Kisan Andolan Kab Hua Tha Khatm: करीब एक साल के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान आंदोलन को खत्म करने का ऐलान कर दिया है। तीनों कृषि कानूनों की वापसी के बाद किसानों की बाकी मांगों पर भी सरकार की तरफ से पुख्ता भरोसा मिलने के बाद आंदोलन वापसी का ऐलान किया गया है।
कैसे बनी सहमति
केंद्र सरकार ने किसानों को एमसपी पर कमिटी बनाने और आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज हुए केस को वापस लेने को लेकर लिखित आश्वासन दिया है जिसके बाद किसान आंदोलन खत्म करने को राजी हो गए। आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देने के लिए भी यूपी और हरियाणा की सरकारों ने सहमति दे दी है। इसके बाद गुरुवार को सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा ने बैठक कर इस बात का निर्णय लिया कि अब किसान आंदोलन खत्म किया जाएगा।
घर लौटेंगे किसान(Kisan Andolan Kab Hua Tha Khatm)
किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि किसान 11 दिसंबर 2021 को विजय जुलूस के साथ अपने-अपने घरों को लौटना शुरू करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक शुरू होने से पहले ही आंदोलन स्थलों से किसानों ने अपने टेंट हटाने शुरू कर दिए थे। 13 दिसंबर 2021 को किसान अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने जाएंगे, और 15 दिसंबर 2021 तक अपने घरों को लौट जाएंगे।
हालांकि, आज संयुक्त किसान मोर्चा ने इस जीत का जश्न नहीं मनाने का फैसला किया है। उनका कहना है कि पूरा देश सीडीएस जनरल बिपिन रावत के असामयिक निधन से गमगीन है, लिहाजा किसान जश्न नहीं मनाएंगे।
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