Coronavirus India: दुनियाभर के लिए अभिशाप बन चुका कोरोना वायरस से अब भी दुनिया जंग लड़ रही है। इस महामारी के कहर से अमेरिका जैसे सबसे शक्तिशाली देश भी खुद को नहीं बचा पाया। गौरतलब है कि भारत बाकी देशों से सबक लेते हुए पहले ही इस महामारी के लड़ने के लिए तैयार था। देश में कोरोना वायरस के कारण 21 दिन का लॉकडाउन चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों का अभिवादन करते हुए कहा था कि कोरोना से जंग अभी लंबी दूरी तय करेगी।
इस लड़ाई में जितना सहयोग सरकार कर रही है उतना ही लॉकडाउन का पालन करके लोगों को भी करना होगा तभी इस महामारी के खिलाफ जंग जीती जा सकती है। लेकिन हाल के कुछ दिनों में कोरोना के तेज़ी से बढ़ते मामलों को देखते हुए, सरकार ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। कोरोना के खिलाफ इस जंग मेंसबसे बड़े योद्धा, डॉकटर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ हैं जिनकी सुरक्षा के लिए सरकार ने अपनी तैयारियां शुरू कर ली हैं।
बता दें कि भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान दिया है कि उन्होंने डॉकटर्स और मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए सबसे जरूरी पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट यानी PPE और N95 मास्क की बढ़ी मात्रा में सप्लाई सुनिश्चित की है। मंत्रालय ने बताया कि 112.76 लाख N95 मास्क और 157.32 लाख PPE किट्स ऑर्डर कर लिए हैं। मंत्रालय ने बताया कि फिलहाल मास्क और किट्स की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है लेकिन भविष्य में इसकी कमी पड़ने पर सही समय पर इसकी आपूर्ती के लिए सरकार ने पहले से ही मास्क और किट्स ऑर्डर करके उनकी संख्या बढ़ाई है।
सरकार कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने में जहां एक ओर अपनी देश में ही उपकरण व दवाईयां तैयार करने में लगी है, वहीं विदेशों से भी स्पलाई का आयात-निर्यात जारी है। बता दें कि सरकार ने जो PPE किट्स मंगवाई हैं, वे चीन से आई हैं। 6 अप्रैल को चीन से 1.70लाख पीपीई की खेप चीन से भारत आ चुकी है। जबकि 20 हज़ार पीपीई भारत में ही तैयार की गई हैं। सरकार के पास पहले से ही 3,87,473 पीपीई किट्स हैं और चीन से मंगवाने के बाद, सरकार के पास फिलहाल कुल 5,77,473 पीपीई किट्स उपलब्ध हैं। इन्हें ज़रूरत के हिसाब से अस्पतालों में बांटा जाएगा।
सरकार ने चीन से तो पीपीई किट्स मंगवा ली हैं, लेकिन 80 लाख पीपीई किट्स (मास्क के साथ) का ऑर्डर सिंगापुर में दिया गया था। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इन 80 लाख पीपीई (मास्क के साथ) का ऑर्डर 11 अप्रैल को भारत आएगा। इसे ज़रूरत के हिसाब से उपयोग किया जाएगा।
आपको बता दें कि बढ़े स्तर पर मास्क और कोरोना के स्पेशल सूट्स को बनाने की जिम्मेदारी सरकार ने DRDO को सौंपी है। DRDO ने मास्क और पीपीई किट्स, सूट्स बनाने शुरू कर दिए हैं। वह हर दिन 80 हज़ार मास्क बनाने का टारगेट रख कर चल रही है। सरकार ने प्रोडक्शन बढ़ाने का भी फैसला किया है।
सुविधाएं उपलब्ध कराने की बात करें तो केंद्र सरकार अब तक कुल 20 लाख से ज्यादा मास्क दे चुकी है। बता दें कि अस्पतालों के अलावा देशभर में अलग-अलग जगह मास्क उपलब्ध कराए गए हैं। बता दें कि देश में अब तक लगभग 4135 लोगों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है। सरकार ने कहा है कि कोरोना वायरस के मामलों में अगर ऐसे ही तेजी आई तो देश में लॉकडाउन बढ़ाने पर विचार किया जाएगा। मामलों की तेज़ी देखते हुए सरकार ने अपनी ओर से मेडिकल योद्धाओं और लोगों के लिए ज़रूरत की चीजों का बैंक बनाना चालू कर दिया है। सरकार की इस तैयारी से लगता है कि कोरोना वायरस से भारत की जंग अभी थमी नहीं है। और आने वाले कुछ महीनों तक ये जंग जारी रहेगी।
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