Rajasthani Lahsun ki Chutney in Hindi: मारवाड़ी या राजस्थानी लहसुन की चटनी जिसे राजस्थान वासी ” लहसुन की चटनी” भी कहते हैं, किसी भी राजस्थानी थाली के लिए एक अनिवार्य व्यंजन है। लहसुन की चटनी की विधि बहुत ही आसान है, यह एक तीखी और स्वादिष्ट चटनी है जिसे आप ताजे लहसुन की फली और लाल मिर्च से बना सकते हैं। यह राजस्थानी भोजन का एक विशेष भाग है। यह बनाना बहुत ही सरल है, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अन्य पारंपरिक भारतीय चटनियों की तुलना में इसको आप लम्बे समय तक रख सकते हैं।
यह चटनी किस व्यंजन के साथ खाई जाती है ? (Rajasthani Lahsun ki Chutney Recipe in Hindi)
यह एक पारम्परिक चटनी है जो राजस्थानी भोजन का मुख्य हिस्सा है। ज्यादातर यह दाल बाटी चूरमा के साथ खाई जाती है। और इसे आप किसी भी व्यंजन के साथ खा सकते हैं, चाहे रोटी हो या चावल।
क्या है इसकी सामग्री ?
यह चटनी बहुत ही मूल सामग्री के साथ बनाई जाती है, जो किसी भी भारतीय रसोई में आसानी से उपलब्ध है। और इसका सबसे महत्वपूर्ण घातक ‘सूखी लाल मिर्च’ है। जानिए इसकी सामग्री :
1. जीरा – 1 छोटा चम्मच
2. लहसुन की फली (छील्ली हुई) – 1 बड़ा बल्ब
3. सुखी लाल मिर्च – 5-6 (स्वादानुसार)
4. लाल मिर्च पाउडर – 2 छोटे चम्मच (आप कश्मीरी लाल मिर्च का भी इस्तेमाल कर सकते हैं)
5. नमक – स्वादानुसार
6. सरसों के बीज – 1 छोटा चम्मच
7. पानी – 1/6 कप (लगभग 6-7 चम्मच)
8. तेल – 4 बड़े चम्मच
क्या है लहसुन की चटनी बनाने का तरीका ?
1. सारी सामग्री को एक साथ ब्लेंडर में मिलाएं और पेस्ट बना लें।
2. एक नॉन-स्टिक पैन में तेल गरम करें।
3. जब तेल गर्म हो जाए तो इसमें राई डालें।
4. तड़के में चटनी को डालकर, उसमें थोड़ा सा पानी डाल दें।
5. अच्छी तरह से हिलाएं और इसे मध्यम-कम आंच पर तब तक पकने दें जब तक कि कच्ची गंध दूर न हो जाए और चटनी मोटी हो जाए और तेल खो जाए।
6. इसे जलने से रोकने के लिए हिलाओ।
7. बीच बीच में हिलाते रहें ताकि जले ना।
8. किसी भी पराठे या स्नैक्स के साथ परोसें।
कितने दिन तक रख सकते हैं इस चटनी को ?
यह फ्रिज में 2 सप्ताह तक ताजा रहता है।
यह मारवाड़ी और राजस्थानी लहसुन की चटनी किसी भी राजस्थानी थाली के लिए एक आवश्यक संगत है। राजस्थानी थालियाँ, लहसुन की चटनी और मिर्ची के टिपोरे के बिना अधूरी हैं। लहसुन की चटनी एक आवश्यक संगत है जो कि गट्टे की सब्ज़ी, गट्टा पुलाव, आलू प्याज़ की सब्ज़ी , हल्दी की सब्ज़ी, खोवा की रोटी, प्याज़ की कचौरी या राजस्थानी मिर्ची वड़ा जैसे व्यंजनों के साथ परोसी जाती है और एक रूप से यह अत्यधिक मसालेदार चटनी हैं।
यह चटनी मेरी अभी तक की खायी हुई सभी भारतीय चटनियों में से सबसे तीखी चटनी है