केट में तहलका मचा दिया। इसके अलावा दुनिया में गूगल के गूगल मैप, जीमेल समेत 20 से भी ज्यादा प्रोडक्ट उपलब्ध हैं।
आपको यह जानकार काफी हैरानी होगी कि गूगल कंपनी एक दिन में करीब 1 मिलियन यू.एस डॉलर कमाती है यानि एक दिन के करीब 6,85,22,50,000 रूपए।
गूगल की फुल फॉर्म है ग्लोबल ऑर्गनाईजेशन ऑफ ओरियंटेटिड ग्रुप लैंगुएज ऑफ अर्थ(Global Organization of Orientated Group Language of Earth)। एडवर्ड कैसनर और जेम्स न्यूमैन के द्वारा लिखी गई किताब ‘मैथमेटिक्स और इमैजिनेशन’ में एक शब्द दिया गया है “गूगोल”, जिसका मतलब होता है 1 के पीछे सौ जीरो। गूगल का नाम इसी “गूगोल” से प्रेरित है।
गूगल, दो पीएचडी स्टूडेंट्स सेर्गे ब्रिन और लैरी पेज की देन है। ये दोनों सन 1995 में कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी(Stanford University) के छात्र थे, वहीं मिलकर इन दोनों ने गूगल की शुरुआत की। लेकिन इसमें इन दोनों को काफी समय लगा और 4 सितंबर 1998 को कैलिफोर्निया में ही गूगल को एक निजी कंपनी के रूप में स्थापित किया गया। सरल भाषा में कहें तो गूगल का आविष्कार 4 सितम्बर 1998 को हुआ।
हालांकि आज के समय में गूगल कंपनी इतनी बड़ी है कि इसमें लाखों की संख्या में बुद्धिजीवी और इंजीनियर्स कार्यरत हैं, लेकिन आज भी सेर्गे और लैरी गूगल के सबसे बड़े शेयरहोल्डर्स हैं। खास बात यह है कि सेर्गे और लैरी ने गूगल का आविष्कार करते समय इसका नाम गूगोल रखा था, जो कि स्पेलिंग मिस्टेक के कारण गलती से गूगल बन गया। बाद में चलकर यही नाम विश्व के सबसे बड़े ब्रांड्स में से एक बन गया।
जब सेर्गे और लैरी ने गूगल कि शुरुआत की थी तब यह उनके लिए मात्र एक कॉलेज प्रोजेक्ट था जिसके तीसरे स्थापक थे स्कॉट हसन। गूगल की ज़्यादातर कोडिंग हसन ने ही की थी, लेकिन इसको कंपनी के रूप में स्थापित करने से पहले ही उन्होंने प्रोजेक्ट छोड़ दिया।
कहा जाता है कि स्कॉट को रोबोटिक्स में करियर बनाना था और इसलिए उन्होने यह प्रोजेक्ट बीच में ही छोड़ दिया। जिसके बाद उन्होने साल 2006 में ‘विलो गैरेज(Willow Garage)’ नाम की एक रोबोटिक कम्पनी की स्थापना की। इसलिए गूगल के आविष्कार में इतना महत्वपूर्ण योगदान देने के बावजूद, हसन को आधिकारिक रूप से इसका को-फाउंडर नही माना जाता।
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तो आज हमने जाना गूगल का इतिहास(Google History In Hindi)। जैसे – गूगल क्या है(Google Kya Hai), गूगल कैसे बना, गूगल को किसने बनाया(Google Kisne Banaya), गूगल की फुल फॉर्म क्या है ((Google Ka Full Form Kya Hai))और गूगल की स्थापना कब हुई।(Google History In Hindi) यदि आपको गूगल के बारे में कोई और जानकारी चाहिए तो हमें कमेन्ट बॉक्स में लिख कर जरूर बताएं।
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