Hyderabad Me Ghumne Ki Jagah: बिरयानी का नाम सुनते ही जिस शहर का नाम सबसे पहले ज़हन में आता है वो है हैदराबाद। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में पर्यटन स्थल की कोई कमी नहीं है और ना ही बिरयानी पसंद लोगो के लिए स्वादिष्ट व्यंजनो की कमी। और जिन्हें खरीदारी का खास शौक है उनके लिए यहाँ पर पुराने बाजार तथा कई प्रसिद्ध और बड़े मॉल भी है। इस शहर में प्रत्येक वर्ष काफी मात्रा में पर्यटक इसे नज़दीक से जानने आते है, तथा इसका कारण है की यह शहर सालभर अपने स्मारकों और अपने भोजन तथा संस्कृति को संभाले रखता है, और इसी कारण पर्यटक को यहाँ पर हर वो चीज देखने को और स्वाद लेने को मिलती है जिसे वह पसंद करते है। आमतः हैदराबाद में कला प्रेमी एवं इतिहास से प्रेम करने वालो संख्या पर्यटकों में अधिक पायी जाती है। यूँ तो हम सब जानते हैं कि हैदराबाद अपने चार मीनार एवं स्वादिष्ट बिरायनी के लिए प्रसिद्ध है कित्नु एक और महत्व कारण है जो की पर्यटकों को इस शहर की ओर खींच लाता है ओर वह है भारत देश का सबसे बड़ा मस्जिद, मक्का मस्जिद जो की हैदराबाद में पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र है।
सन 2011 में इसे “न्यूयोर्क टाइम्स” द्वारा 41 जगह की सूचि में रखा गया था जहाँ पर आप घूमने जा सकते है। यहाँ तक की इस शहर को 2013 में ” लोनली प्लेनेट” के द्वारा तीसरी बेस्ट सिटी के अवार्ड से नवाज़ा गया था। हैदराबाद को मुहम्मद कुली क़ुतुब द्वारा 1591 में स्थापित किया गया तथा उनके वंशज ने यहाँ पर 100 वर्षो से अधिक राज किया।
यदि आप हैदराबाद घूमने का प्लान बना रहे हैं तो यह आर्टिकल आपको अवश्य पढ़ना चाहिए जिससे आप जान पाएंगे कि आपको हैदराबाद में घूमने के लिए किस किस जगहों के नाम अपनी सूचि में रखना है।
जिस प्रकार आगरा कि शान है उसका ताज महल ठीक उसी प्रकार हैदराबाद कि भी शान है चारमीनार, जो की हैदराबाद के बिलकुल बीचो बीच बनाया गया एक गेट है जिसे 1591 में क़ुतुब शाह प्लेग के उन्मूलन के लिए बनवाया गया था। यह मीनार एक स्मारक के साथ साथ एक मस्जिद भी है। यह खूबसूरत संरचना मक्का मस्जिद तथा लाद बाजार के चारो ओर स्थित है। इसके छत पर जाने के लिए है 149 सीढियाँ हैं, तथा इसके छत पर चढ़ कर आप पुरे हैदराबाद को देख सकते हैं।
हैदराबाद के केंद्र से 11 की मि की दूरी पर स्थित गोलकोण्डा फोर्ट शानदार पहाड़ियों पर बना हुआ है। गोलकोण्डा फोर्ट सिर्फ एक पर्यटन स्थल ही नहीं बल्कि खूबसूरत वास्तुकला का उदहारण भी है। इस किले का निर्माण 12वि० सदी में काकतीयों ने मिट्टी के किले के रूप में किया था। 16वि० ओर 17वि० शताब्दी में यह किला प्रभावशाली किले में परिवर्तित हो चुका था तथा उस समय यह मुगलो की सेना ओर क़ुतुब शाही के बीच एक लम्बे युद्ध का स्थान था। जिसका समापन मुगलो की विजय से हुआ। जब आप इस किले में घूमने आये तो इसके शानदार ध्वनि प्रणाली को अवश्य देखें। यदि आप फ़तेह दरवाज़े पर खड़े होकर ताली बजायेंगे तो इसकी ध्वनि 1 की मि दूर खड़ा आदमी भी साफ़ साफ़ सुन पता है। यहाँ पर हर शाम एक “लाइट एंड साउंड शो” का आयोजन होता है, जिसे आप भूल कर भी देखना ना भूलें, यह शो तीन भाषाओ में आयोजित होता है:- इंग्लिश, हिंदी एवं तेलगु।
