क्रिकेट , दुनिया में दूसरा सबसे ज़्यादा देखे जाने वाला खेल है जिसमे दो 11-11 प्लेयर की टीमें एक ग्राउंड में खेलती है।
यह तो सभी को पता है मगर कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनके लिए क्रिकेट ही उनका धर्म और उनकी प्रत्याशा , उत्साह और लम्बी लम्बी लीनों में टिकट के लिए खड़े रहना मामूली सी बात है क्रिकेट के एक मुश्किल से छूटने वाले प्रशंसक के लिए मैच के वक़्त स्टेडियम में उनकी ज़िन्दगी का एक ऐसा पल है जिसे वो कभी नहीं भूल सकते है और कुछ ऐसे लोग भी हैं जो क्रिकेट के विकिपीडिया हैं उन्हें क्रिकेट के बारे में सब पता होता है।
आओ चलो देखते हैं की आखिर इन्हे क्रिकेट के बारे में कितनी नॉलेज है क्यूंकि हम आपको कुछ ऐसी अविश्वसनीय बाते बताने जा रहे हैं जिन्हे जानने के बाद आप अपनी सोच कुछ खिलाड़ियों और खेल के बारे में बिलकुल बदल जाएगी ।
- इशांत शर्मा- 21वीं सदी में बल्लेबाज द्वारा तीनों शीर्ष स्कोर के कारणों में से एक है
क्रिकेट , दुनिया में दूसरा सबसे ज़्यादा देखे जाने वाला खेल है जिसमे दो 11-11 प्लेयर की टीमें एक ग्राउंड में खेलती है।
यह तो सभी को पता है मगर कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनके लिए क्रिकेट ही उनका धर्म और उनकी प्रत्याशा , उत्साह और लम्बी लम्बी लीनों में टिकट के लिए खड़े रहना मामूली सी बात है क्रिकेट के एक मुश्किल से छूटने वाले प्रशंसक के लिए मैच के वक़्त स्टेडियम में उनकी ज़िन्दगी का एक ऐसा पल है जिसे वो कभी नहीं भूल सकते है और कुछ ऐसे लोग भी हैं जो क्रिकेट के विकिपीडिया हैं उन्हें क्रिकेट के बारे में सब पता होता है।आओ चलो देखते हैं की आखिर इन्हे क्रिकेट के बारे में कितनी नॉलेज है क्यूंकि हम आपको कुछ ऐसी अविश्वसनीय बाते बताने जा रहे हैं जिन्हे जानने के बाद आप अपनी सोच कुछ खिलाड़ियों और खेल के बारे में बिलकुल बदल जाएगी ।
- इशांत शर्मा- 21वीं सदी में बल्लेबाज द्वारा तीनों शीर्ष स्कोर के कारणों में से एक है ।
एडबस्टन 2011 – ईशांत शर्मा एलिस्टेयर कुक का कैच मिस कर देते है – कुक स्कोर 2 9 4
सिडनी 2012 – ईशांत शर्मा माइकल क्लार्क का मिस कर देते है – क्लार्क स्कोर 32 9 *
वेलिंगटन 2014 – ईशांत शर्मा ब्रेंडन मैकुलम का कैच मिस कर देते है – वह 302 रन बनाते हैं2: शाहिद अफरीदी ने अपना सबसे तेज ओ.डी.आई शतक बनाने में सचिन तेंदुलकर के बल्ले का इस्तेमाल किया था ।
इन्होने अपना बैट शाहिद अफरीदी को दिया और यह वो ही बैट था जो वक़ार यूनुस को सचिन तेंदुलकर ने दिया था अफरीदी ने 37 बॉल्स में 11 छक्को और 6 चौको की मदद से सेंचुरी बनाई अब ये खिताब ए बी डी विलियर्स के पास है जिन्होंने 31 बॉल्स में सेंचुरी बनाई थी।
3. विनोद कांबली का टेस्ट मैच औसत सचिन तेंदुलकर के टेस्ट मैच के औसत से बेहतर है ।
विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर कभी बेस्ट इंडियन टेस्ट साझेदार हुआ करते थे लेकिन विवादों के चलते कांबली ने अपना करियर दावँ पर लगा दिया और सचिन ने अपना नाम ‘गोल्डन वर्ड्स’ में रजिस्टर करा लिया और लोग विनोद कांबली को भूल गए। हैरानी की बात है की जब टेस्ट मैच एवरेज की बात होती है तो कांबली एक बेहतर खिलाडी माने जाते हैं ।जिनका एवरेज 54.20( 17 मैच) और वही सचिन का एवरेज53.78( 200 मैच). हालांकि, ऐसा और कोई खिलाडी नहीं है जिसकी तुलना ‘गॉड ऑफ़ क्रिकेट’ सचिन तेंदुलकर से की जाये ।
4. क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज गेंदबाज
‘शोएब अख्तर उर्फ़ रावलपिंडी’ एक्सप्रेस क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज गेंदबाज का प्रतिष्ठित रिकॉर्ड रखते है (161.3 km/h). केप टाउन, दक्षिण अफ्रीका में विश्वकप मैच में इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज ने 22 फेब्रुअरी 2003 को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम पंजीकृत कराया था ।
