Dhanteras Budh Rashi Parivartan 2021: धनतेरस के साथ ही 5 दिवसीय त्योहारों की शुरुआत हो जाती है। इस साल बुध ग्रह धनतेरस वाले दिन यानि 2 नवंबर 2021 मंगलवार को तुला राशि में प्रवेश करने जा रहा है। बुध का ये राशि परविर्तन पेशेवरों, व्यवसायियों और रचनात्मक कर्मियों के लिए अच्छा समय लेकर आएगा।
कैसा रहेगा प्रभाव(Dhanteras Budh Rashi Parivartan 2021)
बुध का तुला राशि में गोचर 2 नवंबर को सुबह 9 बजकर 43 मिनट पर होगा। वहीं 11 बजकर 43 मिनट से त्रिपुष्कर योग रहेगा। बुध के राशि परिवर्तन से आपके सामाजिक दाम्पत्य और आर्थिक जीवन में काफी उतार चढ़ाव आ सकते हैं।
मेष
मेष चंद्र राशि के लिए, बुध अपने साझेदारी के सातवें घर में तुला राशि में गोचर करने जा रहे हैं। बुध मेष राशि के तीसरे और छठे भाव का स्वामी है। ऐसे में मेष राशि वालों को अचानक यात्रा करनी पड़ सकती है। पेशेवर रूप से इस अवधि में बहुत मौके मिलेंगे। कोई भी फैसला लेने से पहले अच्छी तरह विचार करें।
वृषभ
वृषभ चंद्र राशि के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव का स्वामी है, जो ऋण, शत्रु और दैनिक मजदूरी के छठे भाव में गोचर कर रहा है। बुध के तुला राशि में प्रवेश से वृष राशि के जातकों के लिए करियर के नए रास्ते खुलेंगे। थोड़े से प्रयास के साथ अपनी रचनात्मकता और आविष्कारशील क्षमताओं के साथ आप दूसरों से अलग नजर आएंगे।
मिथुन
मिथुन राशि के लिए बुध पंचम भाव में गोचर करेगा जो पहले और चौथे भाव का स्वामी है। इससे आपका सम्पूर्ण व्यक्तित्व प्रभावित होगा। इससे कार्यक्षेत्र में आपकी रचनात्मक क्षमता बढ़ेगी। पेशेवर प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए कुछ अलग करने की कोशिश करें।
कर्क
कर्क राशि के लिए बुध 12वें और तीसरे भाव का स्वामी है और चतुर्थ भाव में गोचर कर रहा है। यह भाव जीवन में अचल संपत्ति, आराम और विलासिता का प्रतिनिधित्व करता है. इससे आपके परिवार में शांति बढ़ेगी साथ ही फिजूल खर्ची भी बढ़ने की संभावना है।
सिंह
सिंह राशि के लिए बुध दूसरे और 11वें भाव का स्वामी है और जातक के संचार और वाणी के तीसरे भाव में गोचर कर रहा है। अपनी बुद्धि और रचनात्मकता से कार्यक्षेत्र में आपकी विशिष्ट पहचान बनेगी। सहकर्मियों से अच्छा व्यवहार करें।
कन्या
कन्या राशि के लिए बुध पहले और दसवें भाव का स्वामी है और परिवार, धन और वाणी के दूसरे भाव में गोचर कर रहा है। निजी जीवन में चुनौतियां आएंगी. बोलते समय सतर्क रहें. आपकी वाणी आपकी मुसीबतों को बढ़ा सकती है।
तुला
तुला चंद्र राशि के लिए बुध 12वें और नौवें भाव का स्वामी है और तुला राशि के लिए लग्न में गोचर कर रहा है। इस समय आपको आत्ममंथन की जरूरत है। जिन वजहों से आपको असफलता का सामना करना पड़ा उसपर विचार करें। मानसिक शांति थोड़ी भंग हो सकती है। जितना हो सके तनाव मुक्त रहें।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के लिए बुध एकादश और आठवें भाव का स्वामी है और 12वें भाव में व्यय, हानि और विदेशी लाभ के भाव में गोचर कर रहा है। यह वक्त आपके लिए अच्छा है आपको व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों ही जीवन में सफलता मिलेगी।
धनु
धनु राशि के लिए बुध 7वें और 10वें भाव का स्वामी है और धन, कामना और लाभ के एकादश भाव में गोचर कर रहा है। धनु राशि के जातकों को सफलता और वृद्धि के लिए अपने जीवनसाथी और व्यावसायिक भागीदारों का सहयोग मिलेगा। छात्रों को सफलता के लिए और मेहनत की जरूरत है।
मकर
मकर राशि के लिए बुध छठे और नवम भाव का स्वामी है और दशम भाव में गोचर कर रहा है। यह आपके भाग्य को चुने हुए करियर क्षेत्र में धकेल देगा। आपको अपने परिवार के सदस्यों से सम्मान और पहचान मिलेगी. बच्चों पर विशेष ध्यान दें।
कुम्भ
कुंभ राशि के लिए बुध पंचम और आठवें भाव का स्वामी है और भाग्य के नवम भाव में गोचर कर रहा है। यह आपके भाग्य के द्वार खोलने वाला है। आपके किसी प्रोजेक्ट या अच्छे से किए गए काम की प्रशंसा होगी। व्यापारिक लेन-देन में सावधानी बरतें। किसी पर अंध विश्वास न करें. पैतृक संपत्ति मिल सकती है।
मीन
मीन राशि के जातकों के लिए बुध चतुर्थ और सप्तम भाव का स्वामी है और अष्टम भाव में अचानक हानि/लाभ, उत्तराधिकार और गुप्त विद्या के भाव में गोचर कर रहा है। आपको धन लाभ होगा. लेकिन अपने व्यावसायिक भागीदारों और सहकर्मियों से सावधान रहें।
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