भारत के प्रमुख म्यूजियम में से एक सालार जंग म्यूजियम भी है जो भारत के सबसे बड़े म्यूजियम में तीसरे स्थान पर है। यह एक प्रमुख संग्रहालयों में से एक है जिसमे तीन इमारतों में 38 दीर्घाये है। यह संग्रहालय मुसी नदी के तट पर स्थित है। इसमें आप 2 वी शताब्दी से लेकर 20 वी शताब्दी तक मानव विकास को प्रदर्शित करने वाली कलाकृतियां देख सकते है। इस संग्रहालय में 40,000 से अधिक वस्तुए संग्रह की गयी है जो की देश विदेश के कोने कोने से लायी गयी है। इसे आम आदमी के लिए हमारे पूर्व प्रधानमंत्री “प० जवाहरलाल नेहरू जी” ने खोला था। इसमें आप प्राचीनतम वस्तुएं देख सकते है जैसे:- औरंगजेब की तलवार, टीपू सुल्तान की अलमारी, मिस्र के फर्नीचर, पेंटिंग, मूर्तियाँ इत्यादि। इसी कारण से सालारजंग म्यूजियम पर्यटकों तथा इतिहासकारो के लिए आकर्षण का केंद्र है।
फिल्म पसंद करने वालो के लिए भी हैदराबाद आकर्षण का केंद्र है, इसका कारण है यहाँ पर बना हुआ रामो जी फिल्म सिटी। यहाँ पर आप अपने पुरे परिवार के साथ घूम सकते है, तथा यही वो जगह है जहाँ “बाहुबली सीरीज” फिल्म का निर्माण हुआ। लेकिन इस जगह को भारत के डरावने जगहों में से एक माना जाता है। इस फिल्म सिटी में तकरीबन 500 से भी ज्यादा सेट है जहाँ तेलगु, कन्नड़ा तथा हिंदी फिल्मो का निर्माण किया जाता है। रामोजी फिल्म सिटी दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म काम्प्लेक्स है और इसी कारण इसे गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है। हैदराबाद शहर का यह एक ऐसा पर्यटन स्थल है जहाँ सबसे अधिक विदेशी ही आते है। यहाँ पर पर्यटक अपने मुताबिक कोई थीम का चयन कर सकते है जहाँ वह जाना चाहें, इसका कारण है कि यहाँ पर बहुत सारे थीम है जो की मनोरंजन पार्क में जाकर अंत होता है।
यह फिल्म सिटी 2 हजार एकड़ में बनायीं गयी है तथा आपको इसे पूरा घूमने के लिए एक दिन का अतिरिक्त समय लेकर आना होगा। यहाँ पर फिल्म तथा सीरियल की शूटिंग के लिए मंदिर, नकली हवाई अड्डे, बंगले, अस्पताल इत्यादि बने हुए हैं, जिसे देखकर आप प्रफुल्लित हो जायेंगे।
हैदराबाद में स्थित जवाहरलाल नेहरू जी के नाम पर निर्मित यह चिड़ियाघर पर्यटकों के बीच एक मुख्य आकर्षण केंद्र है। 380 एकड़ ज़मीन पर फैले हुए इस चिड़ियाघर को 1963 में आम लोगो के लिए बनाया गया जिसकी सुरक्षा आंध्रप्रदेश सरकार के वन विभाग द्वारा किया जाता है। इस चिड़ियाघर को सही तरीके से जानने के लिए आपको यहाँ पर अपना एक पूरा दिन व्यतीत करना होगा। यहाँ पर पर्यटकों का ध्यान अपनी और आकर्षित करने हेतु बहुत कुछ है, जैसे:- नौका की सवारी, किराये पर साइकिल लेकर भ्रमण करना, टॉय ट्रैन, किड्स पार्क। इस चिड़ियाघर में भारत का पहला तितली पार्क एवं जंगल सफारी है। जो प्रजाति विलुप्त हो चुकी है उसके जीवित मॉडल यहाँ पर देखने को मिल जायेंगे तथा यहाँ का जुरासिक पार्क बच्चो के लिए मुख्य आकर्षण केंद्र है।
इसके अलावा भी आप कई और जगहे भी घूम सकते है जिसे आपको अपनी सूचि में अवश्य रखना चाहिए, जैसे कि:- ” श्री जगन्नाथ मंदिर”, “बिरला मंदिर”, हुसैन सागर झील”, “मक्का मस्जिद” चौमुहल्ला पैलेस”, क़ुतुब शाही मकबरा”, “बिरला विज्ञान संग्रहालय”, “चिलकुर बालाजी मंदिर”, “स्नो वर्ल्ड”, “श्री राम चंद्र स्वामी मंदिर”, “श्री शैलम”, ” सुधाकर्स म्यूजियम”।
और यदि आप खाने के शौक़ीन है तो यकीन मानिये ये शहर आपको बिलकुल भी निराश नहीं करेगा। आप यहाँ स्ट्रीट फ़ूड भी एन्जॉय कर सकते हैं और यहाँ का हैदराबादी बिरयानी का तो स्वाद अवश्य लीजिये।
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