Coronavirus in India: आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, इस समय भारत में कोरोना वायरस से पीड़ितों की संख्या 3500 पार कर चुकी है। शुरूआती दौड़ में देश में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने 21 दिनों का लॉकडाउन भी लगा दिया लेकिन इसके वाबजूद भी देश में कोरोना से पीड़ित मरीजों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है। इस बढ़ते आंकड़ा को देखते हुए सरकार ने अब इससे निपटने के लिए नई प्लानिंग की है। यहाँ हम आपको इसी बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं, तो आइये जानते हैं कोरोना के लिए केंद्र सरकार ने कौन सी नई प्लानिंग की है।
कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकार ने बनाई नई नीति (Government New Strategy to Fight Coronavirus in India)
देश भर में कोरोना वायरस के मामले दिन बा दिन बढ़ते जा रहे हैं। आंकड़ों की माने तो बीते दिनों तब्लीगी जमात की एक गलती ने देश में कोरोना से पीड़ितों के मामले को बढ़ा दिए हैं। पूरे देश को 21 दिनों तक लॉकडाउन रखने की नीति भी इस मामले में कहीं न कहीं फेल होती दिख रही है। इसी को देखते हुए अब मोदी सरकार ने देश में कोरोना के मामलों से निपटने के लिए नई नीति अपनाई है। बता दें कि, सरकार ने देश को कोरोना से बचाने के लिए 20 पन्नों का डॉक्यूमेंट तैयार किया है। इस डॉक्यूमेंट में उन सभी स्टेप्स का ज़िक्र जो कोरोना से इस लड़ाई में देश के काम आ सकती है।
जानें सरकार के इस प्लान की प्रमुख बातें
कोरोना से निपटने के लिए सरकार द्वारा बनाए गए इस प्लान के अनुसार भारत में कोरोना से प्रभावित उन क्षेत्रों को पूरी तरह से सील कर दिया जाएगा जहाँ सबसे ज्यादा केस हैं। बता दें कि, सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों को सील कर वहां किसी के आने जाने पर भी पूरी तरह से पाबंदी होगी। ऐसे क्षेत्रों को करीबन एक महीने के लिए बंद रखा जा सकता है। इसके साथ ही जिन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा कोरोना से प्रभावित लोग हैं वहां स्कूल, कॉलेज के साथ ही ट्रांसपोर्ट और प्राइवेट संस्थानों को भी बंद रखा जाएगा। केवल आवश्यक सामानों की दुकानें खुली रहेंगी। आपको बता दें कि, ये पाबंदियां तभी हटाई जाएंगी जब यहाँ से कोरोना से पीड़ित किसी भी नए मरीज की शिनाख़्त नहीं होगी। कोरोना से पीड़ितों को स्पेशल आइसोलेशन हॉस्पिटल में रखा जाएगा जिसे खासतौर से तैयार करवाया गया है।
इस दौरान इन बातों का भी रखा जाएगा ख्याल
आपको बता दें कि, सरकार के इस नए प्लान के अनुसार कोरोना से पीड़ितों को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज करने के भी नए नियम बनाए गए हैं। इसके तहत किसी भी मरीज को हॉस्पिटल से तभी छुट्टी मिलेगी जब उसके दो टेस्ट कोरोना नेगेटिव आएंगे। जिन मरीजों में कोरोना के लक्षण कम होंगें उन्हें स्टेडियम में रखा जाएगा और जिनकी हालत गंभीर होगी उन्हें स्पेशल हॉस्पिटल भेजा जाएगा। ज्यादा से ज्यादा लोगों का कोरोना टेस्ट किया जाए जाएगा। केंद्र सरकार ने इसके लिए पहले से ही करीबन 50 लाख रैपिड टेस्ट किट बनवाने का आदेश दे दिया है।