Laddu Gopal Rakhne ke Niyam: भक्त और भगवान का रिश्ता मानो तो समुंद्र की तरह गहरा होता है और मानों को कुछ भी नहीं। मगर ये भी सच है कि एक भक्त पत्थर की मूर्ति में भी ईश्वर की छाया देख लेता है और ऐसे ही उनका रिश्ता गहरा बनता है। भक्त अपने तरीके से भगवान को रिझाते हैं और सबसे ज्यादा लड्डू गोपाल अपने भक्तों से रीझते हैं क्योंकि वे सच्ची मन से की हुई आस्था को समझकर उनकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। यहां हम बात करेंगे कृष्ण के बाल रूप लड्डू गोपाल जी की जो भक्त के साथ उनके घरों में विराजते हैं और लोग उनकी नन्हें बालक की तरह देख-रेख करते हैं।
लड्डू गोपाल की देखभाल के खास हैं नियम [Laddu Gopal Rakhne Ke Niyam
जब भी बाजार से आप श्रीकृष्ण के लड्डू गोपाल को घर लाते हैं तो ये मत समझिए कि आप एक मूर्ति लेकर जा रहे हैं बल्कि ये एक बालक के समान होते हैं। आपको भी उन्हें एक बालक की तरह देखना चाहिए तो इनका स्वागत भी ऐसे ही करें जो आप किसी नये बच्चे के घर में पहली बार प्रवेश कराने पर करते हैं। अगर आपसे इन्हें रखने के नियम नहीं समझे जा रहे तो अन्य मूर्तियों की तरह इन्हें सभी भगवानों के साथ रखकर मूर्ति के रूप में पूजा कर सकते हैं।
1. जब आप Laddu Gopal को घर लाते हैं तो उनके लिए एक पालना जरूर लाएं जिसमें आप उन्हें विराज सकें। इसके बाद उनके लिए रहने, खाने और सोने के लिए सभी समय निर्धारित करें।
2. लड्डू गोपाल को घर के सदस्य की तरह ही ट्रीट करें और वे परिवार का सदस्य ही होते हैं, जिस घर में लड्डू गोपाल का प्रवेश होता है वो उनका घर बन जाता है। को उनको परिवार के सदस्य की तरह की व्यवहार करें।
3. परिवार के सदस्य की आवश्यकताओं के अनुसार ही लड्डू गोपाल की भी हर जरूरत का ख्याल रखें। उन्हें हर दिन स्नान कराएं, उनके कपड़े बदलें, समय-समय पर नाश्ता, खाना और जो भी आप अच्छा खाएं उन्हें भी खिलाएं।
4. लड्डू गोपाल किसी भी खास चीज के भूखे नहीं होते बस आप उनके लिए जो भी करें वो मन और श्रद्धा के साथ करें। अगर आपने मन लगाकर उनकी सेवा की तो वे भी आपको अपने करीब समझने लगते हैं।
5. हर मौसम के हिसाब से लड्डू गोपाल के लिए सर्दी और गर्मी से बचाव का प्रतिबंध भी आपको करना चाहिए। मौसम के अनुसार ही उन्हें वस्त्र पहनाएं और उनके सोने के लिए रजाई, गद्दा, चादर सब रखें।
6. लड्डू गोपाल के लिए भी खिलौने खरीदें और उनके साथ आप भी खेलें। घर में अगर आप अपने बच्चे के साथ खेलते हैं तो आपको लड्डू गोपाल के साथ भी खेलना चाहिए।
7. जब भी आप कहीं परिवार के साथ घूमने के लिए बाहर जाती हैं तो अपने साथ लड्डू गोपाल को ले जाना ना भूलें। इसके साथ ही लड्डू गोपाल का एक नाम भी निर्धारित करें, जिससे आप उन्हें पुकार सकें।
8. Laddu Gopal से कोई ना कोई नाता जरूर कायम करें, चाहे वो भाई का हो, पुत्र का हो, मित्र का हो, गुरु का हो या फिर कोई भी हो। अगर आप उनके साथ प्रेम और निष्ठा रखेंगे तो वे भी आपसे लगाव रखेंगे और अपने इस रिश्ते को पूरी तरह से निभाएं।
9. प्रतिदिन रात में लड्डू गोपाल को सुलाएं, जिस तरह आप अपने बच्चे को सुलाती हैं उसी तरह उन्हें भी प्यार से लोरी गाकर सुलाएं, इस बात का आपको खास ख्याल रखना चाहिए। इसके बाद सुबह में उन्हें प्यार के साथ ही जगाएं।
10. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन उनके जन्मदिवस को धूम-धाम से मनाएं। इसके अलावा जिस दिन आप उन्हें घर लेकर आते हैं और अगर वो तिथि याद हो तो उसी दिन इस पर्व को मनाएं। घर में बच्चों को बुलाकर आम बच्चों की तरह जन्मदिन मनाएं इससे आपको भी आंतरिक खुशी मिलेगी।
11. लड्डू गोपाल को भोग में मिश्री के साथ माखन जरूर खिलाएं। बाल कृष्ण की लीलाओं के बारे में तो आपने सुना ही होगा जब वे मईया यशोदा को परेशान करते हुए माखन खाते थे।
12. आप जिनता लाड, सम्मान और प्यार Laddu Gopal को देते हैं उसका उतना ही आपको उनसे मिलेगा और आपका जीवन कभी असफल नहीं रहेगा।