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Ganesh Chaturthi 2025 Pooja Shubh Muhurat: गणेश चतुर्थी 2025 में उस तरह से नहीं मनाया जा सकेगा जैसे हर साल मनाया जाता रहा है। बेहद धूमधाम से मनाए जाने वाले इस पर्व पर इस साल कोरोना संक्रमण की वजह से कुछ पाबंदियां हैं। दस दिनों के त्यौहार की शुरुआत गणपति स्थापना के साथ होती है। अन्य वर्ष की तुलना में इस साल गणपति स्थापना के लिए आपको महज ढाई घंटे का ही वक़्त मिलेगा। आज इस आर्टिकल में हम आपको गणेश चतुर्थी 2025 से जुड़ी सभी आवश्यक तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं।
भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि 26 अगस्त 2025 को दोपहर 01.54 से शुरू होकर 27 अगस्त को दोपहर 03.44 तक रहेगी। इस दिन शुभ मुहूर्त में गणपति की स्थापना करना चाहिए।
यूँ तो गणेश चतुर्थी का पर्व मुख्य रूप से महाराष्ट्र में काफी धूम धाम के साथ मनाया जाता है। लेकिन अब इस त्यौहार को पूरे देश में मनाया जाने लगा है। हिन्दू धार्मिक मान्यता के अनुसार गणेश जी को प्रथम पूज्य देवता का स्थान दिया जाता है। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करने से पहले गणेश पूजा जरूर की जाती है। हिन्दू धर्म में गणेश जी को विघ्नहर्ता का दर्जा दिया गया है। लिहाजा हर साल गणेश चतुर्थी के अवसर को लोग बेहद धूमधाम से मनाते हैं। दस दिनों तक इस त्यौहार के दौरान विभिन्न जगहों पर पंडाल लगाए जाते हैं और गणेश जी की भव्य मूर्ति की स्थापना की जाती है। हालाँकि साल 2025 का गणेश चतुर्थी थोड़ा अलग होने वाला है। लोग अपने जीवन में सुख समृद्धि और जीवन में प्रगति के लिए गणेश चतुर्थी पर बाप्पा की मूर्ति को अपने घरों में स्थापित कर उनकी दस दिनों तक पूजा अर्चना करते हैं। गणेश चतुर्थी के ग्यारहवें दिन गणपति की मूर्ति का विसर्जन किया जाता है।
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गणेश चतुर्थी 2025 में छोटे स्तर पर मनाया जाएगा, इस साल बाप्पा की भव्य मूर्तियां देखने को नहीं मिलेंगी और ना ही पंडाल लगाए जाएंगे।
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