अंग्रेजों ने भारत पर लगभग 200 वर्षो तक शासन किया था। जिसमे अंग्रेजों ने भारत में कई कानून बनाये थे। जो आज के समय भी भारत में लागू है। इन सब कानूनों का मकसद सिर्फ भारत को लूटना था।
आज भी कई भारतीय को मालूम नहीं है कि कौन से कानून हमारे देश में आज भी लागू है। जो अंग्रेजो ने हमारे देश को लूटने के लिए बनाये थे। अंग्रेजो के जमाने के कानून हमारे देश के अंदर समा गये है। इनमे से कई कानून आज के समय में अपनी सार्थकता खो चुके है। आइए जानते है कि ऐसे कानून के बारे में जो आज भी भारत में लागू है।
अंग्रेजो के ज़माने के कानून जो आज भी भारत में लागू है। (British Laws are still used in India)
बाएं हाथ की यातायात व्यवस्था: अंग्रेजो ने इस कानून को भारत में 1800 के दशक में शुरू किया था। आज भी भारत में सड़क पर बाएं हाथ पर गाड़ियाँ तथा पैदल चलते हैं। जबकि पूरी दुनिया के 90 % देशों में दाये हाथ पर चलने की व्यवस्था है।
खाकी वर्दी: खाकी वर्दी को 1857 में सर हैरी बर्नेट चलन में लेके आये थे। भारत पुलिस की वर्दी आज भी खाकी रंग की है। खाक का मतलब होता है धूल, पृथ्वी, और राख।
नमक कर अधिनियम, 1953: गाँधी जी का नमक सत्याग्रह आप सभी को याद होगा। यह सत्याग्रह नमक कर के विरुद्ध था। लेकिन आज भी भारत में नमक पर कर लगता है। यह दर 14 पैसे/40 किलोग्राम है। 1978 में स्थापित नमक जांच समिति ने इसे ख़त्म करने की सिफरिस की थी। लेकिन अभी कोई निर्णय नही हुआ है।
भारतीय पुलिस अधिनियम: इस अधिनियम को अंग्रेजो ने 1857 के विद्रोह बाद में बनाया था। इस कानून को इसलिए बनाया गया था। ताकि सरकार के खिलाफ होने वाले विरुद्ध को दबाया जा सके। भारत के आज भी ज्यादातर राज्यों में ये कानून लागू है। लेकिन महाराष्ट्र, गुजरात, केरल और दिल्ली राज्यों में खुद के पुलिस अधिनियम है।
आयकर अधिनियम: इस अधिनियम के तहत आज भी भारत में आयकर लगाया जाता है। इस आयकर अधिनियम,1961 की धारा 13A के कारण देश में बहुत विवाद है। धारा 13A के तहत जो भी पार्टी रु.10000/व्यक्ति से अधिक का चंदा लेती है। उसको अपनी आय का स्रोत बताना होगा।
भारतीय दंड संहिता: भारतीय दंड संहिता 1860 में तैयार किया गया था। यह दंड संहिता ब्रिटिश काल में सन् 1862 में लागू हुई थी। भारत में प्रथम विधि आयोग की स्थापना 1833 में की गई थी। यह दंड संहिता भारत में (जम्मू एवं काश्मीर को छोड़कर) आज भी लागू है।
भारत में और भी कई अंग्रेजो के जमाने के कानून है। जैसे की साक्ष्य अधिनियम, विदेशी अधिनियम, संपत्ति स्थानांतरण अधिनियम आदि। अगर आपको ये लेख अच्छा लगा तो कमेंट जरूर करे और अपने दोस्तों के साथ शेयर करे।
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प्रशांत यादव