5- एमएस धोनी ने कभी एशिया के बाहर ओडीआई शतक नहीं बनाया है ।
एमएस धोनी निस्संदेह सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर-बल्लेबाज, कप्तान और फिनिशर हैं जिन्हें हाल ही में भारतीय क्रिकेट ने देखा है और उनके बल्लेबाजी का रिकॉर्ड हमें भारतीय क्रिकेट टीम में अपना महत्व महसूस कराती हैं। हालांकि, एक दाग है जो हर रोज एमएस धोनी को परेशान कर सकता है। स्टार क्रिकेटर ने कभी भी एशिया के बाहर खेले गए सभी 102 ओडीआई में शतक दर्ज नहीं किया है।
जो 9 ओडीआई शतक उन्होंने बनाए है वो भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका और पाकिस्तान में बनाए गए थे।6. सचिन तेंदुलकर के रणजी करियर में केवल एक डक आउट है ।
वर्तमान भारतीय स्विंग सनसनी भुवनेश्वर कुमार के नाम पर एक अविश्वसनीय रिकॉर्ड है क्योंकि वह सचिन तेंदुलकर का डक आउट विकेट लेने वाले एकमात्र गेंदबाज हैं
क्रिकेट , दुनिया में दूसरा सबसे ज़्यादा देखे जाने वाला खेल है जिसमे दो 11-11 प्लेयर की टीमें एक ग्राउंड में खेलती है।
यह तो सभी को पता है मगर कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनके लिए क्रिकेट ही उनका धर्म और उनकी प्रत्याशा , उत्साह और लम्बी लम्बी लीनों में टिकट के लिए खड़े रहना मामूली सी बात है क्रिकेट के एक मुश्किल से छूटने वाले प्रशंसक के लिए मैच के वक़्त स्टेडियम में उनकी ज़िन्दगी का एक ऐसा पल है जिसे वो कभी नहीं भूल सकते है और कुछ ऐसे लोग भी हैं जो क्रिकेट के विकिपीडिया हैं उन्हें क्रिकेट के बारे में सब पता होता है।आओ चलो देखते हैं की आखिर इन्हे क्रिकेट के बारे में कितनी नॉलेज है क्यूंकि हम आपको कुछ ऐसी अविश्वसनीय बाते बताने जा रहे हैं जिन्हे जानने के बाद आप अपनी सोच कुछ खिलाड़ियों और खेल के बारे में बिलकुल बदल जाएगी ।
- इशांत शर्मा- 21वीं सदी में बल्लेबाज द्वारा तीनों शीर्ष स्कोर के कारणों में से एक है
एडबस्टन 2011 – ईशांत शर्मा एलिस्टेयर कुक का कैच मिस कर देते है – कुक स्कोर 2 9 4
सिडनी 2012 – ईशांत शर्मा माइकल क्लार्क का मिस कर देते है – क्लार्क स्कोर 32 9 *
वेलिंगटन 2014 – ईशांत शर्मा ब्रेंडन मैकुलम का कैच मिस कर देते है – वह 302 रन बनाते हैं2: शाहिद अफरीदी ने अपना सबसे तेज ओ.डी.आई शतक बनाने में सचिन तेंदुलकर के बल्ले का इस्तेमाल किया था ।
इन्होने अपना बैट शाहिद अफरीदी को दिया और यह वो ही बैट था जो वक़ार यूनुस को सचिन तेंदुलकर ने दिया था अफरीदी ने 37 बॉल्स में 11 छक्को और 6 चौको की मदद से सेंचुरी बनाई अब ये खिताब ए बी डी विलियर्स के पास है जिन्होंने 31 बॉल्स में सेंचुरी बनाई थी।
3. विनोद कांबली का टेस्ट मैच औसत सचिन तेंदुलकर के टेस्ट मैच के औसत से बेहतर है ।
विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर कभी बेस्ट इंडियन टेस्ट साझेदार हुआ करते थे लेकिन विवादों के चलते कांबली ने अपना करियर दावँ पर लगा दिया और सचिन ने अपना नाम ‘गोल्डन वर्ड्स’ में रजिस्टर करा लिया और लोग विनोद कांबली को भूल गए । हैरानी की बात है की जब टेस्ट मैच एवरेज की बात होती है तो कांबली एक बेहतर खिलाडी माने जाते हैं । जिनका एवरेज 54.20( 17 मैच) और वही सचिन का एवरेज53.78( 200 मैच). हालांकि, ऐसा और कोई खिलाडी नहीं है जिसकी तुलना ‘गॉड ऑफ़ क्रिकेट’ सचिन तेंदुलकर से की जाये ।
4. क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज गेंदबाज
‘शोएब अख्तर उर्फ़ रावलपिंडी’ एक्सप्रेस क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज गेंदबाज का प्रतिष्ठित रिकॉर्ड रखते है (161.3 km/h). केप टाउन, दक्षिण अफ्रीका में विश्वकप मैच में इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज ने 22 फेब्रुअरी 2003 को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम पंजीकृत कराया था ।
