Egg Yolk Side Effects: आहार में अंडे का भी सेवन करने की सलाह डॉक्टरों की ओर से भी दी जाती है। खासकर बॉडीबिल्डर और फिटनेस के शौकीन लोगों को अंडे का सेवन रोजाना करने की सलाह दी जाती है, मगर उन्हें कहा जाता है कि अंडे का पीला भाग वे न खाएं। क्या कभी आपने इस बारे में सोचा है कि आखिर पीले भाग को खाने से उन्हें क्यों मना किया जाता है? यदि नहीं, तो यहां हम आपको वैज्ञानिक रिसर्च के आधार पर यह बता रहे हैं कि अंडे के पीले भाग को खाने से क्या-क्या नुकसान आपको उठाने कर सकते हैं? इसका अधिक सेवन करने से एक तो आपके स्वास्थ्य के लिए यह हानिकारक साबित हो सकता है। साथ में कई प्रकार से आपकी सेहत पर यह बुरा प्रभाव भी डाल सकता है।
अंडे के पीले भाग को दरअसल जर्दी के नाम से भी जाना जाता है। इसे Egg Yolk भी इंग्लिश में कहते हैं। भ्रूण की शक्ल यही आगे चल कर ले लेता है, जिससे की एक चूजा तैयार होता है। इसके बारे में माना जाता है कि गर्मी भ्रूण में बहुत होती है। इस वजह से कई लोगों में खाने के कुछ ही दिनों के बाद इसका नकारात्मक असर दिखना शुरू हो जाता है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि अंडे के पीले भाग को खाने से किस तरीके से सेहत को नुकसान पहुंच सकता है।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) का कहना है कि संक्रमण का खतरा अंडे के पीले भाग को खाने से कई गुना तक बढ़ जाता है। जब कच्चे रूप में अंडे का सेवन आप करते हैं तो यह खतरा कहीं ज्यादा आपको रहता है। जब अंडे के तापमान को 40 डिग्री से ऊपर रखा गया हो तब इंफेक्शन का खतरा और अधिक रहता है। अंडे को खरीदने से पहले यह जांच लेना जरूरी है कि उसे ठीक तरीके से सुरक्षित किया गया है या नहीं।
जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है यानी कि जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है, CDC के मुताबिक अंडे के पीले भाग का सेवन करना उनके लिए अधिक खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे अंडे के पीले भाग को यदि आप खा रहे हैं जो किसी भी प्रकार से दूषित हुआ है तो यह जानलेवा तक साबित हो सकता है। दरअसल अंडे का पीला भाग दूषित हो जाने पर बड़ी ही तेजी से प्रतिक्रिया करता है। CDC के मुताबिक एचआईवी पीड़ित और ऑर्गन ट्रांसप्लांट कराने वाले लोगों को अंडे के पीले भाग को खाने से बचना चाहिए। रोग प्रतिरोधक क्षमता इन लोगों की बड़ी ही कमजोर मानी जाती है।
अंडे के पीले भाग में एक वैज्ञानिक अध्ययन के मुताबिक कोलेस्ट्रोल अधिक होने के कारण डायबिटीज के मरीजों में इससे हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। नियमित रूप से डायबिटीज के मरीज यदि इसका सेवन करते हैं तो कुछ ही दिनों में उन्हें बुखार, डायरिया और पेट में दर्द जैसी समस्याएं दिखने लगती हैं।
Facts About Chandratal Lake In Hindi: भारत में हज़ारों की संख्या में घूमने की जगहें…
Blood Sugar Control Kaise Kare: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में कई बीमारियों को समाज…
Gond Katira Khane Ke Fayde: आयुर्वेद विज्ञान से भी हज़ारों साल पुराना है। प्राचीन ग्रंथों…
Diljit Dosanjh Concert Scam: भारतीय गायक दिलजीत दोसांझ किसी परिचय के मोहताज नहीं है। वे…
Vayu Kon Dosha Kya Hota Hai: पौराणिक मान्यताओं व ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा माना…
Parsi Death Ceremony in Hindi: दुनिया तेजी से बदल रही है और इसी क्रम में…