Queen of Darkness Model Nyakim Gatwech In Hindi: न्याकिम गेटवेक सूडानी मूल की अमेरिकी फैशन मॉडल हैं। इनमें गोरा दिखने की चाहत नहीं है। गहरा काला रंग है इनका। इन्हें इसी वजह से क्वीन ऑफ डार्कनेस (Queen of Darkness Model) के नाम से लोग बुलाते हैं। न्याकिम गेटवेक (Nyakim Gatwech) को अपने स्किन टोन पर बहुत ही गर्व महसूस होता है। खुद को काला करने में उन्हें जरा भी शर्म की अनुभूति नहीं होती। उनका कहना है कि ब्लीच करने की कोई जरूरत ही नहीं है। इन्होंने ताने भी बहुत झेले। फिर भी न तो कभी इनकी सोच में बदलाव आया और ना ही कभी इनके इरादों में। उनका यही काला रंग आज मॉडलिंग की दुनिया में इनकी खूबसूरती की पहचान बन गया है। न्याकिम गेटवेक का यही कहना है कि खूबसूरत दिखने के लिए गोरे रंग की आवश्यकता बिल्कुल नहीं है। यहां हम आपको इन्हीं न्याकिम की कहानी बता रहे हैं।
फैन्स ने दिया तमगा(Queen of Darkness Model Nyakim Gatwech In Hindi)
न्याकिम बताती हैं कि कब उन्हें क्वीन ऑफ डार्कनेस का तमगा उनके फैंस द्वारा दे दिया गया उन्हें मालूम ही नहीं चला। उनके मुताबिक इस नाम की पोस्ट उनके फैंस ट्विटर पर उनकी तस्वीर के साथ डाल रहे थे। उन्हें क्वीन किम के नाम से इंस्टाग्राम पर जाना जाने लगा है। वे उनकी आभारी हैं, जिन्होंने उन्हें यह सम्मान प्रदान किया है। एक बार उनके पास कोई रोजगार नहीं था। इंस्टाग्राम पर अपने दोस्तों के साथ मस्ती करते हुए उन्होंने फोटो पोस्ट कर दिए थे। एक इंटरव्यू के लिए उन्हें कहीं जाना था तो उन्होंने उबर कैब बुक किया था। कॉल करने पर पहुंचे ड्राइवर ने न्याकिम के अनुसार जब पहली बार उन्हें देखा तो उसके चेहरे पर ऐसे भाव उभर रहे थे जैसे कि पहली बार वह किसी ऐसे इंसान को देख रहा हो।
ड्राइवर से बातचीत
फिर ड्राइवर ने न्याकिम से पूछा कि तुम कहां से हो? इस पर न्याकिम ने जवाब दिया कि मैं सूडान हूं। तब ड्राइवर ने कहा कि तुम काफी काली दिख रही हो। न्याकिम के मुताबिक यह सुनकर वह खूब हंसीं और उससे कहा कि हां मुझे यह बात मालूम है। उसके बाद उनके अनुसार उस ड्राइवर ने उनसे एक और सवाल पूछने की अनुमति मांगी। ड्राइवर ने उनसे कहा कि रंग तुम्हारा बहुत ही काला है। एक काम करो। प्लीज ब्लीचिंग करा लो। इसके लिए मैं तुम्हें 10 हजार डॉलर दूंगा। उन्होंने ड्राइवर से यह सवाल किया कि आखिर तुम ऐसा क्यों करना चाहते हो? इस पर ड्राइवर ने उनसे कहा कि तुम्हारे रंग को देखकर मैं बहुत डर गया था कि आखिर कोई तुम्हें पसंद कैसे करेगा। जब इंटरव्यू तुम दोगी तो कोई तुम्हें नौकरी नहीं देगा। ऐसे में न्याकिम ने जवाब दिया कि ऐसा कुछ भी मैं नहीं करने वाली हूं। कोई फर्क नहीं पड़ता मुझे। खुद से मुझे प्यार है और मैं जो हूं उसी में अच्छी हूं।
सघर्ष वाली कहानी
न्याकिम के मुताबिक वे सूडान से रही हैं, लेकिन पली-बढ़ी वे अलग-अलग स्किन टोन वाले माहौल में हैं। गृहयुद्ध में उनके भाई और बहन भी मारे गए। उनके परिवार ने केन्या में शरणार्थियों के कैंप में शरण ली थी और फिर जब वे 14 साल की थीं, तब परिवार अमेरिका चला गया था। पढ़ाई अलग-अलग देशों में इनकी हुई और उन्होंने मॉडलिंग मिनेपोलिस में की। सूडान से उन्हें आज भी प्यार है और इस पर गर्व भी है।
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खुद को किया साबित
न्याकिम के मुताबिक अमेरिका में मॉडलिंग करते वक्त उनके काले रंग पर लोगों ने कमेंट किए। उन्हें परेशान किया। ब्लीचिंग करने की सलाह बहन ने दी, लेकिन उन्होंने ना में जवाब देते हुए कहा कि ब्लीचिंग कराने पर इंसान के तौर पर आप खुद को खत्म करना शुरू कर देते हैं। न्याकिम कहती हैं कि आज यही काला रंग उनके लिए एक मजबूत स्तंभ साबित हुआ है। हालांकि, ब्लैक मॉडल को वे ट्रेंड नहीं बनाना चाहतीं, लेकिन इंडस्ट्री को बता देना चाहती हैं कि वे भी यहां काम करने में पूरी तरह से सक्षम हैं।