दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में कौन जीतेगा? क्या आम आदमी पार्टी (AAP) बिजली, स्वास्थ्य, स्कूलों और पानी आदि जैसे पिछले 5 साल में किये काम पर वोट मांगेगी? और क्या वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) इस बार फिर ‘मोदी, मंदिर, पाकिस्तान’ के नाम पर वोट मांगने उतरेगी? क्या AAP सत्ता बरकरार रख पाएगी? क्या 21 सालों बाद दिल्ली में भाजपा अपना सूखा खत्म कर सकती है? इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की क्या भूमिका है? क्या कहते है आंकड़े?
खैर यह हमें 11 फरवरी को पता चल ही जाएगा। भारतीय चुनाव आयोग ने 11वीं दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी है। दिल्ली के 1.46 करोड़ मतदाता देश की राजधानी पर शासन करने वाले का निर्णय लेने के लिए 8 फरवरी को वोट डालेंगे।
अगर हम फिलहाल हुए 2019 लोकसभा चुनाव की बात करे तो बीजेपी का 56.58% वोट शेयर था जो कि 2014 लोकसभा चुनाव से 10.18% अधिक था और कांग्रेस का 22.46% था जो कि 2014 लोकसभा चुबाव से 7.36% अधिक था और वही हम आम आदमी पार्टी कि बाते करे तो 18% था जो कि 2014 लोकसभा चुनाव के मुकाबले 14.9% कम था अगर सीटों की बात करे तो हम 2019 लोकसभा चुनाव में सभी 7 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी और वही कांग्रेस और आम आदमी पार्टी शून्य पर रही।
और अगर हम पिछले 2015 दिल्ली विधानसभा चुनाव कि बात करे तो आम आदमी पार्टी का 54.3% वोट शेयर था जो कि 2013 विधानसभा चुनाव 24.8% से अधिक था और बीजेपी का 32.3% वोट शेयर था जो कि पिछले 2013 विधानसभा चुनाव से मात्र 0.8% कम था और वही हम कांग्रेस कि बात करे तो 9.7% वोट शेयर था जो कि 2013 विधानसभा चुनाव से 14.9% कम था और वहीं अगर सीटों की बात करे तो हम 2015 दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 में से 67 सीटों पर आम आदमी पार्टी को जीत मिली थी और वही बीजेपी को सिर्फ 3 सीट मिली और कांग्रेस शून्य पर रही।
अब देखना ये होगा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में भी मोदी मैजिक काम करेगा या पिछली बार कि तरह AAP आराम से सरकार बना लेगी।