Aishwarya Rai Bachchan summoned by ED: बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन(Aishwarya Rai Bachchan) को प्रवर्तन निदेशालय ने पनामा पेपर लीक(Panama Papers case) मामले में पूछताछ के लिए समन किया था। ऐश्वर्या को आज ईडी(ED) के सामने पेश होना था। लेकिन ईडी(ED) के मुताबिक, आज भी ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) पूछताछ में शामिल नहीं होंगी, ईडी(ED) जल्द ही उनको नया समन जारी करेगी। इस मामले में हाल ही में ईडी(ED) ने अभिषेक बच्चन(Abhishek Bachchan) को भी समन भेजा था।
पहले भी दो बार पेश नहीं हो पाई थी(Aishwarya Rai Bachchan summoned by ED)
ईडी ऐश्वर्या से विदेश में संपत्ति रखने के आरोपों को लेकर पूछताछ करना चाहती है। ऐश्वर्या राय(Aishwarya Rai Bachchan) को पहले भी दो बार पूछताछ के लिए बुलाया जा चुका है, लेकिन उन्होंने दोनों बार इसके लिए समय मांगा था। ऐश्वर्या राय(Aishwarya Rai Bachchan) को ईडी ने 9 नवंबर को भी अंडर सेक्शन 37 फेमा के तहत समन किया था. जिसके लिए उन्हें 15 दिन में जवाब देने को कहा गया था। इसका जवाब ऐश्वर्या ने ईमेल के जरिए ED को दिया था।
क्या है पनामा पेपर्स लीक मामला
पनामा पेपर्स मामला(Panama Papers case) 2016 में सामने आया था, जब लीक हुए लाखों दस्तावेज़ों की एक विस्तृत जांच जारी की गई थी। इसमें बताया गया था कि दुनिया के अमीर और शक्तिशाली लोगों ने टैक्स से बचने के लिए विदेशी बैंकों में अकाउंट और कई शेल कंपनियां खोल रखी हैं। इस मामले में Mossack Fonseca नाम की कम्पनी के लीगल दस्तावेज लीक हुए थे। ये डेटा जर्मन न्यूजपेपर Süddeutsche Zeitung ने Panama Papers नाम से 3 अप्रैल 2016 को रिलीज किया था।
भारत से कई बड़े नाम हैं शामिल
इस मामले में भारत समेत 200 देशों के राजनेता, बिजनेसमैन और सिलेब्रिटी के नाम शामिल थे, जिनपर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे थे. इसमें 1977 से 2015 के अंत तक की जानकारी दी गई थी। लिस्ट में 300 भारतीयों के नाम शामिल थे। इसमें ऐश्वर्या के अलावा अमिताभ बच्चन, अजय देवगन देश के पूर्व सॉलिसिटर जनरल और सुप्रीम कोर्ट के वकील हरीश साल्वे, भगोड़े कारोबारी विजय माल्या, मोस्ट वान्टेड क्रिमिनिल इकबाल मिर्ची का नाम भी शामिल था।
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कौन कर रहा है जांच
यह मामला बाद में सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा था। फिर केंद्र सरकार ने इस मामले में मल्टी एजेंसी ग्रुप (MAG) का गठन किया था. इनमें CBDT, RBI, ED और FIU को शामिल किया गया था। ये मल्टी एजेंसी ग्रुप सभी जांच रिपोर्ट काले धन के जांच के लिए बनी एसआईटी और केंद्र सरकार को देती है।