Farmer Protest Delhi Jantar Mantar: राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में जंतर मंतर पर प्रदर्शनकारी किसानों को प्रदर्शन करने की मंजूरी तो मिल गई है, लेकिन इस बार दिल्ली पुलिस की तरफ से किसानों के सामने कई शर्तें रखी गई हैं, जिन्हें मानने के बाद ही उन्हें प्रदर्शन के लिए मंजूरी मिली है।
तय है प्रदर्शन की समयसीमा
किसानों का प्रदर्शन जंतर मंतर पर हर दिन सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक होगा और 5 बसों में सवार हो कर सिंधु बॉर्डर से 200 किसान जंतर मंतर पर पहुंचेंगे। इस दौरान उनके साथ पुलिस की भी मौजूदगी रहेगी, ताकि किसी तरह का कोई हंगामा न हो।
सीसीटीवी कैमरे और पुख्ता सुरक्षा
प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे किसानों की पहचान पहले से ही सुनिश्चित की जा रही है। साथ ही सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं, ताकि कोई बाहरी व्यक्ति वहां न पहुंच पाए। सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम जंतर मंतर पर किए गए हैं। करीब 40 संगठनों के 5-5 किसानों को हर दिन किसान संसद में शामिल होने की मंजूरी मिली है। इतना ही नहीं, इन 5 किसानों में से एक मॉनिटर रहेगा और यदि कोई भी गड़बड़ी होती है, तो इसकी जिम्मेवारी उस पर होगी।
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कोरोना गाइडलाइंस का पालन
किसान संसद के दौरान एक मंच भी बनाया गया है और किसानों द्वारा इसका संचालन हो रहा है। जब शाम में 5 बजे प्रदर्शन खत्म हो जाएगा, तो वापस बस में सवार होकर किसान सिंधु बॉर्डर पहुंचेंगे। कोरोना से संबंधित गाइडलाइंस का पालन उन्हें पूरी कठोरता से करना पड़ेगा।
दिल्ली पुलिस द्वारा इस तरह के इंतजाम इस बार इसलिए किए गए हैं, ताकि बीते 26 जनवरी को जो दिल्ली में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी, वैसे ही चीज दिल्ली में दोबारा न घटे।