दिव्यांगता को मात देने वाले छत्तीसगढ़ के एक व्यक्ति गोकरण पाटिल (Gokaran Patil) का हैरान कर देने वाला एक वीडियो IAS ऑफिसर प्रियंका शुक्ला द्वारा अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया गया है, जो कि खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में जन्म से ही दोनों हाथ नहीं होने वाले गोकरण पैरों से पेंटिंग बनाते दिख रहे हैं।
गोकरण पाटिल (Gokaran Patil) के जज्बे को सलाम करना पड़ेगा, क्योंकि दोनों हाथ नहीं होने के बावजूद इन्होंने कभी अपने इरादे पस्त नहीं होने दिए। बचपन से ही गोकरण को पेंटिंग का बड़ा शौक था। हाथों के बिना असंभव लगने वाले इस काम को गोकरण पाटिल ने अपने पैरों से पेंटिंग बनाकर संभव कर दिखाया।
इस वीडियो को देखने वाले गोकरण पाटिल (Gokaran Patil) की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। दोनों हाथ नहीं होने के बावजूद इन्होंने ऐसी पेंटिंग की है, जिसे देखने के बाद हर कोई हैरान रह जा रहा है। अपने दृढ़ संकल्प और मजबूत इरादों के दम पर गोकरण पाटिल (Gokaran Patil) ने पेंटिंग करने की शुरुआत की थी। आज वे पैरों से ही बड़ी खूबसूरत पेंटिंग बना लेते हैं।
सुन भी नहीं सकते
गोकरण पाटिल (Gokaran Patil) का यह वीडियो वाकई प्रेरणा देने वाला है। इसमें आप देख सकते हैं कि दोनों हाथ नहीं होने के बाद भी अपने पैरों के बीच गोकर्ण ने पेंटिंग करने वाले ब्रश को मजबूती से पकड़ रखा है और बड़ी ही खूबसूरती से पेंटिंग बना रहे हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि न केवल बचपन से गोकरण पाटिल (Gokaran Patil) के दोनों हाथ नहीं हैं, बल्कि वे सुन भी नहीं सकते हैं।
बड़ी मेहनत करके गोकरण ने इस मुकाम को हासिल किया है। प्रियंका शुक्ला ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि इस वीडियो में पेंटिंग कर रहे छत्तीसगढ़ के कलाकार श्री गोकरण पाटिल (Gokaran Patil) श्रवणबाधित हैं और इनके दोनों हाथ भी नहीं हैं। फिर भी ये अपने परिश्रम से निरंतर आगे बढ़ रहे हैं! श्री पाटिल निश्चित तौर पर उन सभी के लिए बड़ी प्रेरणा हैं, जो जीवन की छोटी-छोटी समस्याओं से हार मान लेते हैं!
फाइन आर्ट्स में एमए (Born Without Hands Chhattisgarh Artists Gokaran Patil)
गोकरण पाटिल छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं। उन्होंने चित्रकूट यूनिवर्सिटी से फाइन आर्ट्स में एमए की डिग्री हासिल की है। इसके अलावा कंप्यूटर की भी पढ़ाई गोकरण पाटिल ने की है। अपने पैरों से ही वे लिख लेते हैं। गैस-चूल्हा जला लेते हैं। कपड़े भी वे पैरों से ही पहन लेते हैं। हर वह काम गोकरण पैरों से कर लेते हैं, जो हम और आप हाथों से करते हैं।
पैरों से टाइपिंग
पैरों से ही गोकरण हिंदी और अंग्रेजी टाइपिंग भी कर लेते हैं। कंप्यूटर क्लास करने के लिए वे रोजाना सिटी बस से रायपुर भी जाते थे। गोकरण के मुताबिक उनके मां-बाप शांता एन आचार्या और जीएन आचार्या ने उन्हें दोनों हाथ नहीं होने के बावजूद बचपन से ही आत्मनिर्भर होना सिखा दिया था।
दोनों हाथ नहीं होकर भी पैरों से पेंटिंग बनाने वाले गोकरण पाटिल के वीडियो को अब तक 50 हजार से भी ज्यादा लोग देख चुके हैं। इसे 1300 से भी अधिक बार रिट्वीट किया जा चुका है और 10 हजार से भी अधिक लोग इसे लाइक कर चुके हैं।
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