5- एमएस धोनी ने कभी एशिया के बाहर ओडीआई शतक नहीं बनाया है ।
एमएस धोनी निस्संदेह सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर-बल्लेबाज, कप्तान और फिनिशर हैं जिन्हें हाल ही में भारतीय क्रिकेट ने देखा है और उनके बल्लेबाजी का रिकॉर्ड हमें भारतीय क्रिकेट टीम में अपना महत्व महसूस कराती हैं। हालांकि, एक दाग है जो हर रोज एमएस धोनी को परेशान कर सकता है। स्टार क्रिकेटर ने कभी भी एशिया के बाहर खेले गए सभी 102 ओडीआई में शतक दर्ज नहीं किया है।
जो 9 ओडीआई शतक उन्होंने बनाए है वो भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका और पाकिस्तान में बनाए गए थे।6. सचिन तेंदुलकर के रणजी करियर में केवल एक डक आउट है ।
वर्तमान भारतीय स्विंग सनसनी भुवनेश्वर कुमार के नाम पर एक अविश्वसनीय रिकॉर्ड है क्योंकि वह सचिन तेंदुलकर का डक आउट विकेट लेने वाले एकमात्र गेंदबाज हैं
एडबस्टन 2011 – ईशांत शर्मा एलिस्टेयर कुक का कैच मिस कर देते है – कुक स्कोर 2 9 4
सिडनी 2012 – ईशांत शर्मा माइकल क्लार्क का मिस कर देते है – क्लार्क स्कोर 32 9 *
वेलिंगटन 2014 – ईशांत शर्मा ब्रेंडन मैकुलम का कैच मिस कर देते है – वह 302 रन बनाते हैं
2: शाहिद अफरीदी ने अपना सबसे तेज ओ.डी.आई शतक बनाने में सचिन तेंदुलकर के बल्ले का इस्तेमाल किया था ।
इन्होने अपना बैट शाहिद अफरीदी को दिया और यह वो ही बैट था जो वक़ार यूनुस को सचिन तेंदुलकर ने दिया था अफरीदी ने 37 बॉल्स में 11 छक्को और 6 चौको की मदद से सेंचुरी बनाई अब ये खिताब ए बी डी विलियर्स के पास है जिन्होंने 31 बॉल्स में सेंचुरी बनाई थी ।
3. विनोद कांबली का टेस्ट मैच औसत सचिन तेंदुलकर के टेस्ट मैच के औसत से बेहतर है ।
विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर कभी बेस्ट इंडियन टेस्ट साझेदार हुआ करते थे लेकिन विवादों के चलते कांबली ने अपना करियर दावँ पर लगा दिया और सचिन ने अपना नाम ‘गोल्डन वर्ड्स’ में रजिस्टर करा लिया और लोग विनोद कांबली को भूल गए । हैरानी की बात है की जब टेस्ट मैच एवरेज की बात होती है तो कांबली एक बेहतर खिलाडी माने जाते हैं जिनका एवरेज 54.20( 17 मैच) और वही सचिन का एवरेज53.78( 200 मैच). हालांकि, ऐसा और कोई खिलाडी नहीं है जिसकी तुलना ‘गॉड ऑफ़ क्रिकेट’ सचिन तेंदुलकर से की जाये ।
4. क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज गेंदबाज
‘शोएब अख्तर उर्फ़ रावलपिंडी’ एक्सप्रेस क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज गेंदबाज का प्रतिष्ठित रिकॉर्ड रखते है (161.3 km/h). केप टाउन, दक्षिण अफ्रीका में विश्वकप मैच में इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज ने 22 फेब्रुअरी 2003 को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम पंजीकृत कराया था ।
5- एमएस धोनी ने कभी एशिया के बाहर ओडीआई शतक नहीं बनाया है ।
एमएस धोनी निस्संदेह सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर-बल्लेबाज, कप्तान और फिनिशर हैं जिन्हें हाल ही में भारतीय क्रिकेट ने देखा है और उनके बल्लेबाजी का रिकॉर्ड हमें भारतीय क्रिकेट टीम में अपना महत्व महसूस कराती हैं। हालांकि, एक दाग है जो हर रोज एमएस धोनी को परेशान कर सकता है। स्टार क्रिकेटर ने कभी भी एशिया के बाहर खेले गए सभी 102 ओडीआई में शतक दर्ज नहीं किया है। जो 9 ओडीआई शतक उन्होंने बनाए है वो भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका और पाकिस्तान में बनाए गए थे।
6. सचिन तेंदुलकर के रणजी करियर में केवल एक डक आउट है ।
वर्तमान भारतीय स्विंग सनसनी भुवनेश्वर कुमार के नाम पर एक अविश्वसनीय रिकॉर्ड है क्योंकि वह सचिन तेंदुलकर का डक आउट विकेट लेने वाले एकमात्र गेंदबाज हैं।