Duniya Ke Sabse Mushkil Exam: परीक्षा कोई भी हो वो हमेशा से ही मुश्किल रहती है। शुरूआती जीवन से चलने वाला परीक्षाओं का ये दौर कभी भी कम नहीं होता और जीवन के आखिरी क्षण तक हमारे साथ रहता है। एजुकेशन में छात्र बोर्ड परीक्षाओं को सबसे कठिन मानते हैं लेकिन यह सच नहीं है। आप जैसे जैसे आगे बढ़ते जाएंगे परीक्षाओं की कठिनाइयों का दौर भी आगे ही बढ़ता जाएगा। हमारे देश में प्रतियोगी परीक्षाओं को सबसे टफ माना जाता है और यहाँ पर प्रत्येक वर्ष विभिन्न एजेंसियों के द्वारा परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है।
परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अक्सर उन्ही एग्जाम को सबसे कठिन बताएंगे जिसकी वो तैयारी कर रहे हैं। अगर हम दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं की बात करें तो उस लिस्ट में कुछ ही भारतीय परीक्षाएं शामिल हैं। दुनिया में हर वर्ष कई ऐसी परीक्षाएं आयोजित की जाती है जिनकी तैयारी में छात्रों को सालों मेहनत करनी पड़ती है। आज के इस स्पेशल लेख में हम आपको दुनिया की कुछ ऐसी ही कठिन परीक्षाओं के बारे में विस्तार से बताएंगे।
दुनिया के सबसे कठिन एग्जाम(Duniya Ke Sabse Mushkil Exam)
गौका एग्जाम Gaokao
अगर हम दुनिया की सबसे कठिन परीक्षा की बात करें तो इसमें चीन में आयोजित होने वाली इस परीक्षा का नाम सबसे ऊपर आता है। इस परीक्षा को गौका एग्जाम (Gaokao) या National Higher Education Entrance Examination के नाम से जाना जाता है। चीन की युनिवर्सिटी में दाखिला लेने के लिए हर वर्ष लाखों छात्र इस परीक्षा में बैठते हैं। यह परीक्षा करीब 9 घंटे की होती है और इसके लिए दो दिन का समय लगता है।
Master Sommelier Diploma Exam
कठिनाई को नजर रखते हुए इस परीक्षा को विश्व की दूसरी सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है। इस परीक्षा का आयोजन यूरोपीय प्रान्त में एक वाइन विशेषज्ञ की पोस्ट के लिए किया जाता है। इस परीक्षा को चार अलग अलग वर्णों में विभाजित किया जाता है – इंट्रोडक्टरी, थ्योरी, सर्विस और ब्लाइंड टेस्टिंग। इस परीक्षा के तीसरे चरण को सबसे टफ माना जाता है। टेस्टिंग के दौरान छात्रों को वाइन की गुणवत्ता के बारे में बताना पड़ता है। इसमें 25 मिनट के अंदर 6 वाइन टेस्ट करने पड़ते हैं। यह परीक्षा कितनी कठिन है आप इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि पिछले 50 सालों में सिर्फ 274 लोग ही इसे क्रैक कर पाए हैं।
यूपीएससी UPSC
भारत में आयोजित होने वाली इस परीक्षा को दुनिया की तीसरी सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है। इस परीक्षा के माध्यम से प्रतिवर्ष हमारे देश में शीर्ष अधिकारीयों की भर्ती होती है। यह परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है। परीक्षा का पहला चरण प्रीलिम्स, दूसरा चरण मेंस और उसके बाद इंटरव्यू होता है। इस परीक्षा को दुनिया की तीसरी सबसे कठिन परीक्षा का टैग इसलिए मिला है क्योंकि इसमें पास होने वाले उम्मीदवारों का प्रतिशत बहुत ही कम है। परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों में से करीब 1 प्रतिशत उम्मीदवार ही इसे पास कर पाते हैं।
CCIE Cisco Certified Internetworking Expert
इंजीनियरिंग के क्षेत्र में सिस्को द्वारा आयोजित की जाने वाली CCIE परीक्षा को दुनिया की चौथी सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है। सिस्को के द्वारा दिया गया सर्टिफिकेट दुनियाभर की संस्थानों में मान्य होता है। इस परीक्षा को पास करने वाला छात्र एक टॉप लेवल का इंजीनियर होता है। इस परीक्षा में 2 प्रकार के एग्जाम होते हैं। लिखित परीक्षा को पास करने वाले उम्मीदवार ही लैब परीक्षाओं के लिए योग्य होते हैं। लैब एग्जाम की अवधि करीब 8 घंटे होती है।
Mensa exam
इस परीक्षा के माध्यम से इंसानों की आईक्यू का पता चलता है जो की विश्वभर में प्रसिद्ध है। Mensa की परीक्षा को दुनिया की पांचवीं सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है। Mensa एक प्रतिष्ठित सोसायटी है और जो भी इसके एग्जाम में 98 प्रतिशत से अधिक अंकों को पार करता है सिर्फ वही लोग इस सोसायटी का हिस्सा बन सकते हैं। इस सोसायटी में शामिल होने के लिए उम्र की प्रतिबद्धता नहीं रहती है, इस सोसायटी का सबसे कम उम्र का सदस्य 2 साल का है।
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तो यह थे दुनिया के पांच सबसे कठिन एग्जाम।(Duniya Ke Sabse Mushkil Exam)