MS Dhoni Biography in Hindi: जब भी क्रिकेट की बात होती है तो सबसे पहले क्रिकेट के भगवान “सचिन तेंदुलकर” का ही नाम जुबान पर आता है। भला आए भी क्यों नहीं, उन्होंने क्रिकेट की दुनिया में इतने सारे कीर्तिमान जो स्थापित कर रखें हैं। फिलहाल अब सचिन रिटायर हो चुके हैं और कई नए-नए चेहरे भी आ गए हैं लेकिन उनकी तरह पॉपुलरिटी किसी को नहीं मिली। हालांकि, कुछ खिलाड़ी जैसे विराट कोहली, रोहित शर्मा, शिखर धवन आदि वहां तक पहुंच जरूर गए हैं और बेशक इनके नाम बड़े-बड़े रिकॉर्ड्स हैं लेकिन बावजूद इसके एक और खिलाड़ी है जो क्रिकेट जगत के फैंस की पहली पसंद है।
जी हां, हम बात कर रहे हैं भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की। धोनी का शुरुआती दौर थोड़ा संघर्ष भरा था मगर किस्मत ने भी उनका साथ दिया और उसके बाद जैसे ही धोनी ने रफ्तार पकड़ी उसके बाद तो वह रुके ही नहीं क्रिकेट के मैदान पर अपने लंबे बालों की वजह से पहले तो उन्होंने सबका ध्यान आकर्षित किया और फिर अपने लंबे-लंबे शॉट्स से सबका दिल जीत लिया। धोनी की खासियत उनकी बल्लेबाजी से ज्यादा उनकी कीपिंग में थी. आज की तारीख में धोनी से बेहतर कीपर कोई भी नहीं है और न ही उनके जितना किसी का रिकॉर्ड।
रेलवे में टीटीई का करते थे काम [MS Dhoni Biography in Hindi]
7 जुलाई 1981 को झारखंड के रांची शहर में जन्मे धोनी का परिवार भी सामान्य परिवार की तरह ही था। बचपन से ही उनका मन पढ़ाई में कम और खेल में ज्यादा लगता था। हालांकि, वो फूटबाल खेलना पसंद करते थे मगर हवा बदली और वो कीपर-बैट्समैन बन गए। धोनी ने अपने क्रिकेट करियर को संवारने के लिए काफी मेहनत की है और इसी का नतीजा है कि आज वो देशभर की आंखों का तारा हैं। दिसंबर 2004 में धोनी ने बांग्लादेश के खिलाफ अपने एकदिवसीय करियर की शुरुवात की थी और इसके एक वर्ष बाद श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट करियर की। आपको बता दें कि क्रिकेटर बनने से पहले माही करीब दो वर्ष तक खड़गपुर रेलवे स्टेशन पर टीटीई के रूप में काम किया करते थे और उन्होंने रेलवे की तरफ से क्रिकेट भी खेला है।
बेस्ट फिनिशर कहलाते हैं धोनी
बात करें धोनी के क्रिकेट करियर की तो आपको बता दें कि माही ने भारतीय टीम की कप्तानी की है और इस दौरान वो अब तक के सबसे सफल कप्तान साबित हुए। सबसे महत्वपूर्ण बात तो ये है कि वर्ष 1983 के बाद भारतीय टीम को महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में साल 2011 में विश्व कप जीतने का अवसर मिला जो कि पूरे देश के लिए गर्व की बात थी। माही के नाम रिकॉर्ड्स की झड़ी है और तो और उनके शानदार खेल की वजह से उन्हें बेस्ट फिनिशर भी कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसे बहुत से मौके आए हैं या कह सकते हैं कि सबसे ज्यादा बार माही भारतीय टीम की जीत के गवाह रहे हैं। धोनी की ही अगुवाई में भारतीय टीम ने टी-20 विश्व कप भी जीता है। अपनी कप्तानी में धोनी टीम को टेस्ट रैंकिंग में भी नंबर 1 पर ले आये हैं।
राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड से हो चुके हैं सम्मानित
बता दें, धोनी को खेल के क्षेत्र में उनके शानदार योगदान को देखते हुए साल 2007 में ‘राजीव गांधी खेल रत्न’ अवार्ड से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा हमेशा अपने प्रदर्शन से युवाओं और अपने साथी खिलाड़ियों को प्रेरित करते रहने वाले धोनी को ‘यूथ आइकन’ के लिए भी चुना जा चुका है। आपको यह जानकर काफी हैरानी होगी कि दुनियाभर में धोनी एकमात्र ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने वन-डे में सातवें स्थान पर बैटिंग करते हुए शतक जड़ा है। इसके अलावा धोनी ही एकमात्र भारतीय विकेट कीपर हैं, जिन्होंने 4000 से ज्यादा रन बनाए हैं।
हेलिकॉप्टर शॉट के लिए हैं मशहूर
धोनी के फैंस और उनके दोस्तों को उनका ‘हेलीकाप्टर शॉट’ काफी पसंद आता है और 100 में से 99 बार धोनी इस शॉट से 6 रन बटोर लेते हैं। बहुत ही छोटे स्तर से उठकर धोनी ने आज ये मुकाम हासिल किया है और देश की धड़कन बने हैं। धोनी न सिर्फ क्रिकेट में बल्कि सेना में भी उच्च पद पर हैं। धोनी का “बाइक” शौक तो जग जाहिर है. तकरीबन 50 से भी ज्यादा अलग-अलग तरह की बाइक उनके कलेक्शन में शामिल है और इन सबका का वो खुद ही ख्याल रखते हैं।
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